अमरावती/दि.9 – स्थानीय रुख्मिणी नगर सत्संग मंडल व्दारा मकर संक्रांति पर्व पर हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमेें महिलाओं ने एक दूसरे को वान भेंट दिए. उसी प्रकार रथसप्तमी के पर्व पर भी सत्संग मंडल व्दारा हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें सभी सखियों ने बालकृष्ण की लूट के साथ एक दूसरे को वान भेंट कर तथा तील-गुड का वितरण कर शुभकामनाएं दी.
महिलाओं के लिए मकर संक्रांति का यह त्यौहार काफी महत्वपूर्ण होता है. पुराने दौर में व्यस्ततम दिनचर्या से कुछ समय निकालकर महिलाएं एक दूसरे से साल में एक बार जरुर भेंट करती थी. उस समय गीत संगीत कार्यक्रमों के साथ एक दूसरे को हल्दी-कुमकुम का तिलक लगाकर और घर से जाने के पूर्व भेंट वस्तु देकर आभार व्यक्त किया जाता था. आज भी इस परंपरा निभा रही है. रुख्मिणी सत्संग मंडल में इस पर्व का महत्व समझते हुए प्रेमा खंडेलवाल के निवास स्थान पर हल्दी-कुमकुम का आयोजन किया.
सर्वप्रथम सखियों ने कान्हा बने बालक की लूट की. उसके पश्चात सभी को हल्दी-कुमकुम का तिलक लगाकर वान भेंट स्वरुप दिए गए और तिल-गुड का वितरण कर मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी गई. साथ ही कोरोना महामारी के कारण सामुहिक पर्व का महत्व कम होने लगा था. कोरोना का संक्रमण घटने से सामुहिक आयोजनों का प्रमाण बढा है ईश्वर इसी प्रकार हंसते खेलते हुए नया वर्ष भी बीते ऐसी प्रार्थना भी ईश्वर से की गई. इसी दौरान स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को भी श्रद्धांजली अर्पित की गई. कार्यक्रम का समापन अल्पोहार से किया गया. इस समय किरण मुंधडा, पूजा तापडिया, संगीता टवानी, सरोज चांडक, नगर सेविका नूतन भुजाडे, जया डहाके, श्याम चांडक, विजया राठी, प्रीति भट्टड, हर्षा काकड, लीना शर्मा, कामिनी लुनावत, मंजू तिवारी, रमा छांगाणी, उपस्थित थे.