किसानों के सम्मान के लिए निरंतर काम करते रहेंगे : नीलेश विश्वकर्मा
तीन दिवसीय शंकरपट का समापन
* लाखों रुपए के पुरस्कार वितरित
चांदुर रेल्वे/दि.2- आज किसान यह विषय हर सरकार और नेताओं की नजरों से दूर जा चुका विषय है. हर किसी को किसान के नाम पर राजनीति करना है, किंतु उनके माल को उचित दाम मिलने, उनके मांगे रखने के लिए एकभी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आता, यह दुर्भाग्य है. किसानों का सम्मान बढाने के लिए हम अनेक वर्षों से काम कर रहे है. शंकरपट का उपक्रम इसी का हिस्सा है. सैकडों किसानों का सम्मान करने का मौका हमें इससे मिला है. आगे भी किसानों के सम्मान में निरंतर काम करते रहेंगे, यह आश्वासन जय हिंद क्रीडा प्रसारक मंडल के अध्यक्ष डॉ. नीलेश विश्वकर्मा ने दिया.
जय हिंद क्रीडा प्रसारक मंडल की ओर से 29 से 31 जनवरी दौरान चांदूरवाडी के प्रांगण पर आयोजित भव्य शंकरपट का समापन समारोह संपन्न हुआ. समापन अवसर पर डॉ.विश्वकर्मा ने किसान, कृषि व शंकरपट की संस्कृति पर अपने विचार व्यक्त किए. इस अवसर पर मंच पर ताराचंद विश्वकर्मा, व्यापारी संघ के सुदर्शन जैन, प्रा. दीपक डहाणे, डॉ. प्रकाश विश्वकर्मा, बाभूलगांव शिवसेना तहसील प्रमुख तथा बैलजोडी मालिक गजू पांडे, उपतहसील प्रमुख रामेश्वर पेरकुंडे, जय हिंद मंडल के पदाधिकारी केशव केने, पंकज वानखडे, प्रशांत बोबडे, श्रीकांत भोयर, प्रवीण खेरकर, प्रशांत म्हस्के, योगेश आसोले, बुरहान बोहरा, विकी म्हस्के, राजीक शेख, अमोल भैसे, सूनील सोनोने, राजू चौधरी, बबलू सुलभेवार, विकी आसोले, अजय चौधरी, राहूल दांडेकर उपस्थित थे. इस तीन दिवसीय शंकर पट में संभाजीनगर, बुलडाणा, धाराशिव, जालना, नाशिक, चंद्रपूर, पुणे, कोल्हापूर की बैलजोडियों ने भाग लिया था. इस स्पर्धा में अ गट में चिखलठाणा के किशोद दिवटे के अर्जुन- रूद्रा ने प्रथम, कुर्हा के आदित्य दमाये की बैलजोडी ने द्वितीय, तृतीय स्थान सावर के सादिक शहा, तथा अशोकराव पाटील, कोमल नांदुरकर, बंडू पाटील डफले, राम दमाये, साक्षी भोंगे, नितू तिवारी, बबन खैरकार, किशोर डुकरे, विश्वजीत ढोबले, प्रकाश ठाकरे, सुशील शिंदे की बैलजोडी ने प्राप्त किया. तथा ड गुट में अमरातवी के जिगरी गृप ने 21 हजार रुपए का नकद पुरस्कार, द्वितीय स्थान भाऊ जाधव, तृतीय डॉ. आशिष सालनकर तथा डॉ. राऊत, हेमंत फरकाडे, प्रवीण कावरे, सचिन सोलव, शुभम चव्हाण, ऋषिकेश कडू, आशिष चांडोले, प्रवीण निखाडे, चेतन गावंडे, गणेश कावलकर ने पुरस्कार प्राप्त किया. इसके साथ ही गावगाडा ग्रुप में प्रवीण पडोलकर की बैलजोडी को प्रथम रोख तथा आशिष चांडोले, अमोल भैसे, हरिभाऊ खडसे, विक्की आसोले को पुरस्कार दिया गया. अतिथियों को हाथों नकद पुरस्कार व ट्रॉफी देकर विजेताओं का सम्मान किया गया. तथा सभी सहभागी बैलजोडी मालिक, धुरकरी तथा सुटी मेकर का भी विशेष सम्मान जय हिंद क्रीडा प्रसारक मंडल की ओर से किया गया.
नीलेश विश्वकर्मा भी हुए सहभागी
शंकर पट में अनेक नामी बैलजोडियों संपूर्ण महाराष्ट्र से चांदूर शहर में दाखिल हुई थी. इसमें कम से कम सेकंड में 100 मीटर की दूरी तय करने की स्पर्धा शुरु रहने पर डॉ.नीलेश विश्वकर्मा ने भी बैलगाडी पर सवार होकर 10 सेकंड में तेजी से बैलगाडी चलाकर दूरी तय की. यह दृश्य देखने लोगों ने भारी भीड की थी. भीड को नियंत्रित करने पुलिस बल का उपयोग करना पडा.