अमरावती

आश्चर्य! मेलघाट में 90 दिन के भीतर 52 बच्चों की मौत

409 तीव्र कुपोषित, अमायलेज युक्त आहार के लिए प्रयास

धारणी/ दि.26 – कुपोषण से प्रभावित मेलघाट में केवल तीन माह में करीब 52 बच्चों की मौत होने की चौकाने वाली बात सामने आयी है. मृतकों में जन्म लेते ही 17 की मौत व 0 से 6 वर्ष आयु के 35 बालकों की मौत का समावेश है. यहा तीव्र कुपोषण से 409 बालक पीडित है. धारणी व चिखलदरा तहसील के इन बालकों को बचाने के लिए आंगनवाडी केंद्र से अमायलेज युक्त पोषण आहार देने का प्रयास शुरु है. देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति के रुप में द्रोैपदी मुर्मू ने शपथ ली. उसी दिन आदिवासी क्षेत्र की हकीकत सामने आयी. इससे बडी दुख की बात और क्या हो सकती है.
धारणी व चिखलदरा तहसील में न्यायालय के निर्देशानुसार शासन की विभिन्न योजनाएं कार्यान्वित है. बालविकास प्रकल्प कार्यालय अंतर्गत दोनों तहसील में 425 से अधिक आंगनवाडी केंद्र से स्तनदा, गर्भवती माता व 0 से 6 वर्ष आयु के बालकों को पौेष्टिक आहार पकाकर दिया जाता है. जल से निर्माण होने वाली बीमारी के कारण कम होेने वाले वजन और विभिन्न बीमारी से मौत देखते हुए मेलघाट के बच्चों में बारिश के मौसम में काफी जोखीम होता है. धारणी व चिखलदरा तहसील में कुपोषण की तीव्र श्रेणी के सैम में अप्रैल, मई माह में 213 बच्चों का समावेश था. जून माह में किये गए सर्वे में यह आंकडा 409 पर पहुंचा. तीव्र कुपोषित व मध्यम कुपोषित 3756 बालकों के लिए 130 जुलाई के बीच पेसा कानुन के अनुसार वीसीडीसी खुल गई है.

जन्म लेते ही 17 बच्चों की मौत
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार धारणी व चिखलदरा तहसील में अप्रैल 2022 मेें 610, मई माह में 422, जून में 420 ऐसे 1452 बच्चों का जन्म हुआ. इसमें से 0 से 6 आयु के अप्रैल में 15, मई माह में 7, जून माह 13 ऐसे 35 और इन्हीं तीन माह में जन्म लेते से 17 बच्चे ऐसे कुल 52 बच्चों की मौत हुई. साधारण श्रेणी में 32576 व मैम में 3347 बालक हैं. 3820 गर्भवती व 3410 स्तनदा माता है.

पिछले वर्ष से आंकडा कम है
मेलघाट में पिछले तीन माह में तत्काल जन्म हुए और 0 से 6 वर्ष आयु के 52 बच्चों की मौत हुई. पिछले वर्ष की तुलना में 15 से यह आंकडा कम है. बारिश के दिन देखते हुए स्वास्थ्य जोन, विभिन्न जांच, स्वास्थ्य सुविधा, आहार की आपूर्ति की जा रही है.
– दिलीप रणमले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी

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