दिवाली में सेंट्रल सेक्टर से खरीदी करेगे अतिरिक्त बिजली
दिवाली पूर्व राज्य में बिजली की मांग 28 हजार मेगावाट पर पहुंची
निजी आपूर्तिधारकों से 15 हजार 300 मेगावॉट बिजली हो रही प्राप्त
अमरावती/दि.10– अक्टुबर हीट में 28 हजार मेगावॉट पहुंचाने के बाद राज्य में बिजली की मांग बढने के पूर्व कमी आयी थी. मगर अब दिवाली के पहले ही बुधवार को यह मांग 28 हजार 382 मेगावॉट पर पहुंच गयी है. दिवाली के पांच दिन के पर्व में घरगुती व रब्बी हंगामी कृषी क्षेत्र में बिजली की मांग बढेगी. जिसके कारण राज्य में बिजली की मांग 29 हजार 500 मेगावॉट तक पहुंचने की आशंकाएं जतायी जा रही है. परिणाम स्वरुप राज्य में सेंट्रल सेक्टर में अतिरिक्त एक से देढ हजार मेगावॉट बिजली खरीदी की जा सकती है.
उर्जा विभाग ने दिवाली के आवश्यकता के अनुसार बिजली खरीदी करने के नियोजन करने के लिए दिवाली के समय कटौती निर्माण नही होगी. इसके दौरान औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की मांग की कमी होने पर आपतकालीन भारनियमन भी नहीं होगी. ऐसी आशा महानिर्मिती व महावितरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने जतायी है.
* दिवाली में नियोजन
राज्य के महानिर्मिती औष्णिक केंद्र से 7200 मेगावॉट की पुर्तता हो रही है. सौर,जल,गैस आदि प्रकल्प व र्जाय के जिंदाल, अदानी,रतन इंडिया आदि निजी बिजली निर्माताओं से राज्य के लिए 15 हजार 300 मेगावॉट बिजली मिल रही है. उर्वरित 10500 मेगावॉट सेंट्रल सेक्टर में ली जा रही है.
* 14 दिनों का कोयला भंडार नहीं
नाशिक, कोराडी, खापरखेडा चंद्रपुर, परली, पारस, भुसावल, इन सात केंद्र में हाल ही में लगभग 5 से 8 दिनों का कोयला ही भंडार बाकि है. अक्टुबर की तुलना में हाल में कोयला बाकि है. सभी औष्णिक केंद्र को हर रोज आवश्कतानुसार कोयला मिलने से अभी कमी नहीं है. राज्य के किसी भी औष्णिक केंद्र के पास नियमानुसार 14 दिनों का भंडार बाकि है.
* औद्योगिक क्षेत्र में मांग में बचत
दीपोत्सव के कारण घरगुती बिजली व रब्बी हंगामी के लिए कृषी क्षेत्र में बिजली की मांग बढेगी. दिवाली में 5 से 6 दिन कारखाने, उद्योग बंद रहने से राज्य में औद्योगिक उपयोग में बिजली की कमी होती है.
केंद्र बिजली निर्मित (मेगावॉट)
नाशिक 354
कोराडी 1900
खापरखेडा 932
पारस 465
परली 631
चंद्रपूर 2258
भुसावल 770