‘वर्क फ्रॉम टाउन’ कल्पना के साथ इंजी. कॉलेज में परिसर में आईटी हब
विधायक खोडके का धमाकेदार प्रस्ताव

* अजीत पवार से लगाई मान्यता की गुहार
अमरावती/दि.14-विधायक संजय खोडके अपनी कुशल प्रबंधन क्षमता से अंबानगरी और क्षेत्र का शाश्वत व नियोजित विकास करेंगे, यह आशा उनके उच्च सदन हेतु निर्वाचित होते ही सभी ने व्यक्त की थी. लोगों की आशा-अपेक्षाओं पर खरा उतरने का उन्होंने प्रयत्न शुरु कर दिया है. वे वर्क फ्रॉम टाउन की कल्पना लेकर आए हैं. उन्होंने बातचीत में स्वयं बताया कि, शहर के शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय परिसर की 100 एकड जमीन पर आईटी हब बनाने का प्रस्ताव उन्होंने वित्त विभाग संभाल रहे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को दिया है. खोडके ने स्पष्ट कहा कि, अमरावती के युवाओं के लिए अपने गृह नगर से ही काम-रोजगार उपलब्ध करवाने का प्रयत्न और प्रस्ताव है. उन्हें विश्वास है कि, वित्त व नियोजन मंत्री अजीत दादा इसे स्वीकृति देंगे.
* अमरावती के युवा जाते बडे शहर
आईटी कंपनियों में जॉब के लिए अमरावती के युवा मुंबई, पुणे, बेंगलुरू, हैदराबाद जैसे बडे शहरों की ओर जाने विवश होते है. विविध सुविधा देखते हुए सुवर्ण मध्य साध्य करने की कल्पना विधायक खोडके ने लायी हैं. उन्होंने बताया कि, अमरावती के प्रतिवर्ष बनने वाले इंजीनियर्स की संख्या हजारों में हैं. ऐसे में संपूर्ण पश्चिम विदर्भ के युवाओं के लिए वर्क फ्रॉम टाउन कल्पना को साकार करने का उनका प्रयत्न है.
* क्या है वर्क फ्रॉम टाउन
कोरोना महामारी दौरान पहली बार वर्क फ्रॉम होम की सोच सामने आयी थी. आईटी क्षेत्र के युवाओं ने घर से ही कंपनी का काम किया था. अमरावती में आईटी पार्क लाने का अनेक दिनों से प्रयत्न हो रहा है. बडे शहरों में मिलने वाली सुविओं के कारण बडी कंपनियां वहां अपने दफ्तर खोलती है. छोटे शहरों के युवा रोजगार के लिए बडे शहरों में जाते हैं. संजय खोडके के अनुसार वर्क फ्रॉम टाउन सोच ऐसी हैं कि, बडे शहरों में जाने के कई युवा अनइच्छुक रहते हैं. ऐसे में शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय परिसर में 100 एकड जमीन हैं. उसी प्रकार तंत्र निकेतन महाविद्यालय के पास भी 50 एकड जमीन हैं. यहां सरकार चाहे तो कंपनियों को आवश्यक और अपेक्षा के अनुसार कॉम्प्लेक्स स्थापित कर दे सकती है, जिससे कंपनियां स्थानीय मानव संसाधन को अपने यहां अवसर देगी.
* सुविधा और रियायत
संजय खोडके ने बताया कि, उन्होंने डीसीएम पवार के पास प्रस्ताव दिया है. वे स्वयं इस प्रस्ताव को लेकर बडे आशावान है. इस जगह पर आईटी हब का काम हो सकता है. कंपनियों को कुछ सुविधाएं एवं रियायत देनी होगी. उसीके लिए राज्य शासन से उन्होंने गुहार लगायी है.
* ढेर सारी इंजी. कॉलेज, लडकों को यहीं जॉब
उल्लेखनीय है कि, अमरावती संभाग के पांच जिले मिलाकर दर्जनों अभियांत्रिकी महाविद्यालय यहां मौजूद है. उनसे प्रतिवर्ष हजारों सॉफ्टवेयर इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर बनकर छात्र-छात्राएं निकल रहे हैं. यहां जॉब के अभाव में उन्हें बडे शहरों की ओर जाना पडता है. कंपनियों के ऑफर्स उनकी शर्तों पर लेने पडते हैं. अमरावती में आईटी हब बनने से यहां के युवाओं को यहीं अच्छे अवसर, रोजगार उपलब्ध होने की संभावना जानकार देख रहे हैं.
* जिले को मिलेगा बूस्टर
संजय खोडके ने कहा कि, अमरावती में उद्योगों का और विकास का बडा अनुशेष हैं. किसान आत्महत्या भी संभाग में सर्वाधिक है. वर्क फ्रॉम टाउन कल्पना से जिले को बूस्टर मिलेगा, ऐसी आशा विधान परिषद के नए सदस्य खोडके ने व्यक्त की. विधायक सुलभा खोडके ने भी कहा कि, इससे शहर का कई मायनों में लाभ होगा. यहां का ईको सिस्टम बेहतर होगा.
* गृह निर्माण क्षेत्र को भी लाभ
संजय खोडके ने बताया कि, वर्क फ्रॉम टाउन विचार से आईटी कंपनियों में अमरावती के युवा यहीं जॉब करेंगे. उन्हें वेतन मिलेगा. वह अमरावती में हीं खर्च होगा. यह युवा अमरावती में प्लॉट, मकान लेंगे, अन्य सामग्री लेंगे. इससे भवन निर्माण क्षेत्र को भी लाभ होगा. देखा जाए तो शहर की आमदनी बढेगी, ईको सिस्टम सुदृढ होगा. उन्होंने स्मरण कराया कि, सुलभा खोडके ने अपने बजट प्रस्ताव में इस तरह की योजना का प्रस्ताव दिया था.