अमरावती

युवाओं के हाथों में बंदूक क्यों?

हाथ में विवाह की नहीं बल्कि पुलिस की बेडिया

* तीन माह में 3 कार्रवाई, ग्रामीण पुलिस को सफलता
अमरावती/ दि.29 – अपराध जगत में खुद की दहशत बनाने के लिए अब देशी कट्टों का उपयोग किया जाता है. पिछले कुछ वर्षों में कमर में पिस्तौल रखकर घुमने का शौक चढते जा रहा है. यह चिंता की बात है. अवैध तरीके से देशी कट्टे खरीदकर साथ में रखने का क्रेझ खतरनाक मोड पर आ गया है. इस वजह से युवाओं के हाथों में बंदूक क्यों?, विवाह की नहीं बल्कि हाथों में पुलिस की बेडिया लगेगी, ऐसा कहने का वक्त आ गया है.
जिले में इस बार की गई कार्रवाई में देशी कट्टे रखने वाले आरोपियों की आयु देखने पर चार-पांच लोगों की केवल 25 वर्ष है. 25 से 30 हजार रुपए में देशी कट्टे उपलब्ध हो जाने के कारण वे आसानी से खरीद लेते है. उनपर अंकुश लगाने का प्रयास पुलिस व्दारा किया जा रहा है. 25 साल के युवाओं के हाथ में बंदूक क्यों? ऐसा प्रश्न समाज के सामने निर्माण हुआ हेै. आर्थिक व समानता से परेशान होकर भी अपराधिक जगत में कदम रखकर बंदूक हाथ में ली है. मध्यप्रदेश के कुछ गांवों में इस तरह की देशी बंदूक बनाई जाती है, जो युवाओं को 25 से 30 हजार रुपए में उपलब्ध हो जाती है. रुपयों की लालच में भी बंदूकों की तस्करी की जाती है. घर पहुंच डिलेवरी देने के लिए जान खतरे में डालना पडता है. वह डिलेवरी उचित तरीके से की गई, तो उसका मुआवजा ज्यादा दिया जाता है. केवल लोगों को दिखाने के लिए, स्टंटबाजी करने के लिए अधिकांश यवुक देशी कट्टों का उपयोग करते है. परंतु बंदूक जैसा घातक हथियार अपने पास रखने से उन युवाओं का भविष्य खतरे में रहता है. एक बार किसी भी तरह का अपराध दर्ज होने के बाद उस युवक का भविष्य हमेशा-हमेशा के लिए अंधकार में डूब जाता है. इसके लिए पुलिस के साथ पालकों को भी अपने बच्चों के प्रति सावधानी बरतने की आवश्यकता है. शुरुआती दौर से ही बच्चों को ऐसे माहौल से दूर रखे, जो आपके लिए घातक साबित हो, ऐसा आह्वान भी पुलिस विभाग व्दारा किया गया है.

तीन कार्रवाई में एमपी कनेक्शन
मध्यप्रदेश से देशी कट्टों की तस्करी की जाती है, ऐसा तहकीकात में उजागर हुआ है. इससे पहले तीन कार्रवाई की गई. उन तीनों कार्रवाई में एमपी कनेक्शन दिखाई दिया.
– तपन कोल्हे, पुलिस निरीक्षक, ग्रामीण अपराध शाखा.

समुपदेशन की जरुरत
हिंसक प्रवृत्ति और अपराध जगत में वर्चस्व निर्माण करने के लिए हथियारों का उपयोग किया जाता है. इसमें सुधार लाने के लिए प्रभावी समुपदेशन व शाश्वत उपाय योजना करने की जरुरत है.
– डॉ. नेहा देशमुख, मानसोपचार तज्ञ

तीन माह में कार्रवाई
माह बंदूक कारतुस कार्रवाई आरोपी
जनवरी 04 10 02 04
फरवरी 01 05 01 01
मार्च 00 00 00 00

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