चांदूर रेलवे/दि.30- देश को स्वतंत्र हुए 76 वर्ष पूर्ण हो गए है, परंतु अभी भी कुछ समाज अपेक्षित ही है. विकास के दृष्टिकोण से काफी दूर है. इसमें से एक समाज यानी मातंग समाज. यह समाज का सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक दृष्टि से विकास नहीं हुआ है. इस समाज की समस्याओं को दूर करने के हेतु क्रांतिगुरु लहुजी कृति समिति की बैठक ली गई. इस समय उपस्थितों ने समाज के एकजुट कर उसके उत्थान के लिए प्रत्यन करने का संकल्प लिया.
धामणगांव रेलवे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की तीनो तहसीलों के मातंग समाज के नेताओं की बैठक चांदूर रेलवे शासकीय विश्रामगृह में आयोजित की गई थी. इससे पूर्व धामणगांव रेलवे व नांदगांव खंडेश्वर यहां सभा लेकर समाज की विविध समस्याओं जैसे शैक्षणिक, सामाजिक व आर्थिक प्रगति से संबंधित तथा शासन की विविध योजना, लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे स्मारक सभागृह के प्रश्न अभी तक हल नहीं हुए है इस विषय पर भी चर्चा हुई. क्रांतिगुरु लहुजी महाराज कृति समिति के माध्यम से इस मतदार संघ के सभी मातंग समाज को एकजुट लाने का प्रयास किया गया है. इस समिति में कोई भी पदाधिकारी नहीं रहेगा. इसमें शामिल होनेवाले सभी सदस्य अपनी जिम्मेदारी को समझकर समाज के हित में कार्य करेंगे, ऐसा बताया गया.
धामणगांव रेलवे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 21 हजार मतदाता मातंग समाज है. चुनाव के समय अनेक नेताओं की ओर से लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे का स्मारक बनाने का आश्वासन देते हैं परंतु अभी तक इसे पूर्ण नहीं किया गया. यह तीनों तहसीलों में अण्णाभाउ साठे का एक भी स्मारक न होने से उन्हें काफी दुखी है. इसलिए उपेक्षितों को न्याय दिलाने हेतु क्रांतिगुरु लहुजी कृति समिति की निर्मिती की गई. इस समय अनिल वानखडे, दादाराव स्वर्गे, रमेश अवचारे, बालासाहब सोर्गीकर, विनोद तिरले, रणजीत पाटेकर, संतोष वाघमारे, हनुमंत वानखडे, अनिल हिवराले, अरुण गायकवाड, योगेश अंभोरे, प्रकाश दांडगे, विनोद वानखडे, सुभाष पालण, रणजीत पउघान, भारत खंडारे, प्रकाश वानखडे, पवन पायघन, सुभाष खडसे, किशोर चांदणे आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.