पत्नी चरित्रहीन थी, इसलिए उसे मार डाला
पति ने कबुल किया हत्या का अपराध, जेल रवाना
* वाशिम जिले के कविठा में भी एक बाबू के साथ अफेअर था
* बदनामी और शर्म के मारे ही चांदूर बाजार रहने आये थे
* पत्नी की हत्या के बाद पति व्दारा आत्महत्या के प्रयास का मामला
चांदूर बाजार/ दि.12 – चांदूर बाजार तहसील कार्यालय के पीछे महात्मा फुले कॉलोनी में 5 अगस्त को किचन में पत्नी की हत्या करने के बाद पति ने आत्महत्या करने का प्रयास किया था. इस मामले का सनसनीखेज पर्दाफाश हुआ है. हत्यारे पति सतिश उर्फ किशोर कालबांडे ने पुलिस के सामने अपना अपराध कबुल करते हुए बताया कि, उनकी पत्नी श्रृतिका कालबांडे चरित्रहीन थी. इसी वजह से सतिश ने उसकी पत्नी श्रृतिका की हत्या की है. एक वर्ष पूर्व वाशिम जिले के रिसोड तहसील स्थित कविठा गांव में रहते थे. वहां भी एक स्कूल के बाबू से उनकी पत्नी श्रृतिका का अफेअर था. यह बात पूरी संस्था में फैल चुकी थी. इसी बदनामी और शर्म के मारे वे अलग-सलग चांदूर बाजार में रहने आये थे. फिर भी उनकी पत्नी में सुधार नहीं आया. इस वजह से सतिश को घातक कदम उठाने के लिए विवश होना पडा. वहीं श्रृतिका के रिश्तेदारों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, सतिश उर्फ किशोर हमेशा ही श्रृतिका के चरित्र पर संदेह करता था और मारपीट करता था. एक दिन की पुलिस कस्टडी के बाद सतिश उर्फ किशोर कालबांडे को अदालत ने न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना करने के आदेश दिये है.
श्रृतिका कालबांडे (45) यह पति के हमले में मरने वाली महिला का नाम है. सतिश उर्फ किशोर कालबांडे (52, तहसील कार्यालय के पीछे, महात्मा फुले कॉलोनी, संजय भाविक के घर किराये से, चांदूर बाजार) यह पत्नी की हत्या के बाद खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाले आरोपी पति का नाम है. सतिश उर्फ किशोर कालबांडे ने पत्नी की हत्या के बाद खुद को फांसी लगाने का प्रयास किया. ऐन मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे फांसी के फंदे से उतारकर जीवनदान दिया था. गंभीर अवस्था में उसे अमरावती के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालात में सुधार होने के बाद हत्या के अपराध में सतिश को गिरफ्तार कर लिया. अदालत में पेश करने के बाद अदालत ने उसे एक दिन पुलिस कस्टडी में रखने के आदेश दिये थे. इस दोैरान उसने पुलिस के समक्ष दिये बयान में बताया कि, उसकी पत्नी श्रृतिका चरित्रहीन थी. इसी वजह से उसने पत्नी की हत्या करने के बाद अपना जीवन भी समाप्त करने का निर्णय लिया था. मगर बदकिश्मती से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे जिंदा बचा लिया.
सतिश उर्फ किशोर ने पुलिस के समक्ष हत्या करने के पीछे का रहस्य उजागर करते हुए बताया कि, वह मूल अचलपुर के काकडा निवासी है. 18 वर्ष पूर्व उनका अमरावती के कठोरा निवासी श्रृतिका के साथ विवाह हुआ था. शादी के बाद उन्होंने पत्नी की पढाई जारी रखी. पत्नी को बीएड तक पढाया. पत्नी की इच्छा नौकरी करने की थी, इस वजह से कुछ दिन उन्होंने पोटे पाटील महाविद्यालय में नौकरी कराई थी. उसके बाद कुछ रुपयों की व्यवस्था कर वाशिम के रिसोड तहसील के कविठा गांव के आधार निवासी मतिमंद शाला व कार्यशाला में रुपए भरकर पत्नी को नौकरी लगाई. परंतु श्रृतिका का वहां के बाबु से अफेअर शुरु हो गया. यह बात सतिश उर्फ किशोर को पता चली थी, इतना ही नहीं तो यह मामला संस्था तक पहुंचा. संस्था के हर व्यक्ति को यह बात पता चल जाने के कारण बदनामी और शर्म के मारे वे पत्नी के साथ अलग नई जगह रहने के लिए आ गए. इसके बाद भी उनकी पत्नी में किसी तरह का सुधार नहीं आया. सतिश ने पुलिस को यह भी बताया कि, जब वे चांदूर बाजार आ गए, इस दौरान आधार निवासी मतिमंद स्कूल से एक पत्र जारी किया गया, वह पत्र उनके अचलपुर काकडा स्थित घर पहुंचा. उस पत्र में उनकी पत्नी श्रृतिका को वापस नौकरी पर आने का आग्रह किया गया था.
सतिश ने पुलिस को आगे बताया कि, जिस जगह बदनामी हो चुकी है, वहां वापस पत्नी को नहीं भेजना चाहते थे. इस वजह से उन्होंने प्राप्त हुए उस पत्र के बारे में पत्नी को न बताते हुए पत्र छिपा लिया. परंतु 5 अगस्त घटना के दिन पत्नी को कही से यह बात पता चली कि, उसे नौकरी पर वापस बुलाने के लिए पत्र आया है और पति सतिश ने पत्र छिपाकर रखा. इस बात पर श्रृतिका ने पति के साथ विवाद शुरु किया. बात इतनी बढ गई कि, सतिश ने रसोई घर में रखा चाकू उठाकर पत्नी के गर्दन पर दे मारा. सतिश ने यह भी बताया कि, उसका इरादा हत्या करने का नहीं था. परंतु गले पर गहरा घाव लगने के कारण अधिक खून बहने से उसकी पत्नी श्रृतिका की मौत हो गई. यह देखकर सतिश ने भी जीने की आस छोडकर खूद को फांसी लगाते हुए आत्महत्या का प्रयास किया, परंतु ऐन मौके पर पहुंची पुलिस ने सतिश को फांसी के फंदे से उतारकर जिंदा बचा लिया. एक दिन की पुलिस कस्टडी समाप्त होने के बाद सतिश उर्फ किशोर कालबांडे को फिर से न्यायालय में पेश किया गया. मगर मामला सुलझ जाने के कारण अदालत ने सतिश को न्यायालयीन कस्टडी के तहत जेल रवाना करने के आदेश दिये.