अमरावतीमहाराष्ट्र

बदलते समय के साथ जनसंपर्क की भूमिका हुई महत्वपूर्ण

व्याख्यान में योगेश अवस्थी ने व्यक्त की राय

अमरावती/दि.28-केंद्र और राज्य सरकारी जनसंपर्क का मुख्य उद्देश्य सही संदेश को सही लोगों तक सही समय पर सही तरीके से पहुंचाना है. ताकि उनमें किसी भी सूचना का अभाव नहीं हो. यही वजह है कि बदलते समय के साथ सार्वजनिक क्षेत्र में जनसंपर्क की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है. यह विचार भारतीय रेल मंत्रालय की पत्रिका भारतीय रेल के संपादक योगेश अवस्थी ने व्यक्त किए.
बुधवार को भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) पश्चिम क्षेत्रीय परिसर अमरावती में सार्वजनिक क्षेत्र में जनसंपर्क विषय पर संपादक योगेश अवस्थी का विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईएमसी के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राजेश सिंह कुशवाहा ने की. इस अवसर पर डॉ. विनोद निताले, डॉ. आशीष दुबे और चैतन्य कायंदे पाटिल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए योगेश अवस्थी ने कहा कि आज सूचना और प्रौद्योगिकी के युग में सूचनाओं की प्रचुरता है. लेकिन इन सूचनाओं में कौनसी सूचना सही है और कौनसी गलत इसमें अंतर कर पाना आम लोगों के लिए संभव नहीं हो पाता. कई बार भ्रामक और गलत जानकारी की वजह से उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. सटीक, तथ्य और सच्ची सूचनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने को लेकर केंद्र और राज्य सरकारी जन संपर्क विभाग सतर्क और सजग होता है. बदलते दौर के साथ ही सार्वजनिक सूचना तंत्र और व्यवस्था में बदलाव आया है. केंद्र और राज्य सरकार विविध जन सूचना माध्यमों के जरिए लोगों को शिक्षित, जागरुक और उनका ज्ञानवर्धन कर रही है.
डॉ. राजेश सिंह कुशवाह कहा कि, जिस व्यक्ति का जनसंपर्क बेहतर होता है वह सार्वजनिक जीवन में सफल होता है. इसलिए सभी को जनसंपर्क का अध्ययन करना चाहिए. मंच संचालन निशा भारती ने किया. आभार प्रदर्शन सुधीश सिंह ने व्यक्त किया. आयोजन को सफल बनाने में नुरूझुमा शेख, राजेश झोलेकर, भूषण मोहोकार, संजय पाखोडे आदि ने सहयोग किया. इस अवसर पर हिंदी, मराठी और अंग्रेजी पत्रकारिता के विद्यार्थी उपस्थित थे.

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