* महायुती के सभी वादे फेल
* कलेक्ट्रेट पर 70 ट्रैक्टर के साथ आक्रोश मोर्चा
* गाजे बाजे के बावजूद नहीं जुटी भीड़
अमरावती/दि.5- राकांपा शरद पवार गुट के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने आज यहां महायुती सरकार को जमकर आड़ेहाथ लिया. पाटील ने आरोप लगाया कि महायुती द्वारा किसानों को दिए गए तमाम आश्वासन फेल हो गए हैं. जबकि सरकार इवेंट पर करोड़ों रुपए पानी की तरह उड़ा रही है. वे पार्टी के आक्रोश मोर्चा का नेतृत्व कर रहे थे. मोर्चे में युवा संघर्ष यात्रा लेकर निकले युवा नेता रोहित पवार, विधायक रोहित पाटील, महिला अध्यक्ष रोहिनी खड़से, पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, गुलाबराव गावंडे, हर्षवर्धन देशमुख, प्रा. शरद तसरे, जिलाध्यक्ष सुनील वर्हाडे, शहर अध्यक्ष डॉ. हेमंत देशमुख, युवक अध्यक्ष विनेश आडतिया, गणेश रॉय, वेदप्रकाश आर्य, विजय भैसे, अनिल ठाकरे, संगीता ठाकरे, शेखर माने, पुष्पा मोरे, भास्कर ठाकरे, अजीज पटेल आदि अनेक के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता सैकड़ों ट्रैक्टर्स लेकर शामिल हुए थे. नेहरु मैदान से निकला मोर्चा प्रमुख मार्गों से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा. जयंत पाटील ने ट्रैक्टर चलाया. साथ में अनिल देशमुख, रोहित पवार, गावंडे भी सवार थे. महिलाओं ने भी ट्रैक्टर चलाया. बड़े नेता आने के बावजूद अपेक्षित भीड़ नहीं जुट पाई.
* पैदल चले भैया साहब
जयंत पाटील ने परसों से नागपुर में आरंभ हो रहे शीत सत्र के माध्यम से किसानों को अतिवृष्टि और सूखे के कारण हुए नुकसान की भरपाई दिलाने का ऐलान किया. उन्होंने शीत सत्र की अवधि को लेकर भी प्रश्न उपस्थित किए. केवल बारह दिनों का सत्र रखा गया है. उसमें भी कामकाज मात्र पांच दिन होने का उल्लेख उन्होंने किया. सरकार पर विदर्भ की उपेक्षा का आरोप किया. उल्लेखनीय है कि मोर्चे में पूरे समय शिवाजी शिक्षा संस्था के अध्यक्ष भैया साहब उर्फ हर्षवर्धन देशमुख पेैदल चले. सभा को महिला अध्यक्ष रोहिनी खडसे, रोहित पवार, गुलाबराव गावंडे, अनिल देशमुख ने भी संबोधित किया. उसी प्रकार राम चव्हाण, फारुख खान, विजय हावरे, पूजा मोरे, प्रवीण काशीकर, प्रदीप राऊत, केवलराम काले आदि अनेक की उपस्थिति रही.
* महापुरुषों को नमन
नेहरु मैदान से शुरु हुए मोर्चे में सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष कार्यकर्ता विशेषकर किसान सहभागी हुए. उसी प्रकार नेताओं ने जयस्तंभ चौक पर महात्मा गांधी, इर्विन चौक पर बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा को माल्यार्पण कर अभिवादन किया.
पवार, गावंडे भड़के
रोहित पवार,गुलाबराव गावंडे और अनिल देशमुख ने महायुती सरकार पर किसानों की घोर उपेक्षा करने का आरोप लगाया. रोहित पवार ने कहा कि सूखे के कारण उत्पादन कम हुआ है. किन्तु सरकार ध्यान नहीं दे रही. सदन में सीएम, डीसीएम किसानों के लिए भाषण देते हैं, मगर वास्तव में किसानों के लिए कुछ नहीं कर रहे. पवार का देवेंद्र फडणवीस पर रोष नजर आया. उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष में फडणवीस ने एक भी दौरा नहीं किया. किसानों की समस्या नहीं सुनी. गुलाबराव गावंडे ने कहा कि हमारे बड़े भाई अजीत दादा ने पार्टी छोड़ दी है, लेकिन आज भी हजारों- लाखों लोग शरद पवार के साथ हैं. हम साहब का साथ देंगे. अनिल देशमुख ने कहा कि कपास, सोयाबीन को रेट नहीं मिल रहा है. यह बात हम सदन में उपस्थित करेंगे. सरकार को किसानों की मदद करने विवश करेंगे.