अमरावती

सामान्य जनता पर ही निर्बंध क्यों?

वैक्सीन बंद रखकर जान के साथ खिलवाड, बाधीत भी कम हुए

  • राजनीतिक स्वरुप देने का नाहक प्रयास

  • समूचे जिले के टीकाकरण को और कितना समय लगेगा

अमरावती/दि.23 – अब कोरोना की दूसरी लहर जिले में पूरी तरह से नियंत्रण में है. कल गुरुवार को केवल 9 मरीज पाये गए. वहीं दूसरी ओर तीसरे लहर की चेतावनी देते हुए जनता पर निर्बंध लादे गए है. किंतु इस बीमारी पर ब्रह्मास्त्र रहने वाले टीकाकरण मुहिम की पूरी तरह धज्जियां उड गई है. पिछले 5 दिन के बाद आज टीकाकरण शुरु हुआ. कोरोना टीके का कल आया हुआ स्टॉक खत्म होने के बाद अब कब आयेगा, इसका कोई भरोसा नहीं. वहीं दूसरी ओर बाधितों की संख्या भी कम है और टीकाकरण कभी शुरु तो कभी बंद रहता है. इस स्थिति में जनता पर ही निर्बंध क्यों लादे जा रहे हैं. जनता पर लादे जा रहे यह बंधन यानी पूरी तरह से राजनीतिक स्वरुप देने का प्रयास रहने की चर्चा है.
बीमारी से बचाने के लिए आवश्यकता है वह वैक्सीन की. इस कारण अधिकाधिक संख्या में वैक्सीन की मुहिम तेजी से अमल कर जिले में कोरोना टीकाकरण का आंकडा 100 प्रतिशत तक पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है, लेकिन यहां एक बार वैक्सीन का स्टॉक आया तो वह खत्म होने के बाद आगामी तीन से चार दिन तक टीकाकरण बंद रहता हैं, लेकिन जनता पर बंधन मात्र कायम रहते है. जिससे सामान्य जनता के साथ यह एक प्रकार से खिलवाड हैं. जिले की जनसंख्या 27 से 28 लाख रहते समय जिले में टीकाकरण पूर्ण होने ओर कितना दिन लगेगा यह प्रश्न निर्माण हुआ हैं.

वैक्सीन आपूर्ति की बाधा और कितने दिन

जून-जुलाई महिने में 24 घंटे टीकाकरण शुरु रहेगा, इस तरह की घोषणा की गई. किंतु 24 घंटे छोड एखाद केंद्र पर केवल 8 घंटे में टीकाकरण नहीं चलता. अब तो कोरोना की तीसरी लहर आने की संभवना जताकर निर्बंध लगाए गए है. तीसरी लहर से बचना हो तो अधिकाधिक टीकाकरण होना आवश्यक है. फिर यहां वैक्सीन की कमी क्यों? इस तरह का प्रश्न उपस्थित किया गया है.

रुग्णसंख्या कम, फिर निर्बंध क्यों?

पिछले तीन सप्ताह से अमरावती की रुग्णसंख्या में जबर्दस्त कमी आयी है. कोरोना पॉजीटीव मरीजों का आंकडा यह 20-25 के भीतर है. अब तो कभी 8 तो कभी 9 आंकडों पर मरीजों की संख्या पहुंच गई है. कल गुरुवार को केवल 9 मरीज पाये गए, इस तरह की राहतदायक स्थिति रहते समय जनता पर समय के साथ ही अन्य निर्बंध क्यों लादे जा रहे है, इस तरह का प्रश्न उपस्थित हो रहा है.

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