अमरावती

महिला बचत समूह के उत्पादों को अमरावती वासियों का मिल रहा उत्स्फूर्त प्रतिसाद

शानदार साबित हो रहा है जिला कृषि महोत्सव

* माविम के सहयोग से महिला सशक्तिकरण
अमरावती /दि.3 – महिला बचत समूह के उत्पादों को अमरावतीवासियों ने उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया. अमरावती मेें आयोजित जिला कृषि महोत्सव शानदार साबित हो रहा है. कृषि महोत्सव में विविध प्रजाति के श्वानों का समावेश रहने वाला डॉग शो, ड्रोन छिडकाव जैसे आध्ाुनिक मशीनरी के प्रात्यक्षिक सभी का आकर्षण बने है. कृषि विभाग व कृषि तंत्रज्ञान व्यवस्थापन यंत्रणा द्वारा (आत्मा), महिला आर्थिक विकास महामंडल व कारितास इंडिया के सहयोग से सायन्सकोर मैदान पर प्राकृतिक कृषि, मिलेटस् व जिला स्तरीय कृषि महोत्सव के दूसरे दिन भी भीड रही. यह महोत्सव में ५ फरवरी तक चलेगा. इसमें मोटा अनाज से तैयार किए गए पौष्टिक व स्वादिष्ट व्यंजन बिक्री के लिए उपलब्ध है. जिसे ग्राहक खूब पसंद कर रहे है. मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा के हाथों डॉग शो का शुभारंभ हुआ. अल्सेशियान, पामेरियन, लॅब्रॉडॉर, जर्मन शेफर्ड ऐसे विविध प्रजाति के श्वान शो में सहभागी थे. डॉग शो देखने के लिए श्वानप्रेमी तथा नागरिक अपने परिवार के साथ उपस्थित थे. ग्रामीण महिलाओं का संगठन, उनकी क्षमता, उद्योजकताव विकास के लिए महिला आर्थिक विकास महामंडल (माविम) द्वारा काम किया जाता है. महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाकर उनका उद्योजकीय विकास करना, उन्हें रोजगार के अवसर और बाजार उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाता है. तथा उनके द्वारा तैयार की गई वस्तुओं को बाजार से जोडने का काम माविम के माध्यम से किया जाता है. इसी तर्ज पर जिला कृषि प्रदर्शनी में नवतेजस्विनी महाराष्ट्र ग्रामीण उद्यम विकास प्रकल्प अंतर्गत स्वयंसहायता महिला बचत समूहों ने कृषि महोत्सव में ४६ स्टॉल्स लगाए है. इनमें से ४० स्टॉल पर विविध हस्तकला की वस्तुएं तथा खाद्य पदार्थ, अनाज की बिक्री शुरु है. तथा उर्वरित ६ स्टॉल पर महोत्सव में ही भोजनालय के स्टॉल्स लगे है. महिला आर्थिक विकास महामंडल के स्वयंसहायता महिला बचत समूहों ने जिलास्तरीय कृषि महोत्सव में विविध खाद्य पदार्थों के तथा नित्य उपयोगी वस्तुओं के स्टॉल्स लगाए है. कृषि महोत्सव के पहलेही दिन एक लाख रुपए से अधिक विक्री की गई. बचत समूह की महिलाओं को प्रोत्साहन देने के लिए नागरिकों ने कृषि महोत्सव को अवश्य भेंट देने का आह्वान माविम के सुनील सोसे ने किया है.
* आकर्षक व सुंदर मिट्टी की मूर्तियां
मारकामाय स्वयंसहायता महिला बचत गट, रिद्धपुर द्वारा मिट्टीकाम व कुम्हारकाम व्यवसाय किया जाता है. १० महिलाएं इकट्ठा होकर मूर्तियां बनाती है. उनके द्वारा बनाई गई देवी-देवता, महापुरुषों की आकर्षक और सुंदर मूर्तियां, दीये ग्राहकों का ध्यान आकर्षित कर रहे है. इस बचतसमूह को इसके पूर्व जिलास्तरीय हिरकणी पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है.
* एलईडी लाइट की निर्मिती
महिला बचत समूह को केवलू घरेलू खाद्य पदार्थ की निर्मिती व बिक्री के लिए जाना जाता है. किंतु अब महिला बचत समूह की महिलाओं ने घरेलू खाद्य पदार्थों के साथ-साथ एलईडी लाइट तैयार करने का तकनीकी काम भी शुरु किया है. सक्षम लोक संचालित साधन केंद्र तिवसा और परिवर्तन लोकसंचालित साधन केंद्र भातकुली इस बचत समूह द्वारा एलईडी लाइट की निर्मिती की जाती है. उनके द्वारा निर्मित एलईडी लाइट कृषि महोत्सव में बिक्री के लिए उपलब्ध है. इन एलईडी लाइट को मार्केट उपलब्ध हो और उनकी डिमांड बढे़ इसके लिए जिले के सभी प्रशासकीय विभागों ने इन एलईडी लाइट की खरीदी करने के निर्देश जिलाधिकारी पवनीत कौर ने दिए है.
* महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम हो रही है
कैरी बैग के इस्तेमाल पर सरकार के पाबंदी लगाने से कपड़े से बनी थैलियों की डिमांड बढ़ रही है. माविम द्वारा महिला बचत समूहों ने कपडे़ के थैलियों की निर्मिती उद्योग शुरु किया है. इस उद्योग से महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम बन रही है, ऐसा बचत समूह की शारदा सातंगे ने कहा. घर के कामकाज संभालकर खाली समय में गांव में ही महिलाएं यह व्यवसाय कर रही है. कृषि महोत्सव में दैनंदिन उपयोग में तथा अन्य कार्यक्रमों के इस्तेमाल की जाने वाली कपडे़ की थैलियां वाजवी दाम में उपलब्ध है. १० रुपए से लेकर ३०० रुपए तक कपड़े की थैलियां उपलब्ध है.
* विविध वस्तुओं के स्टॉल
बचत समूह में विविध सेंद्रीय दाल, तैयार आटा, गीली हल्दी, गुड़पट्टी, सिपना लोकसंचालित साधन केंद्र, बिहाली द्वार मोहालड्डू, मेलघाट लोकसंचालित साधन केंद्र द्वारा मोहाचिक्की, मोहा राजगिरा लड्डू, लहसून पापड, मेथी पापड़ ऐसे पौष्टिक पदार्थ अलग-अलग स्वाद में उपलब्ध है. तथा मेलघाट की प्रसिद्ध रबडी ग्राहकों की पसंद बन रही है. खाद्य स्टॉल में मांडे, बासुंदी, झुनका भाकर केंद्र तथा पूरक आहार थाली उपलब्ध है.

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