विदर्भ के ग्यारह में से पांच जिले में महिला ‘कलेक्टर’
नागपुर, अमरावती, अकोला, गोंदिया व वर्धा का समावेश
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नागपुर की विभागीय आयुक्त भी महिला
अमरावती/दि.15 – जिले की दृष्टि से प्रशासन का सबसे महत्व का पद यानी जिलाधिकारी है. फिलहाल वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले का मौसम शुरु है. इसमें हाल ही में राज्यभर के आईएएस अधिकारियों के तबादले हुए हैं. वर्तमान स्थिति में विदर्भ के ग्यारह में से पांच जिले की जिलाधिकारी यह महिला हुई हैं. साथ ही नागपुर की विभागीय आयुक्त भी महिला ही है. इसपर विदर्भ के महसूल प्रशासन में वरिष्ठ पदों पर भी अब महिलाओं की संख्या सही मायने में पुरुषो की बराबरी में हुई है.
नागपुर विभागीय आयुक्त पद पर प्राजक्ता वर्मा, नागपुर जिलाधिकारी आर.विमला, गोंदिया जिलाधिकारी नयना गुंडे, वर्धा जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार हैं. इसके साथ ही मंगलवार को अमरावती जिलाधिकारी के रुप में पवनीत कौर तथा अकोला जिलाधिकारी के रुप में निमा अरोरा का तबादला हुआ है. विदर्भ के ग्यारह में से पांच जिले में जिलाधिकारी और नागपुर संभाग के महसुल प्रशासनीक मुख्य पद पर महिला रहने से तकरीबन 50 प्रतिशत सनदी पद महिलाओं के अधिकार में आये हैं.
अमरावती में तो सही मायने में ‘महिला राज’
पश्चिम विदर्भ के अमरावती जिले में फिलहाल राजनीति व प्रशासन में सही मायने में महिलाओं का ही दबदबा है. अमरावती की पालकमंत्री एड.यशोमती ठाकुर है. साथ राज्यमंत्री मंडल में वह कैबिनेट मंत्री भी है. इसके साथ ही सांसद नवनीत राणा, अमरावती की पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह और अब जिलाधिकारी के रुप में जल्द ही पवनीत कौर यह कमान संभालेगी. इसके साथ ही अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक सुलभा खोडके है. अमरावती में महत्व के इन पांच पदों पर महिला रहने से सही मायने में महिला राज रहने की चर्चा अमरावतीवासियों में शुरु है.