पत्नी ने ही की प्रेमी के साथ मिलकर किए थे पति के दो टुकडे
अधकटी लाश के मामले का 24 घंटे में हुआ राजफाश
* कुएं से बरामद हुए थे सिर व धड कटी लाश के हिस्से
* पत्नी सहित उसका प्रेमी गिरफ्तार, जांच जारी
वरुड/दि.17- हाल ही में वरुड तहसील के एकविहीर खेत परिसर स्थित कुएं से एक बोरी बरामद हुई थी. जिसमें एक व्यक्ति की लाश के कुछ टुकडे पाए गए थे. जिसका सिर कटा हुआ था, जिसके बावजूद पुलिस ने लाश के शरीर पर रहनेवाले कपडों व अन्य निशानों के आधार पर जांच करते हुए मृतक की शिनाख्त एकलविहीर में रहनेवाले 42 वर्षीय शेषराव वासुदेव इरपाची के तौर पर की थी. वहीं इस मामले की बडी तेजी से जांच करते हुए, 24 घंटे के भीतर यह भी पता लगा लिया कि शेषराव इरपाची की पत्नी रंजना इरपाची (38) ने अपने प्रेमी ज्ञानेश्वरराव किसनराव कुमरे (42, शहापुर पुनर्वसन) के साथ मिलकर की थी. क्योंकि शेषराव इरपाची इन दोनों के अनैतिक संबंधों की राह में बाधा बन रहा था. ऐसे में पत्नी रंजना ने ही अपने प्रेमी की सहायता से अपने पति शेषराव इरपाची का सिर काटकर उसे मौत के घाट उतार दिया.
बता दें कि विगत 14 मई को एकलविहीर खेत परिसर में राजेंद्र ढोके नामक व्यक्ति के खेत में स्थित कुएं में नीले रंग का प्लास्टिक का बोरा दिखाई दिया था, जिसकी जानकारी ढोके ने तुरंत पुलिस को दी और पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर कुएं से इस बोरे को बाहर निकाला, तो उसमें काले रंग का जिन्स पेंट और कमर पर बेल्ट पहने व्यक्ति के आधेअधूरे शव की हड्डियों का ढांचा तथा चूना और ब्लिचिंग पाउडर बरामद हुआ. इस मामले में वरुड पुलिस ने हत्या व सबूत नष्ट करने का अपराध दर्ज करते हुए जांच शुरु की. साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए, जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने भी घटनास्थल का मुआयना किया. जिसके बाद अगले 24 घंटे भीतर इस पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया.
* विगत अगस्त माह में हुई थी हत्या की वारदात
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि जिस शेषराव इरपाची की अधकटी लाश अभी 14 मई को खेत के कुएं से बंद बोरे में बरामद हुई. उसकी हत्या 12 अगस्त 2022 को ही कर दी गई थी. साथ ही 17 अगस्त को खुद मृतक की पत्नी रंजना इरपाची ने पुलिस थाने पहुंचकर अपने पति के लापता रहने की शिकायत भी दर्ज कराई थी. जबकि हकिकत यह है कि 12 मई की रात रंजना नें ही अपने प्रेमी ज्ञानेश्वर कुमरे की सहायता से रात के अंधेरे में एकलविहीर गांव के पास ही शेषराव पर कुल्हाडी से सपासप वार करते हुए, उसके सिर व धड को अलग कर दिया था. साथ ही लाश के टुकडों को बोरे में भरने के साथ ही उसमें एक वजनी पत्थर डालकर उस बोरे को ढोके के खेत में स्थित कुएं में फेंक दिया गया था. लेकिन 9 माह बाद एक बोरा पानी की सतह के उपर आ गया. जिसके बाद इस मामले की जांच शुरु हुई और पूरा मामला उजागर हुआ.
* ऐसे हुआ भंडाफोड
खेत के कुएं से निकले बोरे में अधकटी लाश का कंकाल बरामद होने के साथ ही पुलिस ने आसपास के परिसर से लापता रहनेवाले लोगों के नामों की सूची को खंगालना शुरु किया, तो पता चला कि एकलविहीर गांव में रहनेवाला शेषराव इरपाची विगत कुछ महीनों से लापता है. साथ ही उसकी पत्नी रंजना इन दिनों शहापुर गांव में एक अन्य व्यक्ति के साथ रहती है, ऐसे में रंजना इरपाची को शव की शिनाख्त के लिए बुलाया गया, तो उसने अपने मृत पति के कपडे पहचान लिए. जिसके बाद रंजना सहित उसके साथ रहने वाले ज्ञानेश्वर कुमरे को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पूछताछ की. तो 9 माह पहले घटित हुए हत्याकांड की पूरी कहानी सामने आई.
* ‘टीम एसपी’ को मिली शानदार सफलता
विगत 14 मई को खेत के कुएं से निकले बोरे में पुलिस को अधकटी लाश के अवशेष व हड्डियों का ढांचा ही बरामद हुए थे. ऐसे में लाश की शिनाख्त करना अपने आप में सबसे बडी चुनौती थी. लेकिन इसके बावजूद एसपी अविनाश बारगल के नेतृत्व में पुलिस ने अगले 24 घंटे के भीतर न केवल लाश की शिनाख्त की, बल्कि हत्या की वजह और हत्यारों को भी खोज निकाला. इस हेतु जिला पुलिस अधीक्षक अविनश बारगल के मार्गदर्शन तथा अपर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शशिकांत सावत, उपविभागीय पुलिस अधिकारी डॉ. नीलेश पांडे एवं वरुड पुलिस के थानेदार प्रदीप चौगांवकर के नेतृत्व में एपीआई दीपक महाडिक, पीएसआई धीरज राजुरकर, पुलिस कर्मी मंगेश शेगोकार तथा पुलिसकर्मी राजू मडावी, राजू चव्हाण, दिलीप राउत, समीर धांडे, किरण दहीवडे, विनोद पवार, रत्नदीप वानखडे, किरण गावंडे, सचिन भगत, पूनम वंजारी, प्रफुल रेवलकर, गौरव गिरी, जॉन रुबेन, रामेश्वर इंगोले, अशोक भुसारी व कैलाश हटवार ने शानदार काम किया.