धारणी/दि.7 – माता के खुन में हिमोग्लोबिन केवल 6.4 प्रतिशत, सीजर कराना जरुरी, ब्लड की किल्लत, मरीज व रिश्तेदार अमरावती जाने के लिए तैयार नहीं. ऐसी स्थिति में साद्राबाडी के स्वास्थ्य दल ने वक्त पर दिखाई सजगता के चलते खंडवा से ब्लड उपलब्ध करवाया और महिला की सुरक्षित प्रसुति कराकर उसे जीवनदान दिया.
साद्राबाडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाई गई सुषम दहिकर को प्रसुति वेदना शुरु होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. मगर उसके खुन में हिमोग्लोबीन की मात्रा काफी कम होने से धारणी उपजिला अस्पताल रेफर किया गया. जांच करने पर सीजर कराने की बात कई गई. इस वजह से उसे अमरावती ले जाने की सलाह दी गई. मगर माता व रिश्तेदार इसके लिए तैयार नहीं थे. ऐसे में बी पॉजिटीव रक्त उपलब्ध न होने के कारण समुपदेशक ममता सोनकर ने निजी अस्पताल से रक्त उपलब्ध कराने का प्रयास किया, मगर कोई लाभ नहीं मिला. ममता सोनकर व फुलवंती ने इसकी जानकारी तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.तिलोत्तमा वानखडे व स्वास्थ्य अधिकारी सोहम उघडे को दी. तब उन्होंने ब्लड खंडवा से लाने का प्रयास किया. फुलवंती कासदेकर, गजु शनवारे, श्रावण जावरकर का दल खंडवा रवाना हुआ. वहां से दो युनिट रक्त के बैग लेकर लौटे. डॉ.रेखा गजलवार, डॉ.हेमंत ठुसे, डॉ.सुनिता सेंद्रे की टीम ने देर रात 1 बजे सीजर कर सुरक्षित प्रसुति कराई. फिलहाल माता व नवजात शिशु सुरक्षित है. शिशु का वजन 4 किलो बताया गया है. स्वास्थ्य टीम की सजगता से आखिर जच्चा व बच्चा को जीवन मिला.