अमरावती

जिला अस्पताल में महिला ने दिया जुडवा बच्चों को जन्म, एक की मौत

अमरावती के इतिहास में पहली बार इर्विन में गर्भवती महिला की प्रसूति

अमरावती/दि.28- अमरावती के इतिहास में पहली बार स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में एक गर्भवती महिला की प्रसूति की गई. महिला ने जुडवा बच्चों को जन्म दिया. जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई. दूसरे बच्चे को डफरीन के एसएमसीयू में रखा गया है. प्रसूत के दौरान डॉक्टरों को मां की जान बचाने में सफलता मिली. यह महिला जिला अस्पताल के अतिदक्षता विभाग में भर्ती है, जहां उस पर उपचार चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक चिखलदरा तहसील के गंगाधरी ग्राम निवासी किशोरी तोटे (23) नामक महिला को प्रसूति के लिए शुक्रवार 25 अगस्त को जिला महिला अस्पताल (डफरीन) में भर्ती किया गया था. भर्ती होने के बाद उच्च रक्तदाब के कारण इस गर्भवति महिला को प्री-एक्लैमपसीया नामक बीमारी होने की बात प्रकाश में आई. इस बीमारी के कारण महिला के हाथ, पैर और चेहरे पर सूजन आ गई थी. डफरीन में आईसीयू वार्ड न रहने से उसे तत्काल जिला अस्पताल के आईसीयू में रेफर किया गया. साथ ही इस महिला की जान बचाने के लिए उसी समय डिलीवरी करना भी जरुरी था. अस्पताल की स्त्रोरोग तज्ञ डॉ. संध्या खराते और डॉ. सुषमा शेंद्रे ने अथक प्रयासों से इस गर्भवती महिला की प्रसूति पूर्ण की. डिलीवरी के बाद प्रसूता को अत्याधिक रक्तस्त्राव होने से तत्काल ऑपरेशन थिएटर में दाखिल कर शस्त्रक्रिया की गई और उसकी जान बचाई गई. लेकिन जुडवा बच्चों के जन्म के बाद एक बच्चे की तत्काल मृत्यु हो गई. दूसरे को डफरीन के एसएनसीयू विभाग में रखा गया है. इस शल्यक्रिया में एनेसथिशिया डॉ. स्वाती बाहेकर, डॉ. आशीष भोंगे, फिजीशियन डॉ. प्रीति मोरे, आईसीयू विभाग की परिचारिका व राहुल वायझडे ने सहयोग किया.

* सांस लेने में हो रही थी तकलीफ
गर्भवती महिला किशोरी तोटे के हाथ, पैर और चेहरे पर काफी सूजन थी. इस कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसी वजह से उसकी जान बचाने के लिए तत्काल ऑपरेशन करना भी जरुरी था.
– डॉ. संध्या खराते,
स्त्रीरोग तज्ञ जिला अस्पताल

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