भीषण गर्मी में दोपहर में कुंए से दूषित पानी भर रही महिलाएं
पानी की दो बूंद के लिए कर रही जद्दोजहद
* खडीमल में प्रशासन के सभी दावे विफल
चिखलदरा/दि.14-हर साल की तरह इस साल भी मेलघाट के चिखलदरा तहसील के खडीमल गांव में भीषण जलसंकट गहराया है. प्रशासन इसे गंभीरता ने नहीं ले रहा है, यह आरोप यहां के ग्रामवासी कर रहे है. मेलघाट में कुपोषण के बाद खडीमल की पानी की समस्या समुचे देशस्तर पर पहुंची है. व्याघ्र प्रकल्प के जटिल नियमों के कारण यहां की जलापूर्ति योजना विफल रही. भीषण गर्मी में दोपहर तीन बजे आदिवासी महिलाओं को सभी कामकाज छोडकर पेयजल का इंतजार करना पडता है. जिला प्रशासन के अधिकारियों का दौरा हुआ तो गांव में टैंकर आता है, लेकिन अधिकारी चले जाने के बाद स्थिति जस की तस रहती है. कुएं खाली पडे रहते. पेयजल की दो बूंद के लिए यहां के लोगों को तरसना पड रहा है. यहां के ग्रामवासियों को दूषित जलापूर्ति की जा ने से उनके स्वास्य को खतरा निर्माण हो गया है.दोपहर तीन बजे चिलचिलाती धूप में एक ओर जहां सभी अपने घरों में एसी, कूलर, पंखा लगाकर आराम करते है, वहीं खडीमल में महिलाएं और बच्चे कुंए से गुंडभर पानी मिलने के लिए जद्दोजहद करते दिखाई देते है. प्रशासन द्वारा किए गए सभी दावे विफल है, यह आरोप युवक कांग्रेस के राहुल येवले ने लगाया है. मेलघाट के चिखलदरा तहसील में हर साल जलसंकट गहराता है. शासन, प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जाने से जलसंकट की तीव्रता बढ रही है, यह आरोप यहां के आदिवासियों द्वारा लगाया जा रहा है.
* अधिकारी आए और कुंआ भर गया
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कुछ दिन पूर्व खडीमल गांव का दौरा कर समस्या जानी. इसी दिन टैंकर के माध्यम से कुंए में पानी उपलब्ध किया गया. लेकिन अगले दिन से कुंआ सूखा पडा है. टैंकर से कुंए में डाला गया पानी कुछ समय में खत्म होने से जलसंकट की समस्या निर्माण हो जाती है.
* दूषित जलापूर्ति
खडीमल में टैंकर द्वारा कुंए में डाले जानेवाला पानी पूरी तरह दूषित है, लेकिन यहां पर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दावा प्रशासन कर रहा है.जबकि हकिकत कुछ और ही है. यहां का हर नागरिक पिने के लिए दूषित जल ले जा रहा है. 15 किमी की दूरी पर स्थित माडीझडप गांव से 2-3 टैंकर से पानी लाया जा रहा है.
* सोलर बंद
खडीमल गांव में माडी झडप गांव से सोलर द्वारा चलाए जा रहे बोरवेल से पानी टैंकर के जरिए लाया जा रहा है. किंतु बदरीले मौसम के कारण सोलर काम करही करने से शनिवार, रविवार ऐसे दो दिन पानी के लिए तरसना पडता है, यह आरोप ग्रामवासी कर रहे है.