अमरावती

घरकुल के लिए महिला ने किया आत्मदहन का प्रयास

जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में स्वतंत्रता दिन की घटना

यवतमाल-/दि.17 घरकुल के लिए बार-बार प्रशासन से मांग करने के बावजूद दुर्लक्ष किये जाने के कारण संतप्त महिला ने स्वतंत्रता दिन 15 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में आकर आत्मदहन का प्रयास किया. शहर पुलिस की सतर्कता से अनर्थ टला. इस महिला का घरकुल क्यों रुका इस बाबत अब जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जांच के आदेश दिये जाने के साथ ही इस बाबत दो दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गए हैं.
यवतमाल तहसील के वाई निवासी सुमित्राबाई शंकर बनसोड ने घरकुल योजना की जांच कर न्याय देने की मांग की थी. सन 2012 से सुमित्रा सहित चार लाभार्थी प्रतीक्षा सूची में है. दस वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रतीक्षा सूची जैसे थे है. दूसरी ओर घर के अभाव में रहने में कठिनाई होकर घर की मिट्टी की दीवार भी गिर जाने के कारण वे लोग रास्ते पर आ गए हैं. ग्रामपंचायत में लगी सूची में बदलाव कर प्रत्येकी 20 हजार लेकर खेती रहने वाले अनेक अमीरों को योजना से घर मिले हैं. लेकिन हम पर ही अन्याय क्यों, ऐसा प्रश्न सुमित्राबाई ने निवेदन द्वारा जिलाधिकारी से किया था.
गत चार वर्षों से बीपीएल में रहते हुए भी राशन नहीं मिलने की बात उन्होंने कही थी. एक ही घर के तीनों को लाभ मिलता है, हम सही लाभार्थी होते हुए भी इंतजार करना पड़ता है. पात्र रहने के बाद भी घरकुल योजना का लाभ नहीं दिया गया. कई बार प्रयास किए जाने के बाद भी घरकुल नहीं दिये जाने से नाईलाज आत्मदहन का निर्णय लिये जाने की बात बनसोड ने पत्र द्वारा कही है.
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इस मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश गटविकास अधिकारी को दिए गए हैं, इससे पूर्व इस महिला का नाम सूची में दूसरे क्रमांक पर था. राज्य शासन के सुधारित आदेश केबाद कुछ फेरबदल हुआ. पश्चात उनका नाम किस क्रमांक पर गया, यह ज्ञात नहीं हुआ. दो दिनों में रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी.
– श्रीकृष्णनाथ पांचाल,मुख्य कार्यकारी अधिकारी,जिला परिषद यवतमाल

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