आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का दावा ठोकूंगा
तनवीर आलम ने पत्रकार परिषद में दी चेतावनी
* फ्रेंड्स वेलफेअर सोसायटी की नवनियुक्त कार्यकारिणी ने किया आरोपों का खंडन
* किराए के लोगों के सहारे झूठे इल्जाम लगाने का लगाया आरोप
अमरावती/ दि. 29-पुत्र मोह में मो. अयूब ने उनके बेटे मो. फैजान को शारीरिक शिक्षक रहने के बाद उसे बिना अनुदानित से पदव्युत्तर पद पर नियुक्त किया है. हम पर लगाए सारे आरोप बेबुनियाद है. किराए के लोगों के सहारे झूठे इल्जाम लगाए जा रहे है, ऐसा आरोप वलगांव रोड स्थित फ्रेंडस वेलफेअर सोसायटी की नवनियुक्त कार्यकारिणी के सदस्यों ने आज वालकट कंपाउंड स्थित मराठी पत्रकार भवन में आयोजित पत्रकार परिषद में लगाते हुए उन पर लगाए गए आरोपों का खंडन किया. साथ ही मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने वालों के खिलाफ मानहानि का दावा ठोकुंगा, ऐसी चेतावनी दी. पत्रकार परिषद में सोसायटी के सदस्य सै. तनवीर आलम ने दी.
पत्रकार परिषद में फ्रेंड्स वेलफेअर सोसायटी के अध्यक्ष हाजी सै. नियाज अली करामत अली, उपाध्यक्ष अ. रउफ हाजी अ. गफूर, सचिव अंजार परवेज खान हाजी गुलाम मुर्तूजा खान, सह सचिव नूर उल हक निजाम उल हक, सदस्य अ. अमीन अ. राउत, सदस्य सै. तनवीर आलम सै. निजाम अली आदि उपस्थित थे. आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा है कि 18 दिसंबर को नई कार्यकारिणी का चुनाव लिया गया था. जिसमें अध्यक्ष पद पर हाजी सै. नियाज अली, उपाध्यक्ष अ. राउत, सचिव अंजार परवेज खान, सहसचिव नुरूल हक, कोषाध्यक्ष तसलीम अहमद खान, सदस्य अ. अमीन, सादाब खान, शोएब परवेज खान, अहसान उल हक नुरूम उल हक, तनवीर आलम, विधि सलाहकार एड. शगुप्ता परवीन नसीर शहा का आगामी 3 वर्षो के लिए सहसमिति से चयन किया गया है. इसका पत्र धर्मदाय आयुकत के समक्ष पेश किया गया. पत्रकार वार्ता में खंडन करते हुए कहा कि संस्था के पूर्व अध्यक्ष व सचिव जो कार्यकारिणी का हवाला देकर कार्यकारिणी की मंजूरी की बात कर रहे है. इस कार्यकारिणी के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में अपील दायर की गई है. जो कि फिलहाल न्यायालयीन विचाराधीन है. रेजीस चेंज रिपोर्ट की बात कर रहे है. उनका कार्यकाल 2017 से 2020 तक था. उन्होंने आरोप लगाया कि संस्था के पूर्व अध्यक्ष व सचिव ने संस्था को बदनाम किया. द्बेष भावना से बदला लेने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रहे है.
सै. तनवीर आलम ने बताया कि वर्ष 2080 में संस्था की स्थापना की गई. अध्यक्ष हाजी नियाज अली व उपाध्यक्ष अब्दुल राउत, तसलीम अहमद खान, नुरूल हक व अंजार परवेज इन दोस्तों ने उनके पास की जमा पूंजी व व्यापार होने की वजह से निर्णय लिया था कि जकात के जो रूपए निकलते है उसे जमा कर कौम के बच्चों पर खर्च किया जाए. इससे बच्चों को तालिम दी जाए तब एलआयसी एजेंट मो. अयुब व मीटर रीडिंग लेने वाले मो. याकूब दोनों को साथ लेकर संस्था की शुरूआत की गई. 2017 के बाद उनकी मनमर्जी से लिए जाने फैसलों के कारण संस्था की कार्यकारिणी में विवाद निर्माण हुआ. 2017 में उन्होंने बोगस चुनाव लिया था. इस बारे में नागपुरी गेट पुलिस थाने में धोकाधडी करने की विभिन्न धाराओ के तहत अपराध दर्ज है. यह मामला न्यायालय में शुरू है. उन्होने बतााया कि पूर्व शिक्षा उपसंचालक ने उन चार लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज करने के आदेश दिए थे. शिक्षा उपसंचालक ने उनकी मान्यता रद्द की है. उन्होेंने जो आरोप लगाए वे बेबुनियाद है. यहां किसी तरह के रूपए नहीं खाये गए. जबकि वे मुख्याध्यापिका से जोर जबर्दस्ती रूपए ले जाते थे. इसकी भी शिकायत दर्ज है. संस्था हडपने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा ठोकेंगे, ऐसी भी चेतावनी पत्रकार परिषद में दी.