महिला आरक्षण ड्रॉ से कई प्रभागों में गडबडाये समीकरण
16 प्रभागों की 3 में से 2 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित
* इन 16 प्रभागों की एकमात्र पुरूष सीट के लिए रहेगी जबर्दस्त जद्दोजहद
* कई प्रस्थापितों के सामने अस्तित्व को बचाने का सवाल
* टिकट की दावेदारी के साथ ही कद्दावर विरोधियों से होगा टकराव
अमरावती/दि.31– आज स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में मनपा के आगामी चुनाव हेतु महिला आरक्षण का ड्रॉ निकाला गया. महिला आरक्षण के ड्रॉ की सूची घोषित किये जाते ही कई प्रस्थापितों और प्रभागों के राजनीतिक समीकरण काफी हद तक गडबडाते नजर आये. क्योंकि 33 में से 16 प्रभाग ऐसे रहे जहां पर तीन में से दो सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है और इन 16 प्रभागों में पुरूष प्रत्याशियों के लिए केवल 1-1 सीट ही उपलब्ध है. ऐसे में इन 16 प्रभागों में पुरूषों के लिए छूटनेवाली एकमात्र सीट पर ‘एक अनार-सौ बीमार’ वाली स्थिति दिखाई देगी और सभी दलों मेें टिकट की दावेदारी के लिए तौबा भीड भी इकठ्ठा होगी. साथ ही साथ कई स्थानों पर कुछ प्रस्थापितों के लिए यह अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाये रखने का भी मसला रहेगा. ऐसे में कई कद्दावर नेता भी पुरूषों हेतु उपलब्ध एकमात्र सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ जोर-आजमाईश करते दिखेंगे.
बता दें कि, मनपा के आगामी चुनाव हेतु मनपा की सदस्य संख्या 98 निर्धारित की गई है और इन 98 सदस्यों का चयन करने हेतु मनपा क्षेत्र में 33 प्रभाग बनाये गये है. जहां पर 3 सदस्यीय प्रभाग पध्दति से चुनाव करवाया जायेगा. जिसके चलते 32 प्रभागों से 3-3 पार्षद चुने जायेंगे. वहीं 33 वें क्रमांक के अंतिम प्रभाग से 2 सदस्यों का निर्वाचन होगा. चूंकि स्थानीय स्वायत्त निकायों में महिलाओं के लिए 50 फीसद आरक्षण की व्यवस्था है. ऐसे में यह पहले से तय था कि, 98 में से 49 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहनेवाली है. साथ ही जातिगत आरक्षण के चलते अमरावती मनपा में 98 में से 17 सीटें अनुसूचित जाति एवं 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित रहनेवाली थी. जिसके चलते खुले प्रवर्ग की महिलाओं हेतु 39, एससी प्रवर्ग महिलाओं हेतु 9 तथा एसटी प्रवर्ग की महिलाओं हेतु 1 सीट का आरक्षित रहना भी तय है, लेकिन चूंकि इस बार महानगरपालिका के चुनाव 3 सदस्यीय प्रभाग पध्दति से होने है. ऐसे में महिलाओं व पुरूषों के बीच सीटों का बंटवारा हर प्रभाग में सम-समान करना संभव नहीं था और यह भी पहले से तय था कि, लगभग आधे प्रभागों में महिलाओं हेतु 3 में से 2 सीटेें आरक्षित रहेगी और केवल 1 सीट पुरूषों के लिए उपलब्ध होगी. वहीं शेष प्रभागों में पुरूषों के लिए 2 व महिलाओं के लिए 1 सीट उपलब्ध रहेगी. ऐसे में महिला आरक्षण के ड्रॉ को लेकर काफी उत्सूकता देखी जा रही है. साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा आरक्षण को लेकर कयास लगाते हुए अपने-अपने प्रत्याशियों के संभावित पैनल को लेकर विचार-विमर्श भी किया जा रहा है. लेकिन अब महिला आरक्षण को लेकर चित्र पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है. जिसके बाद कई प्रभागों में पुराने सारे राजनीतिक समीकरण धरे के धरे रह गये है और अब वहां पर नये सिरे से नये राजनीतिक समीकरणों के लिए काम करना होगा.
* इन प्रभागों में महिलाओं के लिए आरक्षित हुए है 2-2 सीटें
प्रभाग क्र. 3 श्री संत गाडगेबाबा (ओपन-2), प्रभाग क्र. 7 जमील कालोनी (ओपन-2), प्रभाग क्र. 11 बिच्छू टेकडी (एससी-1, ओपन-1), प्रभाग क्र. 13 फ्रेजरपुरा (एससी-1, ओपन-1), प्रभाग क्र. 14 स्वामी विवेकानंद-रूख्मिणी नगर (एससी-1, ओपन-1) प्रभाग क्र. 15 बेलपुरा (एससी-1, ओपन-1), प्रभाग क्र. 16 नवाथे-अंबापेठ (ओपन-2), प्रभाग क्र. 17 मोरबाग (ओपन-2), प्रभाग क्र. 19 पठानपुरा (ओपन-2), प्रभाग क्र. 21 गडगडेश्वर (ओपन-2), प्रभाग क्र. 22 सराफा (ओपन-2), प्रभाग क्र. 23 बुधवारा (एससी-1, ओपन-1), प्रभाग क्र. 25 राजापेठ (ओपन-2), प्रभाग क्र. 28 दस्तुरनगर-जेवड (एससी-1, ओपन-1), प्रभाग क्र. 29 साईनगर (ओपन-2), प्रभाग क्र. 31 सूतगिरणी (एससी-1, ओपन-1) इन प्रभागों में महिलाओं के लिए 2-2 सीटें आरक्षित हुई है. जिसके चलते इन प्रभागों में पुरूषों के लिए केवल 1-1 सीट बची हुई है. ऐसे में इन प्रभागों की एकमात्र पुरूष सीटों पर अच्छा-खासी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी.
कई प्रभागों में बडा उलटफेर, कई प्रभागों में सीधी टक्कर
चूंकि मनपा के लगभग आधे प्रभागों में तीन में से दो-दो सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है. ऐसे में संबंधित प्रभागों में विगत लंबे समय से राजनीति कर रहे और इससे पहले मनपा में पार्षद चुने गये पुरूष प्रत्याशियों के सामने अपने प्रभाग में अपना अस्तित्व बचाये रखने की नौबत आन पडी है. इससे पहले मनपा चुनाव 4 सदस्यीय प्रभाग पध्दति से हुए थे और सभी प्रभागों में 2-2 पुरूष और 2-2 महिला प्रत्याशी चुने गये थे. साथ ही परस्पर विरोधी दल से वास्ता रखनेवाले कई प्रत्याशियों ने एक-दूसरे के खिलाफ सीधी भिडंत को टालते हुए संबंधित प्रभागों की अ व ब सीट पर चुनाव लडते हुए एक-दूसरे को बायपास किया था. साथ ही कई प्रभागों में एक ही दल के दो प्रत्याशियों ने अ और ब से चुनाव लडकर एकसाथ मनपा में कदम रखा था. लेकिन अब स्थिति काफी बदल गई है. ऐसे में जहां एक ओर इन 16 प्रभागों में कुछ परस्परविरोधी दिग्गजों की आमने-सामने भिडंत दिखाई दे सकती है. वहीं इससे पहले एक ही प्रभाग से मनपा में साथ-साथ रहे दो पार्षदों में से किसी एक पार्षद को अपने लिए कोई दूसरी सीट खोजनी होगी. यदि उदाहरण दिया जाये, तो बुधवारा प्रभाग में पहली बार कांग्रेस की ओर से पूर्व महापौर विलास इंगोले व भाजपा की ओर से पूर्व स्थायी सभापति विवेक कलोती को एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लडना पड सकता है. जिन्होंने परस्पर विरोधी संगठनों से वास्ता रखने के बावजूद आजतक एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव नहीं लडा है. इसी तरह इससे पहले साईनगर प्रभाग से मनपा के सदन में पहुंचनेवाले पूर्व महापौर चेतन गावंडे व पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय में से कोई एक ही साईनगर प्रभाग से चुनाव लड पायेगा. ठीक इसी तरह अंबापेठ-नवाथे प्रभाग में पूर्व भाजपा पार्षद अजय सारस्कर व प्रणित सोनी में से किसी एक को पीछे हटना पड सकता है. लेकिन जो भी मैदान में बना रहेगा, उसकी सीधी टक्कर दिनेश बूब जैसे मजबूत प्रत्याशी से होना तय है.
उधर दूसरी ओर संत गाडगेबाबा प्रभाग में भी पुरूष प्रत्याशियों हेतु केवल एक सीट ही उपलब्ध रहने के चलते अब तक साथ-साथ रहे पूर्व पार्षद बालू भूयार व चंदू बोमरे के बीच भिडंत दिखाई दे सकती है. लगभग यहीं स्थिति मुस्लिम बहुल क्षेत्र रहनेवाले पठानपुरा प्रभाग में भी दिखाई दे सकती है. जहां पर पुरूष प्रत्याशियों के लिए केवल एक ही सिट उपलब्ध है और पठानपुरा प्रभाग में अब्दुल नाजीम शेख जफर, आसीफ तवक्कल व एजाज पहलवान जैसे कई दावेदार मैदान में है. जिन्हें ऐन समय पर प्रभाग क्रमांक 18 हबीब नगर-एकेडेमिक हाईस्कुल या प्रभाग क्रमांक 20 रहमत नगर-अलीम नगर में खुले प्रवर्ग के पुरूषों हेतु उपलब्ध रहनेवाली दो-दो सीटों पर किस्मत आजमाने के बारे में सोचना पड सकता है.
* प्रभागों के साथ राजनीतिक हालात भी बदले हुए है
– प्रत्याशियों के साथ मतदाताओं का मिजाज भी है बदला-बदला सा
यहां इस तथ्य की अनदेखी नहीं की जा सकती की मनपा के पिछले आम चुनाव की तुलना में इस बार अमरावती शहर में राजनीतिक हालात पूरी तरह से बदले हुए है. पिछली बार भाजपा ने मनपा का चुनाव तत्कालीन भाजपा विधायक डॉ. सुनील देशमुख के नेतृत्व में लडा था और भाजपा ने 87 में से 45 सीटें जीतकर बहुमत के आधार पर सत्ता प्राप्त की थी. जिसमें भाजपा की ओर से ऐसे कई पार्षद भी निर्वाचित हुए थे, जो डॉ. सुनील देशमुख के साथ कांग्रेस छोडकर भाजपा में आये थे, लेकिन वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव पश्चात डॉ. सुनील देशमुख एक बार फिर भाजपा छोडकर कांग्रेस में चले गये. ऐसे में साफ है कि, उनके समर्थक पार्षद और पदाधिकारी अब कांग्रेस में ही सक्रिय होंगे तथा कई पार्षदों ने तो अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही मनपा सदन में अपना पाला काफी हद तक बदल लिया था. ऐसे में जहां एक ओर बदले हुए राजनीतिक हालात की वजह से कई प्रत्याशी इधर से उधर होंगे. वहीं दूसरी ओर महिला आरक्षण की वजह से भी 16 प्रभागों में विशेष तौर पर गहमा-गहमीवाली स्थिति दिखाई देगी.
*किन-किन प्रभागों में हो सकता है बडा उलटफेर
प्रभाग क्र. 1 शेगांव-रहाटगांव में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण के लिए छूटी है. पिछली बार इस प्रभाग की 4 में से 3 सीटें भाजपा के हिस्से में आयी थी. किंतु इस बार बदली हुई राजनीतिक स्थिति के चलते यहां पर थोडा उलटफेर होने की संभावना है.
प्रभाग क्र. 2 तपोवन यह नया प्रभाग है. जिसमें पुराने श्रीकृष्ण पेठ प्रभाग के कुछ हिस्से को जोडा गया है. इर्विन चौराहे से कैम्प परिसर होते हुए तपोवन क्षेत्र तक व्याप्त इस प्रभाग में एससी व एससी वोटों की संख्या अच्छी-खासी है. इस प्रभाग में 1 एससी, 1 सर्वसाधारण महिला व 1 सर्वसाधारण सीट है. जहां पर जीत हासिल करने हेतु सभी दलों को प्रत्याशी देने में अच्छी-खासी माथापच्ची करनी पडेगी.
प्रभाग क्र. 3 श्री संत गाडगेबाबा प्रभाग में 2 सीटें सर्वसाधारण महिलाओं के लिए आरक्षित है.
*किन-किन प्रभागों में हो सकता है बडा उलटफेर
प्रभाग क्र. 1 शेगांव-रहाटगांव में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण के लिए छूटी है. पिछली बार इस प्रभाग की 4 में से 3 सीटें भाजपा के हिस्से में आयी थी. किंतु इस बार बदली हुई राजनीतिक स्थिति के चलते यहां पर थोडा उलटफेर होने की संभावना है.
प्रभाग क्र. 2 तपोवन यह नया प्रभाग है. जिसमें पुराने श्रीकृष्ण पेठ प्रभाग के कुछ हिस्से को जोडा गया है. इर्विन चौराहे से कैम्प परिसर होते हुए तपोवन क्षेत्र तक व्याप्त इस प्रभाग में एससी व एससी वोटों की संख्या अच्छी-खासी है. इस प्रभाग में 1 एससी, 1 सर्वसाधारण महिला व 1 सर्वसाधारण सीट है. जहां पर जीत हासिल करने हेतु सभी दलों को प्रत्याशी देने में अच्छी-खासी माथापच्ची करनी पडेगी.
प्रभाग क्र. 3 श्री संत गाडगेबाबा प्रभाग में 2 सीटें सर्वसाधारण महिलाओं के लिए आरक्षित है और केवल एक सीट सर्वसाधारण संवर्ग के पुरूषों हेतु छूटी है. बहुजन वोटों का बाहुल्य रहनेवाले इस प्रभाग में पूर्व स्थायी सभापति बालू भूयार का काफी प्रभुत्व माना जाता है और पिछली बार इस प्रभाग से चंदू बोमरे ने भी भाजपा की टिकट पर चुनाव जीता था. लेकिन इस बार ओपन पुरूष के लिए एक ही सीट उपलब्ध रहने के चलते बोमरे को भूयार के खिलाफ ही चुनाव लडना पड सकता है.
प्रभाग क्र. 4 महेंद्र कालोनी-नया कॉटन मार्केट में तीनों सीटें सर्वसाधारण प्रवर्ग के लिए छुटी है. जिसमें 1 सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित हुई है. इस प्रभाग में करीब 2 हजार मुस्लिम, 1 हजार एससी तथा करीब 350 एसटी वोट है, जो बेहद निर्णायक साबित होंगे. इस प्रभाग में शिवसेना का काफी हद तक प्रभुत्व दिखाई दे सकता है.
प्रभाग क्र. 5 नवोदय विद्यालय भी नया प्रभाग है. जिसमें पुराने शेगांव तथा नवसारी प्रभाग के कुछ हिस्सों को जोडा गया है. इस प्रभाग में भी तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है और एक सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित हुई है. ऐसे में इस प्रभाग में सभी दलों के लिए अपना प्रभुत्व दिखाने के समान अवसर उपलब्ध रहेंगे.
प्रभाग क्र. 6 लालखडी-नवसारी प्रभाग में भी तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है और एक सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित हुई है. इस प्रभाग में 75 फीसद मुस्लिम वोट है. ऐसे में यहां पर मुस्लिम प्रत्याशी के लिए अच्छे अवसर उपलब्ध होंगे.
प्रभाग क्र. 7 जमील कालोनी में तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. जिसमें से 2 सीटें सर्वसाधारण महिलाओें के लिए आरक्षित है. ऐसे में पूरी तरह से मुस्लिम बहुल रहनेवाले इस प्रभाग में चुनाव लडने के इच्छूक पुरूषों हेतु केवल एक सीट ही उपलब्ध रहेगी. जिसके चलते यहां अच्छी-खासी प्रतिस्पर्धा देखी जा सकती है.
प्रभाग क्र. 8 विलास नगर में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. ऐसे में यहां सभी संवर्गों के लिए सभी दलों के पास सम-समान अवसर उपलब्ध होंगे.
प्रभाग क्र. 9 रामपुरी कैम्प में 1 एससी, 1 सर्वसाधारण महिला व 1 सर्वसाधारण गुट हेतु सीटें छूटी है. इस प्रभाग में सिंधी वोटों की अच्छी-खासी बहुतायत है. साथ ही एससी व एसटी वोट भी निर्णायक संख्या में है. ऐसे में इस प्रभाग में प्रत्याशी तय करने हेतु सभी दलों को अच्छी-खासी माथापच्ची करनी पड सकती है. चूंकि इस प्रभाग में ओपन सीट से चुनाव लडने के इच्छुक पुरूष प्रत्याशियों की संख्या भी अच्छी-खासी है. ऐसे में दावेदारी को लेकर टकराववाली स्थिति बन सकती है. साथ ही कुछ दावेदारों को अपने स्थान पर अपने घर की महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारना पड सकता है.
प्रभाग क्र. 10 जोग स्टेडियम में 1 एससी, 1 एसटी महिला व 1 सर्वसाधारण गुट हेतु सीटें तय हुई है. इस प्रभाग में करीब डेढ से दो हजार मुस्लिम वोट शामिल है, जो काफी निर्णायक भूमिका निभा सकते है.
प्रभाग क्र.11 बिच्छूटेकडी में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. इस प्रभाग में कांग्रेस के शहराध्यक्ष व मनपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष बबलू शेखावत का अच्छा-खासा दबदबा माना जाता है. चूंकि इस प्रभाग में सर्वसाधारण पुरूष गुट के लिए केवल एक ही सीट उपलब्ध है. ऐसे में बिच्छू टेकडी में किसी भी अन्य दल से चुनाव लडने के इच्छूक पुरूष प्रत्याशी केे पास बबलू शेखावत के खिलाफ चुनाव लडने के अलावा और कोई पर्याय शेष नहीं है.
प्रभाग क्र. 12 वडाली में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट एसटी व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए तय हुई है. इस प्रभाग में भी लगभग सभी वर्गों व राजनीतिक दलों के लिए समसमान अवसर उपलब्ध है.
प्रभाग क्र. 13 फ्रेजरपुरा में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. यानी इस प्रभाग में भी पुरूष प्रत्याशियों के लिए केवल 1 सीट ही उपलब्ध है. फ्रेजरपुरा क्षेत्र में बसपा का अच्छा-खासा प्रभुत्व माना जाता है. साथ ही यहां पर शिवसेना का भी थोडा-बहुत असर है और गवली मुस्लिम वोट यहां हमेशा निर्णायक भूमिका में रहते है. ऐसे में इस बार सभी दलों को यहां अच्छी-खासी माथापच्ची करनी पड सकती है.
प्रभाग क्र. 14 स्वामी विवेकानंद-रूख्मिणी नगर में 1 एससी महिला, 1 सर्वसाधारण महिला व 1 सर्वसाधारण सीट के लिए चुनाव होगा. शहर के बीचों बीच स्थित इस प्रभाग में भी अलग-अलग दलों के पुरूष प्रत्याशियों के बीच टिकट और दावेदारी को लेकर अच्छी-खासी प्रतिस्पर्धा दिखाई देगी. चूंकि यह प्रभाग पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख का निवास क्षेत्र है. ऐसे में डॉ. सुनील देशमुख की बदली हुई राजनीतिक भूमिका का असर इस प्रभाग पर भी निश्चित रूप से दिखाई दे सकता है.
प्रभाग क्र. 15 बेलपुरा में भी 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए तय हुई है. हमालपुरा, बेलपुरा, चिचफैल व राजापेठ जैसे इलाकों का समावेश रहनेवाले इस प्रभाग में सभी वर्गों व सभी दलों के लिए अच्छे अवसर देखे जा रहे है. वहीं सर्वसाधारण पुरूष हेतु उपलब्ध रहनेवाली केवल 1 सीट पर थोडी कडी टक्कर भी दिखाई दे सकती है. क्योंकि पूर्व पार्षद प्रशांत वानखडे के रूप में यहां पर सेना का लंबे समय से प्रभुत्व व कब्जा है.
प्रभाग क्र. 16 नवाथे-अंबापेठ में 2 सीटें सर्वसाधारण महिला तथा 1 सीट सर्वसाधारण पुरूष के लिए छूटी है. ऐसे में यहां पर विगत चुनाव की तुलना में इस बार टिकट की दावेदारी को लेकर स्थिति बेहद बदली हुई दिखाई दे सकती है.
प्रभाग क्र. 17 मोरबाग में तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. जिसमें से दो सीटें सर्वसाधारण महिला गुट के लिए आरक्षित हुई है. हिंदी भाषिक मतदाताओं की बहुलता रहनेवाले इस प्रभाग में अब तक भाजपा का अच्छा-खासा प्रभुत्व रहा. किंतु इस बार नये परिसिमन के चलते इस प्रभाग में करीब 4 हजार मुस्लिम मतदाता भी जुडे है और बदले हुए राजनीतिक हालात में यहां पर पहले की तुलना में स्थितियां थोडी अलग रह सकती है.
प्रभाग क्र. 18 हबीब नगर में एकेडेमिक हाईस्कुल में तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है, जिसमें से एक सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित हुई है. ऐेसे में इस प्रभाग के पुरूष दावेदारों के पास चुनाव लडने के लिए अच्छा मौका उपलब्ध है.
प्रभाग क्र. 19 पठानपुरा में तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. जिसमें से 2 सीटें सर्वसाधारण महिलाओं के लिए आरक्षित हुई है. मुस्लिक बहुल इलाकों में अपना अच्छा-खासा प्रभुत्व रखनेवाले कई चर्चित चेहरे इसी प्रभाग से चुनाव लडते आये है, किंतु इस बार पठानपुरा प्रभाग में पुरूष प्रत्याशियों हेतु केवल एक ही सीट उपलब्ध रहने के चलते उन्हेें अगल-बगल स्थित प्रभागों से भाग्य आजमाना पड सकता है.
प्रभाग क्र. 20 रहमत नगर-अलिम नगर में तीनों सीटें सर्वसाधारण गुट के लिए है. जिसमें से 1 सीट सर्वसाधारण महिला हेतु आरक्षित है. यहां पर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अपना प्रभुत्व रखनेवाली पार्टियों को प्रत्याशी देने में काफी आसानी होगी.
प्रभाग क्र. 21 गडगडेश्वर यह एक नया प्रभाग है, जो महाजनपुरा गेट से लेकर साईनगर के पीछे अकोली परिसर स्थित म्हाडा कालोनी तक फैला हुआ है. इस प्रभाग के तीन सीटोें में से दो सीटें सर्वसाधारण महिला तथा एक सीट सर्वसाधारण के लिए आरक्षित हुई है. इस नये प्रभाग की ओर सभी राजनीतिक दलों द्वारा विशेष ध्यान दिया जा सकता है. हालांकि यहां पर पुरूष प्रत्याशियोें के लिए केवल एक ही सीट उपलब्ध है. जिस पर अगल-बगल के किसी अन्य प्रभाग से वास्ता रखनेवाले इच्छूकों द्वारा भी दावा किया जा सकता है.
प्रभाग क्र. 22 सराफा में भी 2 सीटें सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण गुट के लिए छूटी है. शहर का प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र रहनेवाले इस प्रभाग को काफी प्रतिष्ठापूर्ण भी माना जाता है. ऐसे में यहां पर पुरूषों हेतु उपलब्ध रहनेवाली एकमात्र सीट के लिए सभी राजनीतिक दलों व दावेदारों में अच्छी-खासी प्रतिस्पर्धा देखी जा सकती है. साथ ही यहां पर सभी को जीत हासिल करने के लिए कडी मशक्कत भी करनी पड सकती है.
प्रभाग क्र. 23 बुधवारा की ओर पूरे शहर की निगाहें लगी रहेगी. इस प्रभाग में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण के लिए छूटी है. इसी प्रभाग से पूर्व महापौर विलास इंगोले लगातार छह बार से मनपा के चुनाव में विजयी होते रहे और निश्चित तौर पर वे इस बार भी सातवीं दफा चुनावी मैदान में रहेंगे. चूंकि इस प्रभाग में सर्वसाधारण संवर्ग के पुरूषों हेतु चुनाव लडने के लिए केवल एक ही सीट उपलब्ध है. ऐसे में किसी भी अन्य प्रत्याशी को विलास इंगोले के खिलाफ ही चुनाव लडना होगा. जिसके तहत इससे पहले इसी प्रभाग की अन्य सीट से भाजपा पार्षद निर्वाचित हुए विवेक कलोती संभवत: विलास इंगोले के खिलाफ खम ठोकते नजर आ सकते है.
प्रभाग क्र. 24 एचवीपीएम में तीनों सीटें सर्वसाधारण प्रवर्ग के हिस्से में आयी है. जिसमें से 1 सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित हुई है. नये परिसिमन में यह नया प्रभाग है, जो गौरक्षण से लेकर साईनगर तक व्याप्त है. इस प्रभाग में सभी राजनीतिक दलों को प्रत्याशी तय करने में काफी हद तक आसानी होगी.
प्रभाग क्र. 25 राजापेठ में 2 सीटें सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण पुरूष गुट के लिए छूटी है. इस प्रभाग से विगत चार बार के चुनाव प्रशांत वानखडे द्वारा जीता जा रहा है. पिछली बार चार सदस्यीय प्रभाग पध्दति के जरिये हुए चुनाव में भी प्रशांत वानखडे ने अपनी सीट कायम रखी थी और अन्य तीन सीटों पर भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए थे. ऐसे में यदि यहां पर सर्वसाधारण गुट हेतु उपलब्ध रहनेवाली एक मात्र सीट पर प्रशांत वानखडे द्वारा चुनाव लडा जाता है, तो अन्य दलों के प्रत्याशियों हेतु काफी मुश्किलें पैदा हो सकती है.
प्रभाग क्र. 26 किरण नगर में तीनों सीटें सर्वसाधारण संवर्ग के लिए छूटी है. जिसमें से 1 सीट सर्वसाधारण महिला के लिए आरक्षित है. इस प्रभाग में सभी दलों व प्रत्याशियों के लिए सम- समान अवसर उपलब्ध है.
प्रभाग क्र. 27 बेनोडा में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला तथा 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग हेतु तय हुई है. इस प्रभाग में अनुसूचित जाति के वोट काफी निर्णायक रहेंगे और यहां पर बसपा का अच्छा-खासा प्रभुत्व भी देखा जाता है. ऐसे में यहां पर प्रत्याशी तय करने के लिए सभी दलों को अच्छी-खासी माथापच्ची करनी पड सकती है.
प्रभाग क्र. 28 दस्तुर नगर-जेवड में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग हेतु तय हुई है. यह प्रभाग भौगोलिक तौर पर काफी बडा भी है और यहां शिवसेना के पूर्व पार्षद राजेंंद्र तायडे का अच्छा-खासा प्रभाव है. ऐसे में इस प्रभाग में सर्वसाधारण संवर्ग के पुरूषों हेतु उपलब्ध रहनेवाली एकमात्र सीट पर चुनाव लडने के लिए कडी प्रतिस्पर्धा देखी जा सकती है.
प्रभाग क्र. 29 साईनगर में 2 सीटें सर्वसाधारण महिलाओें व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग हेतु आरक्षित हुई है. जिसका खामियाजा अब तक इस प्रभाग से पार्षद चुने गये पूर्व महापौर चेतन गावंडे व मनपा के पूर्व सभागृह नेता तुषार भारतीय को उठाना पड सकता है. चूंकि की यहां पर सर्वसाधारण प्रवर्ग के पुरूष प्रत्याशी हेतु एक ही सीट उपलब्ध है. ऐसे में इन दोनों में से किसी एक को भाजपा की ओर से चुनाव लडने के लिए साईनगर प्रभाग से दावा छोडना होगा और अपने लिये किसी अन्य प्रभाग में सीट खोजनी होगी. वहीं विपक्षी दलों द्वारा इस प्रभाग को अपने कब्जे में लेने का पूरा प्रयास किया जायेगा.
प्रभाग क्र. 30 पश्चिम बडनेरा में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग के लिए तय हुई है. मुस्लिम बहुल मतदाताओंवाले इस प्रभाग में दलित मुस्लिम वोटों का अच्छा गठजोड दिखाई दे सकता है और बहुत हद तक संभव है कि, यहां पर एससी संवर्ग हेतु आरक्षित सीट पर पूर्व रिपाइं पार्षद प्रकाश बनसोड द्वारा चुनाव लडा जाये.
प्रभाग क्र. 31 सूतगिरणी में 1 सीट एससी महिला, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग के लिए छूटी है. इस क्षेत्र में दो बार मनपा पार्षद रह चुके सुनील काले की अच्छी-खासी पकड मानी जाती है. ऐसे में इस प्रभाग में सर्वसाधारण संवर्ग के पुरूषों हेतु उपलब्ध एकमात्र सीट पर कडी प्रतिस्पर्धा दिखाई देने की संभावना है.
प्रभाग क्र. 32 पूर्व बडनेरा में 1 सीट एससी, 1 सीट सर्वसाधारण महिला व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग के लिए तय हुई है. इस प्रभाग में भी सभी राजनीतिक दलों व प्रत्याशियों को सम-समान अवसर मिल सकते है. लेकिन यहां पर मुस्लिम वोट निर्णायक साबित होंगे.
प्रभाग क्र. 33 आठवडी बाजार यह दो सदस्यीय प्रभाग है. जहां पर 1 सीट एससी महिला व 1 सीट सर्वसाधारण संवर्ग के लिए तय हुई है. इस सीट पर सिंधी मतदाताओं की संख्या काफी निर्णायक है. इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दलों को प्रत्याशी तय करने होंगे.