मुंबई/दि.15- महाराष्ट्र में जल्द ही जीवनावश्यक वस्तुओं की बिक्री करनेवाली किराणा दुकानों के जरिये वाईन की बिक्री भी की जायेगी. जिसे बहुत जल्द राज्य सरकार द्वारा अनुमति दिये जाने की संभावना है और सरकार द्वारा इसे लेकर अधिसूचना जारी करने की तैयारी की जा रही है.
ज्ञात रहें कि, आगामी 31 दिसंबर को नववर्ष की पूर्व संध्या पर जश्न का माहौल रहता है और इस समय शराब व बीयर के साथ ही वाईन की अच्छी-खासी बिक्री होती है. चूंकि शराब की तुलना में वाईन में अल्कोहोल का प्रमाण बेहद अल्प होता है. अत: सरकार द्वारा किराणा दुकान, बेकरी व डिपार्टमेंटल स्टोर्स के जरिये वाईन की बिक्री करने को अनुमति दी जा सकती है. जानकारी के मुताबिक राज्य में प्रतिवर्ष वाईन की 70 लाख बोतलीं की बिक्री होती है, किंतु सरकार की इस नई नीति के चलते यह बिक्री बढकर सालाना 1 करोड बोतल तक पहुंच सकती है, ऐसी उम्मीद है. राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2000 से अब तक वाईन पर किसी भी तरह का कोई अतिरिक्त कर नहीं लगाया गया था. किंतु अब एक लीटर वाईन पर सरकार द्वारा 10 रूपये का आबकारी शुल्क लगाया जायेगा. जिससे सरकार की तिजोरी में सालाना पांच करोड रूपये का अतिरिक्त राजस्व जमा होगा. साथ ही यह भी पता चलेगा कि, राज्य में वाईन की बिक्री कितनी होती है. चूंकि कई खाद्यपदार्थों में वाईन का प्रयोग किया जाता है. ऐसे में वाईन की बिक्री को प्रोत्साहित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा किराणा दुकानों व डिपार्टमेंटल स्टोर्स के जरिये वाईन की बिक्री को अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है.
* विदेशी शराब हुई सस्ती
हाल ही में राज्य सरकार द्वारा विदेशों से आयात की जानेवाली शराब पर लगनेवाले विशेष शुल्क के दर को 300 प्रतिशत से घटाकर 150 प्रतिशत कर दिया गया था. जिसके चलते शराब के निर्मिती शुल्क का विचार करते हुए उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा शराब की नई दरें घोषित की गई थी. ऐसे में विदेशी शराब के सस्ती हो जाने के चलते अब महाराष्ट्र के लोगों को अन्य राज्यों से कुछ पैसे बचाने हेतु शराब लाने की जरूरत नहीं पडेगी. हालांकि इसके बावजूद यदि कोई बाहरी राज्यों से शराब लाता है, तो संबंधितों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी. इस समय आठ प्रकार की शराब के दर निश्चित किये गये है और जल्द ही अन्य कंपनियों की शराब के दर भी घोषित किये जायेंगे, ऐसा आबकारी विभाग की ओर से बताया गया है.