
* पुरानी आरक्षण व्यवस्था में ओपन सीटें 47
* जनगणना 14 वर्ष पुरानी
अमरावती/दि.7- कोरोना महामारी के समय से प्रलंबित स्थानीय स्वराज संस्था के चुनावों का मुहूर्त अगले माह निकल जाएगा. सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य चुनाव आयोग को आगामी चार महीनों के भीतर लंबित चुनाव कराने का निर्देश दिया है. चुनाव के संबंध में चार सप्ताह के भीतर अधिसूचना जारी करने के निर्देश भी दिए गए हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये चुनाव 2022 से पूर्व ओबीसी राजनीतिक आरक्षण के साथ होंगे, इसलिए, 2017 के अमरावती मनपा चुनाव की तरह ही इस बार भी 87 सीटों के लिए चुनाव लड़ा जाएगा. 87 सीटों पर कुछ नगरसेवक रह चुके लीडर्स सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि, वार्डों में हजारों की संख्या में आबादी बढ गई है. जिससे नगरसेवकों पर काम का बोझ बढता है. बहरहाल आरक्षण की स्थिति भी 2017 के समान रहेगी.
आरक्षण को ध्यान में रखें तो ओबीसी-23, एससी-15, एसटी-2 और ओपन-47 समेत कुल 87 सीटें होंगी. उल्लेखनीय है कि अमरावती मनपा और जिला परिषद पिछले तीन वर्षों से प्रशासक के अधीन हैं. शुरूआत में कोरोना फिर वार्ड संयोजन और बाद में ओबीसी के लिए आरक्षण के मुद्दे के कारण इन चुनावों में देरी हुई. अमरावती मनपा की स्थिति पर नजर डालें तो महापौर का कार्यकाल 8 मार्च 2022 को समाप्त हो गया था और प्रशासक का राज शुरू हो गया था. यह कार्यकाल वर्ष 2017 से 2022 तक पांच साल की अवधि के लिए था. उसके बाद पिछले तीनचार साल से ओबीसी राजनीतिक आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में था, इसलिए फैसला आज तक टलता रहा. तीन साल बाद आखिरकार, सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट ने 2022 से पहले की पद्धति से ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण के साथ चुनाव कराने के आदेश दिए हैं.
* जनगणना 2011 की
महापालिका चुनाव इस वर्ष हो रहे हैं. ऐसे मेें शहर के प्रथम नागरिक रह चुके नेता ने प्रश्न उठाया कि, प्रभाग की रचना कैसी रहेगी. उनमें वोटर्स आज 25 से 30 हजार पंजीबद्ध है. जबकि हकीकत में 50 हजार लोग भी अनेक प्रभागों में रह रहे हैं. पिछली जनगणना 14 वर्ष पहले 2011 में हुई थी. उसी आधार पर 2025 के इलेक्शन का प्रभाग तय करना कहां तक उचित है?
* मनपा चुनाव कराने तैयार
सुप्रीम कोर्ट के आदेश व इसी प्रकार शासन व चुनाव आयोग के दिए गए निदेर्शों के अनुसार चुनाव होगा. शासन व चुनाव आयोग के जैसे आदेश मिलेंगे, उसके अनुसार मनपा प्रशासन मनपा चुनाव करवाने के लिए तैयार है. प्रभाग रचना और अन्य बातें शासन व चुनाव आयोग के निर्देशानुसार तय की जाएगी.
– सचिन कलंत्रे,
मनपा आयुक्त.
* बीजेपी ने मारी थी बाजी
पिछला मनपा चुनाव 21 फरवरी, 2017 को हुआ था, इस बार मनपा चुनाव आठ वर्षों के अंतराल पर होंगे. पिछले चुनाव में कुल 87 सीटों में से भाजपा को सर्वाधिक 45, कांग्रेस को 15, शिवसेना को 7, बसपा को 5, एआईएमआईएम को 10, वाईएसपी को 3, आरपीआई को 1 और निर्दलीय को 1 सीट मिली थी.
* 2017 में ऐसा था आरक्षण
वर्ष 2017 के चुनाव के दौरान कुल 22 प्रभाग थे, उनमें से 21 प्रभाग में 4 नगरसेवक व प्रभाग क्रं. 9 एसआरपीएफ वडाली में 3 नगरसेवक थे, इनमें अनुसुचित जाति-15, अनुसूचित जनजाति -2, ओबीसी -23 और सर्वसाधारण 47 सीटें थीं, इसके अनुसार अब सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पश्चात चुनाव कराने का रास्ता खुल गया है.