चालक- वाहक पर कार्रवाई होगी क्या ?
सीटी को वोट दिया, दिव्यांग आदिवासी युवक को बस से उतारा
* दोनों विधायकों कडू और पटेल द्बारा मांग
चिखलदरा/ दि. 2- सीटी को वोट देनेवाले आदिवासी दिव्यांग युवक को बीच जंगल में बस से उतार देने का मामला चर्चित हो गया है. अब चालक-वाहक पर एसटी निगम क्या और कब कार्रवाई करता है, इस पर निगाहे लगी है. खबर है कि प्रहार के दोनों विधायकों बच्चू कडू एवं राजकुमार पटेल ने दोषी के विरूध्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार हतरू जैसे अत्यंत दुर्गम क्षेत्र के सलिता गांव निवासी आदिवासी युवक अनिल मोतीराम धिकार के साथ ऐसी घटना होने की चर्चा हैं. अनिल 75 प्रतिशत दिव्यांग हैं. उसने गांव की अनेक माह से बंद हैंडपंप (हापसी)शुरू करने के लिए पंचायत समिति चिखलदरा ने शिकायत दी.
पंचायत समिति ने शिकायत के लए जाने पर अधिकारी और कर्मचारी गैर हाजिर थे. यह देख उसने खाली कार्यालय और कुर्सियों का मोबाइल फोन से वीडियो निकाला. एक अधिकारी ने उसे देख लिया. युवक को चिखलदरा थाने के स्वाधीन किया.
अनिल के अनुसार दो पुलिस वाले उसे सरकारी अस्पताल ले गए. फिर छोड दिया. शाम 4.30 बजे के दरमियान चिखलदरा- परतवाडा बस नंबर 6459 से परताडा के लिए वह चढा. इस दौरान चुनाव की चर्चा शुरू हो गई. कन्डक्टर ने उससे पूछा कि उसने किसे वोट दिया है ? अनिल ने जवाब दिया कि प्रहार के विधायक राजकुमार पटेल ने उसकी आंखों की जांच करवाई. चश्मा दिलाकर दिया. विधायक बच्चू कडू ने उसका दिव्यांग का प्रमाणपत्र नि:शुल्क बनवा दिया. उसे प्रतिमाह 1500 रूपए सहायता शुरू करवा दी. इसलिए सीटी को वोट दिया.
यह सुनते ही कंडक्टर ने बस रूकवा दी उसे मडकी हरी, अमराई के जंगल में एसटी बस से उतार दिया. बस चले जाने पर उसने विधायक राजकुमार पटेल को फोन कर आप बीती बताई. उन्होंन जगत शनवारे को तत्काल मोथा गांव से उसकी मदद के लिए भेजा. विधायक के पीए प्रवीण (छोटूभाउ) के पास छोड देने की व्यवस्था कर दी.
युवक परतवाडा पहुंचने पर विधायक पटेल के पीए प्रवीण तेलगोटे ने उसे परतवाडा एसटी डेपो में जाकर लिखित शिकायत देने कहा.
1 मई को पीडित अनिल धिकार ने विधायक कडू और पटेल से मुलाकात की. आपबीती बताई. दोषी पर कार्रवाई करने और इंसाफ करने की विनती दोनों विधायकों से की. विधायकों ने परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर दोषी पर कडी कार्रवाई करने कहाा है. अब इस मामले में कब और क्या कारर्वाई होती है, इस ओर मेलघाट एवं जिले की जनता का ध्यान लगा हैं.