नौकरी मिलेगी लेकिन देनी होगी गुजरात विद्यापीठ की परीक्षा
फॉरेन्सिक लैब में 525 पदों की ठेका भर्ती का गृहविभाग का निर्णय
अमरावती/दि. 29– एक तरफ ठेका पद भर्ती का निर्णय राज्य शासन द्वारा पीछे लिया रहते अब महाराष्ट्र के फॉरेन्सिक लैब में 525 पदों की ठेका भर्ती करने का निर्णय गृहविभाग ने लिया है. इसमें भी गुजरात के नेशनल फॉरेन्सिक सायंस युनिव्हर्सीटी द्वारा ली गई ‘फैक्ट’ परीक्षा उत्तीर्ण रहे उम्मीदवारो को ही इस भर्ती में मौका दिया जाएगा. इस कारण महाराष्ट्र के बेरोजगारो में तीव्र रोष व्याप्त है.
विविध अपराधो में फॉरेन्सिक रिपोर्ट आवश्यक रहती है. लेकिन महाराष्ट्र के फॉरेन्सिक लैब में अनेक वर्षो से मनुष्यबल का अभाव रहने से रिपोर्ट देरी से मिलती है. इस लैब का मुख्यालय मुंबई में है. नागपुर, अमरावती, पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, नाशिक, नांदेड, कोल्हापुर आदि स्थानों पर प्रादेशिक लैब है तथा धुले, चंद्रपुर, रत्नागिरी, ठाणे, सोलापुर में लघु प्रयोगशाला कार्यरत है. इन सभी लैब में 525 पद दो साल के ठेके पर भरने का निर्णय 26 फरवरी को गृहविभाग ने लिया है. इसमें के 166 रासायनिक विश्लेषक और 166 वैज्ञानिक सहायक (वेतन 35 हजार) इन दो पदों के लिए ‘फैक्ट’ परीक्षा उत्तीर्ण रहने की शर्त है.
* तीन हजार बेरोजगार
महाराष्ट्र के फॉरेन्सिक सायंस के तीन हजार उम्मीदवार बेरोजगार है. उन्हें शासन केवल 15 हजार के मानधन पर एक साल की इंटर्नलशिप दे रहा है. लेकिन भर्ती के समय उनके अनुभव को विचार में नहीं लिया जा रहा है, ऐसी आपत्ती है.
* बेरोजगारों की आपत्ती कौनसी?
सेवा प्रवेश नियमानुसार, रासायनिक विश्लेषक और वैज्ञानिक सहायक पदों के लिए महाराष्ट्र का निवासी रहना और मराठी भाषा आना यह दो महत्व के मानक है तथा रासायनिक विश्लेषक पद के लिए एमएससी, केमेस्ट्री तथा वैज्ञानिक सहायक पद के लिए बीएससी, केमेस्ट्री और फॉरेन्सिक सायंस पदवी आवश्यक है. सेवा प्रवेश नियमानुसार इस पद के लिए ‘फैक्ट’ परीक्षा उत्तीर्ण रहना आवश्यक नहीं है. लेकिन ठेका भर्ती के लिए सेवा प्रवेश नियम नजरअंदाज कर ‘फैक्ट’ परीक्षा अनिवार्य किए जाने से बेरोजगारो में रोष व्याप्त है.
* क्या है ‘फैक्ट’?
‘फैक्ट’ यानी फॉरेन्सिक एप्टीट्यूट एन्ड केलिब्रेशन टेस्ट, गुजरात स्थित नेशनल फॉरेन्सिक सायंस युनिव्हर्सीटी द्वारा 5 साल में एक बार यह परीक्षा ली जाती है. एमएससी पदव्युत्तर पदवी लिए विद्यार्थी ही इस परीक्षा में बैठ सकते है. अब तक दो दफा यह परीक्षा ली गई है. अंतिम ‘फैक्ट’ परीक्षा 2022 में हुई थी. उसके बाद नहीं हुई है.