अमरावती

कठिन समय में भी महिलाएं अपने परिवार के साथ मजबूती से खड़ी रहती है

मुख्य अभियंता कुलकर्णी का कथन

विद्युत भवन में मनाया विश्व महिला दिवस
अमरावती / दि. ९-मूल रूप से भावुक महिला परिवार के कठिन समय में भी परिवार के साथ मजबूती से खड़ी रहती है. त्याग की भावना, विभिन्न सम्बन्धों के प्रति नि:स्वार्थ प्रेम, नारी शक्ति जैसे अनेक गुणों से परिपूर्ण सम्मान करना चाहिए. साथ ही महिलाओं को लड़के-लड़कियों में भेदभाव नहीं करना चाहिए, यह बात मुख्य अभियंता ज्ञानेश कुलकर्णी ने कही. विद्युत भवन में विश्व महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वह बोल रहे थे. इस अवसर पर अधीक्षक अभियंता दीपक देवहाते, कार्यकारी अभियंता भारतभूषण औघड, प्रतिक्षा शंभरकर, सहायक महाव्यवस्थापक सूर्यकांत फलटणकर, प्रणाली विश्लेषक नितीन नांदुरकर,विधि अधिकारी प्रशांत लहाने, व्यवस्थापक सुहास देशपांडे उपस्थित थे. ज्ञानेश कुलकर्णी ने आगे कहा कि, नौकरीपेशा महिलाओं को परिवार और कार्यालयीन जिम्मेदारी संभालते समय काफी मशक्कत करना पड़ती है. तथा अनेक संबंधों को संभालते समय आवश्यक स्थान पर समझौता के लिए पहल भी करना का काम महिलाओं द्वारा ही किया जाता है. कार्यक्रम दौरान कार्यकारी अभियंता प्रतिक्षा शंभरकर ने महिलाओं के अधिकार की जानकारी दी तथा कोरोना काल में चिकित्सा क्षेत्र में महिलाओं ने दिया योगदान अनुकरणीय है और प्रोत्साहित करने वाला होने की बात कही. इस अवसर पर सहायक अभियंता प्रतिभा जीवतोडे ने विश्व महिला दिवस की पृष्ठभूमि बतायी. सभी सदस्यों का आभार उपव्यवस्थापक वंदना बर्डेकर ने माना. इस समय उपव्यवस्थापक वंदना खोब्रागडे ने नारी-शिक्षा का महत्व समझाया. कार्यक्रम में परिमंडल कार्यालय की महिला कर्मचारी उपस्थित थी. कार्यक्रम का संचालन सहायक महाव्यवस्थापक सूयर्र्कांत फलटणकर ने किया तथा आभार विधि अधिकारी प्रशांत लहाने ने व्यक्त किया.

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