युवा स्वाभिमान की महिला शहराध्यक्षा सुमति ढोके ने दिया पद से इस्तीफा
सोशल मीडिया के जरिये की इस्तीफे की घोषणा
* निजी व्यस्तताओं का दिया हवाला
* पार्टी के साथ बने रहने की बात कही
अमरावती/दि.25- युवा स्वाभिमान पार्टी की महिला शहराध्यक्ष रहनेवाली पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने पार्टी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बारे में पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने दो दिन पूर्व अकस्मात ही सोशल मीडिया के जरिये घोषणा करते हुए जानकारी दी.
सोशल मीडिया साईट फेसबुक पर इस बारे में जानकारी देते हुए पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने कहा कि, वे अपनी निजी व्यस्तता के चलते पार्टी के महिला शहराध्यक्ष पद की जिम्मेदारियों को निभाने हेतु सही तरीके से पर्याप्त समय नहीं दे पा रही है. जिसके चलते उन्होंने महिला शहराध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. अपनी इस पोस्ट में पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने यह भी कहा कि, यदि वे पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष रवि राणा को प्रत्यक्ष तौर पर अपना इस्तीफा सौंपती, तो उनके इस्तीफे को मंजुर नहीं किया जाता. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपने इस्तीफे की घोषणा करने के बारे में सोची और पद से इस्तीफा देने के बाद भी वे पहले की तरह समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी से जुडी रहेगी.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, पूर्व पार्षद सुमति ढोके को युवा स्वाभिमान पार्टी और राणा दम्पति का कट्टर व सक्रिय समर्थक माना जाता रहा है और वे हमेशा ही सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा के साथ हर मोर्चे पर दिखाई भी देती रही. अभी हाल-फिलहाल तक शहर के विभिन्न इलाकों में युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से किये जानेवाले किराणा वितरण में भी पूर्व पार्षद सुमति ढोके पूरा समय राणा दम्पति के साथ दिखाई दी. लेकिन ऐन दिपावली पर्व से एक दिन पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की. जिसे लेकर कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं चलनी शुरू हो गई है.
* मैंने अपनी व्यस्तता के चलते दिया पद से इस्तीफा
इस संदर्भ में अमरावती मंडल द्वारा प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किये जाने पर पूर्व पार्षद सुमति ढोके ने कहा कि, इन दिनों वे अपने निजी व पारिवारिक जीवन में काफी अधिक व्यस्त हो गई है. ऐसे में वे पार्टी के महिला संगठन की ओर ध्यान देने हेतु समय नहीं दे पा रही. अपनी इस दिक्कत से उन्होंने इससे पहले पार्टी नेतृत्व को भी अवगत कराया था, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हें पद छोडने से मना किया था. परंतु पद और पारिवारिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन बनाये रखने में होनेवाली असुविधा व दिक्कत को देखते हुए मैंने पद की जिम्मेदारी से मुक्त होने का फैसला लिया है और मैं पार्टी के साथ समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर जुडी रहूंगी.