अधिकारी व पदाधिकारियों के सामुहिक प्रयासों से कोरोना नियंत्रण में
निगमायुक्त प्रशांत रोडे (Prashant Rode) का प्रतिपादन
अमरावती/दि.२ – सभी अधिकारियों व पदाधिकारियों के सामुहिक प्रयासों से कोरोना महामारी पर नियंत्रण हुआ ऐसा प्रतिपादन निगमायुक्त प्रशांत रोडे ने व्यक्त किया. कोरोना महामारी के चलते जिन अधिकारी व पदाधिकारियोें ने अपनी मेहनत व लगन के चलते जान की परवाह किए बगैर उपाय योजना की उन सभी के कार्यो की सराहना भी निगमायुक्त रोडे ने की. निगमायुक्त रोडे ने कहा कि, कोरोना मरीजों के लिए काम करना एक अलग अनुभव है. शुरुआत में एक मरीज पॉजीटिव पाया जाता था तो नागरिकों सहित प्रशासन में खलबली मच जाती थी. किंतु अधिकारियों ने दिलेरी से इसका सामना किया जिसकी वजह से इस महामारी को नियंत्रित किया गया.
आयुक्त रोडे ने यह भी कहा कि, कोरोना काल में प्रशासन के कार्यो में किसी ने भी दखलअंदाजी नहीं की ना ही आरोप प्रत्यारोप हुए. सभी लोग प्रशासन के साथ खडे रहे. जिलाधिकारी शैलेश नवाल तथा पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर दिए गए सुझाव के फलस्वरुप व सभी लोगों के सामुहिक प्रयासों की वजह से यह कामयाबी हासिल हुई. ऐसा प्रतिपादन निगमायुक्त रोडे ने व्यक्त किया.
जन प्रतिनिधियों ने भी बढचढकर सहकार्य किया
निगमायुक्त प्रशांत रोडे ने कहा कि कोरोना काल में नागरिकों को जागृत करने हेतु जनजागृति के कार्यो में जनप्रतिनिधियों ने भी बढचढकर हिस्सा लिया. मार्च, अप्रैल महीने में पठान चौक, लालखडी परिसर में कोरोना के मरीज पाए गए थे. अप्रैल माह तक इसी क्षेत्र पर लक्ष्य केंद्रीत किया गया. पुलिस प्रशासन की मदद से लोगों को समझाया गया, आशावर्कर, आंगनवाडी सेविकाओं ने घर-घर पहुंचकर मरीजों की जानकारी हासिल की और उन्हें उपचार के लिए प्रोत्साहित किया. मई माह से शहर भी मरीज मिलना शुरु हो गए. पुरानी अंबानगरी में जैसे ही पहला मरीज पाया गया तो मरीजों की हिस्ट्री निकालना भी प्रशासन के सामने एक चुनौती थी. किंतु चरणबद्ध तरीके से एक-एक क्षेत्र को लक्ष्य बनाकर प्रशासन ने उपाय योजना शुरु की और काम आसान होता चला गया.