अमरावती/ दि.9– राज्य में उत्पादन शुल्क विभाग ने शराब विक्रेता बार और देसी शराब विके्रताओं को जोर का झटका दिया है. शराब लाइसेंस शुल्क में बडे पैमाने पर बढोत्तरी की गई है. जनवरी के अंतिम सप्ताह में सरकार ने लाइसेंस फीस में यह बढोत्तरी की है.
* दोगुनी की लाइसेंस फीस
जानकारी के अनुसार लाइसेंस शुल्क में यह बढोत्तरी 2022-23 के लिए लागू रहेगी. जिसके अनुसार अब तक अमरावती जिले में वाइन शॉप के लिए 5 लाख 19 हजार 750 रुपये लाइसेंस शुल्क भरना पडता था, लेकिन अब यह लाइसेंस शुल्क 11 लाख रुपए कर दिया गया है. विदेशी शराब बिक्री पर भी बढोत्तरी की गई है. विदेशी शराब के लाइसेंस के लिए पहले 1 लाख 73 हजार 250 रुपए का शुल्क एक वर्ष के लिए भरना पडता था, लेकिन अब कुल 4 लाख रुपए का सालाना शुल्क भरना पडेगा. इसी तरह वाइन शॉप के लिए पहले 6 लाख 93 हजार रुपए भरने पडते थे.
अब सालाना 15 लाख रुपए लाइसेंस शुल्क फीस भरनी पडेगी. 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों के लिए बीयर बार का शुल्क 4 लाख 62 हजार से बढकर 5 लाख 31 हजार 350 रुपए कर दिया गया है. देसी-विदेशी समेत बीयर बार के लाइसेंस शुल्क में बढोत्तरी के कारण शराब भी महंगी बिकेगी. कोरोना महामारी के बढते प्रादुर्भाव के दौरान शराब बिक्री की दुकानें बंद थी. अब तक राज्य सरकार नियमित 10 प्रतिशत बढोत्तरी करती थी, लेकिन इस बार जबर्दस्त बढोत्तरी के कारण देसी-विदेशी और बीयरबार संचालकों में जबर्दस्त रोष देखा जा रहा है.
देशी के लिए लगेंगे सालाना 4 लाख
शत प्रतिशत इस बढोत्तरी के कारण वाइन शॉप बियर बार और देशी शराब दूकानों में शराब मंहगी बिकेगी. वाइन शॉप व बीयर बार के अलावा देसी शराब की दर्जनों दूकानें हैं. देसी शराब बिक्री के लिए 2 लाख 88 हजार 750 रुपए लाइसेंस शुल्क भरना पडता था. लेकिन अब सालाना 4 लाख लाइसेंस शुल्क देना पडेगा. वाइन शॉप, बीयर बार और देसी शराब दूकानों के संचालकों का कहना है कि 10 से 15 प्रतिशत लाइसेंस शुल्क बढोत्तरी की उम्मीद थी. लेकिन यहां बढोत्तरी लगभग 100 प्रतिशत हो गई है.