अमरावती/दि.01– नये आर्थिक वर्ष शुरू होने के पहले ही अप्रेल महिने में बैंकों को 9 दिनों तक छुट्टी आ चुकी है. जिसके कारण छुट्टी के दिनों को छोड कर सर्वसामान्य को आर्थिक व्यवहार करना पडेगा.
आर्थिक वर्ष में पहले 15 दिन व्यापारी, कंपनी, प्रतिष्ठान के व्यावसायीक के लिए महत्त का रहता है. इस समयावधी में जमा-खर्च हिसाब का तालमेल जोडा जाता है. अब सभी को सरकारी छुट्टी का ध्यान रख कर बैंको से आर्थिक व्यवहार करना पडेगा. इस बार 9 अप्रेल को गुढीपाडवा, 11 अप्रेल को रमजान ईद, व 17 अप्रेल को राम नवमी की बैंक छुट्टी है. डॉ. बाबासाहेब जयंती रविवार 14 अप्रेल को रहने से एक छुट्टी कम हो गई है. साथ ही 7,14,21 व 28 को रविवार है. इसी तरह 13 को दुसरा व 27 को चौथा शनिवार रहने से दो दिनों तक बैंक बंद रहेगा. इसके कारण इस महिने में कुल 9 दिनों तक आर्थिक व्यवहार नहीं होगा.
व्यापारी, प्रतिष्ठान यह बैंक के माध्यम से पैसों का लेन-देन करते है. आरटीजीएस व्दारा देयक का चुकारा, धनादेश वितरण, रोज के व्यवसाय का पैसा बैंक खाता में जमा करना सहित अन्य आर्थिक काम उन्हें करना पडता है. बैंक के माध्यम से अनेक का वेतन व पेंशन होता है. आर्थिक वर्ष के अंतिम रहने से अनेक की पेंशन को देरी हो सकती है. कोषागार कार्यालय व्दारा पहले ही घोषित किया गया है. उसमें छुट्टी आने के कारण कब पेंशन मिलेगी इस बारे में वरिष्ठ नागरिकों में चिंता दिख रही है. इसलिए अप्रेल के पहले सप्ताह में किसी तरह की सार्वजनिक छुट्टी न होने से बहुत से आर्थिक व्यवहार खत्म होगे. ऐसे मत बैंक के व्यवस्थापक ने व्यक्त किए है.
अप्रेल में तीन सार्वजनिक छुट्टी
चार रविवार, दो शनिवार व गुढी पाडवा, रमजान ईद व राम नवमीं ऐसे तीन सार्वजनिक छुट्टी है. जिसके कारण बैंक 9 दिवस बंद रहेगें. सर्वसामान्य ने इस दृष्टी से नियोजन करने का आवाहन शिखर बैंक के व्यवस्थापक पंकज कुमार ने किया है.