
दर्यापुर/दि.15-पहले के दौर में महिलाओं को चूल्हा-चौका और बच्चों की देखभाल करना इतनाही अधिकार था, उन्हें शिक्षा से दूर रखकर अनेक बंधन लगाए गए थे. लेकिन आज महिलाएं शिक्षा प्राप्त कर सभी क्षेत्र में अग्रसर है. नौकरी करने साथ घर और व्यवसाय भी महिलाएं सक्षम रूप से संभाल रही है. किंतु यह सब करते समय वह अपने स्वास्थ्य की ओर अनदेखी करती है, जिसके कारण महिलाओं में बीमारियों का प्रमाण बढ रही है. इसलिए महिलाओं ने परिवार की जिम्मेदारी संभालने के साथही अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए, यह बात जिला परिषद प्राथमिक शाला गोलेगांव की मुख्याध्यापिका लता गणवीर गजबिये ने कही. तहसील के तोंगलाबाद में ग्राम पंचायत कार्यालय व जिला परिषद डिजिटल प्राथमिक मराठी शाला और जिजामाता आंगणवाडी की ओर से विश्व महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में वह बोल रही थी.
कार्यक्रम का आयोजन संत लष्करी हनुमान महाराज सभागृह में किया गया था. कार्यक्रम में बतौर अध्यक्ष सरपंच वैशाली पानझाडे, प्रमुख अतिथि के रूप में राष्ट्रीय विद्यालय व महाविद्यालय की प्राचार्य वर्षा कालपांडे, ग्राम पंचायत सदस्य माधुरी काले, पुलिस पाटिल ललिता कालेे, आरोग्य सेविका रुपाली काठोके, योगिता खंडारे, कृषी सहायक रेवती पावडे, पोस्ट मास्तर गौरी पाटील, जिला परिषद शाला समिती सदस्य सीमा कालदाते, बचतगट सीआरपी लक्ष्मी बिजवाडे, क्रांतिज्योती महिला संघ की अध्यक्ष मनीषा धनंजय देशमुख आदि की उपस्थिति रही. इस अवसर पर महिलाओं के लिए संगीत कुर्सी, एक मिनिट स्पर्धा, उखाणा स्पर्धा आदि विविध खेल का आयोजन किया गया. विजेता महिलाओं को भेंटवस्तू दी गई. कार्यक्रम का संचालन जिला परिषद शाला की अध्यापिका तेजस्विनी अटालकर ने किया. आभार आंगनवाडी सेविका सुनीताव जलमकर ने माना.
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिप शाला के मुख्याध्यापक नंदकिशोर रायबोले, शाला व्यवस्थापन समिती के अध्यक्ष मनीष बावनेर, प्रशिक्षणार्थी शिक्षिका शुभांगी कावनपुरे, पालक प्रतिनिधि अर्चना वाघमारे, सहायिका नीलिमा मेहरे, दुर्गा इंगले व ग्राम पंचायत कार्यालय व बचतगट महिला और जिप शाला के विद्यार्थियों ने प्रयास किए.