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क्या नए साल में बदलेंगी शहर की तस्वीर?

अधूरे विकास कामों में बीता साल

* भूमिगत गटर, पाइप लाइन, और पीएम आवास योजना अधर में
* विविध विभागों में समन्वय का अभाव
* जनप्रतिनिधियों की भी अक्षम्य अनदेखी
अमरावती/दि.29- अमरावती और बडनेरा इन दो शहरों में महापालिका प्रशासन सहित सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण, महावितरण आदि प्रमुख विभागों द्वारा विकास कार्य किए जा रहे है. इसमें प्रमुखता से 1999 के भूमिगत गटर योजना की ओर प्रशासन, जनप्रतिनिधि और सरकार भी अक्षम्य अनदेखी हो रही है. मनपा क्षेत्र के कई विकास कार्य साल 2022-23 में पूर्ण होना अपेक्षित था, लेकिन अधिकांश क्षेत्र में अब तक कई काम अधूरे पडे है. नए साल में यह स्थिति बदलेगी या नहीं? यह सवाल नागरिकों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि, ज्यादातर काम अभी भी अटके हुए हैं और नई तस्वीर बदलेगी या नहीं, इसमें संशय है.
निधि का अभाव, मानव संसाधन की कमी, अलग-अलग विभागों में समन्वय का अभाव तथा जनप्रतिनिधियों की अनदेखी आदि कारणों से यह शहर भविष्य में सौंदर्यीकरण हुआ दिखेगा या नहीं, यह चर्चा चल रही है. शहरवासियों की तृष्णा तृप्ति करने वाली पाइप लाइन बदलने का 973 करोड का प्रस्ताव अब तक स्थानीय मजीप्रा प्रशासन और मंत्रालय की बीच अटका है. प्रधानमंत्री आवास योजना की अवधि 2022 में ही खत्म हुई, फिरभी महापालिका द्वारा निर्माणकार्य चल रहे घटक तीन के 860 आवासों का लक्ष्य अब तक आधा भी पूरा नहीं हुआ. वहीं महापालिका की आर्थिक स्थिति व सरकार की ओर से मिलने वाला कम अनुदान के कारण नवसारी, शेगाव नाका-रहाटगांव, तपोवन जैसे सीमावर्ती क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं पहुंची. तथा करमूल्यांकन की भी प्रक्रिया भी विगत कुछ माह में लंबित होने की जानकारी है. शहर में बस सेवा पर्याप्त नहीं, सडकों पर दौडने वाली बसें भी कबाड अवस्था में है. दौरान कुछ दिन पूर्व जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने महापालिका में मनपा व मजीप्रा के कामों का संयुक्त जायजा लिया. उस समय मनपा क्षेत्र की समस्या हल करने के लिए अधिवेशन समाप्त होने के बाद नियमित जायजा लेंगे, यह आश्वासन पालकमंत्री ने दिया था. अब तो अधिवेशन भी समाप्त हुआ. अब यह देखना है कि, क्या नए साल में यह समस्या हल होंगी?
* फिशरी हब प्रकल्प भी अधर में
शहर में फिशरी हब और फिश मार्केट के लिए बडनेरा, कोंडेश्वर मार्ग व फ्रेजरपुरा परिसर के शुक्रवार बाजार में निर्माणकार्य शुरु हुआ. यह महत्वपूर्ण प्रकल्प भी अधर में है. विधायक रवि राणा की पहल से छत्री तलाव सौंदर्यीकरण का काम शुरु तो हुआ, लेकिन निधि के अभाव में वह काम भी ठंडे बस्ते में पडा है.
* सरकारी स्कूलों की दुर्दशा कायम
विधायक सुलभा खोडके ने महापालिका की स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम की कक्षा व माध्यमिक कक्षाएं मंजूर कराई, किंतु यहां पर भी शिक्षक और छात्रों के लिए सुविधाओं का अभाव है. इन स्कूलों की दुर्दशा कायम है.

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