अमरावती

72 घंटे में रास्ता दुरुस्ती की घोषणा निकली हवा-हवाई

पीसीआरएस एप पर गड्ढों के फोटों डालने का किया गया था आवाहन

* नागरिक दिखा रहे तत्परता, पीडब्ल्यूडी है उदासीन
अमरावती/दि.23 – रास्तों पर रहने वाले गड्ढों का फोटो पीसीआरएस एप पर डालने के बाद उसे अगले 72 घंटें में बुझाकर सडक को समतल करने की घोषणा सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्बारा की गई थी. जिसे नागरिकों की ओर से शानदार प्रतिसाद मिल रहा है और लोगबाग अपने-अपने क्षेत्र में रास्तें पर रहने वाले गड्ढों के फोटों निकालकर इस एप पर अपलोड भी कर रहे है, लेकिन सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग शायद अपने ही द्बारा की गई घोषणा को भूल गया है और पीडब्ल्यूडी की ओर से रास्तों को बुझाने के लिए काफी धीमा प्रतिसाद मिल रहा है.
उल्लेखनीय है कि, इन दिनों शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के अख्तियार में आने वाले रास्तों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है और कई स्थानों पर सडकों के बीचोंबीच अथवा किनारे गड्ढे बन गए है. ऐसे गड्ढों को लेकर नागरिकों की ओर से शिकायत मिलने पर उन गड्ढों को बुझाया जा सके, इस उद्देश्य से सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने ‘पोथहोल कम्प्लेंट रिड्रेसल सिस्टिम’ यानि पीसीआरएस नामक एप शुरु किया है. इस एप पर किसी भी रास्तें पर रहने वाले गड्ढे का फोटो अपलोड करने के बाद उस गड्ढें को अगले 72 घंटे में बुझाने का आश्वासन अधिकारियों द्बारा दिया गया है. लेकिन इस एप का प्रयोग करने वाले लोगों को अब तक इस पर अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिला है, यह फिलहाल तक का अनुभव है

.

* क्या हैं पीसीआरएस एप?
सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने नागरिकों की सुविधा के लिए पीसीआरएस नामक एप शुरु किया है. जिस पर किसी भी रास्तें पर रहने वाले गड्ढे का फोटों अपलोड करने के बाद उसे अगले 72 घंटों में बुझाकर ठीक करने का आश्वासन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्बारा दिया गया है.

* अभी एप को लेकर अधिकांश नागरिकों को जानकारी नहीं है
इस संदर्भ में जानकारी एवं प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किए जाने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों द्बारा बताया गया कि, जिले में कई स्थानों पर नये रास्तों को बनाने एवं गड्ढों को भरकर सडक ठीक करने का काम पीडब्ल्यूडी द्बारा किया जा रहा है. साथ ही सडकों पर रहने वाले गड्ढों की जानकारी प्राप्त करने हेतु पीसीआरएस एप लाँच किया गया है. परंतु ज्यादातर नागरिकों को अब तक नये रहने वाले इस एप की जानकारी नहीं है. ऐसे मेें नागरिकों को इस संदर्भ में जानकारी देने हेतु फिलहाल इस एप को प्रसिद्धि दी जा रही है. साथ ही इस एप के जरिए शिकायत मिलते ही गड्ढों को बुझाने हेतु पीडब्ल्यूडी पूरी तरह से तत्पर है.

– टवलार – अचलपुर बायपास से टवलार फाटे पर पुलिया के निकट सडक के किनारे बना हुआ गड्ढा जिसमें एक व्यक्ति कमर की उंचाई तक खडा हो सकता है.
– चुर्णी – चिखलदरा तहसील में डोमा से चुर्णी तक सडक गड्ढों की वजह से छल्ली हो चुकी है.

 

Related Articles

Back to top button