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आश्चर्य : ब्रेड पकोडा स्टॉल से बेची जा रही थी कामोत्तेजक दवा

अन्न व औषध प्रशासन विभाग ने पकडा स्टॉक

* विक्रेता के खिलाफ अपराध दर्ज, जयस्तंभ चौक परिसर की घटना
अमरावती/ दि.16- स्थानीय जयस्तंभ चौक के महावीर प्लाझा परिसर में एक ब्रेड पकोडा बिक्री केंद्र पर अवैध तरीके से कामोत्तेजक दवा बेची जा रही थी. यह आश्चर्यजनक बात अन्न व औषध प्रशासन व्दारा की गई कार्रवाई में उजागर हुई है. यहां एफडीए की टीम ने छापामार कर बडे पैमने में कामोत्तेजक दवा का स्टॉक बरामद किया है. यह कार्रवाई कल मंगलवार की रात की गई. इसके बाद सिटी कोतवाली पुलिस थाने में विक्रेता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया.
महावीर प्लाझा स्थित जय अंबे ब्रेड, पकोडा सेंटर में सागर नंदकिशोर साहू नामक विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की गई. इस बे्रड पकोडा सेंटर से सागर साहू कामोत्तेजक दवा अवैध तरीके से बेचता था, ऐसी जानकारी एफडीए के औषध निरीक्षक मनीष गोतमारे व उनकी को मिली. इस गुप्त सूचना के आधार पर एफडीए की टीम ने 12 फरवरी को इस ब्रेड पकोडा सेंटर पर डमी ग्राहक भेजकर सागर साहू से कामोत्तेजक दवा खरीदी. इसपर एफडीए ने तस्सली की और फिर छापा मारा. उस समय ब्रेड पकोडा सेंटर में एक प्लास्टिक की बोरी में करीब 6 हजार रुपए कीमत की दवा मिली. एफडीए ने वह दवा बरामद की. बरामद की गई कामोत्तेजक दवा में ‘सिल्डेनाफीड साईट्रेस’ नामक पदार्थ होने की बात दवा के लेबल से उजागर हुई. यह पदार्थ युक्त दवा केवल तज्ञ डॉक्टर पर्ची व्दारा अधिकृत दवा विक्रेता ही खरीद सकते है, ऐसा होने के बाद भी साहू के पास दवा बिक्री की अनुमति भी नहीं थी. इसके कारण पूरी तरह से यह मामला अवैध होने की बात सामने आयी. बरामद की गई दवा का स्टॉक एफडीए के अधिकारियों ने जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाया है.
इस बीच सागर नंदकिशोर साहू ने अवैध तरीके से घातक दवा बगैर अनुमति के बेचने की बात सामने आने के कारण औषध निरीक्षक मनिष गोतमारे ने इस मामले में सिटी कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दी है. पंजीकृत डॉक्टर की पर्ची के बगैर बेची जाने के कारण औषध, सौंदर्य प्रसाधन कानून 1940 व नियम 1945 अंतर्गत कानून का उल्लंघन होने की बात सामने आयी है. यह कार्रवाई औषध निरीक्षक (गुप्त वार्ता) मनिष गोतमारे, औषध निरीक्षक स्वाती भरडे ने आयुक्त (दवा) उमेश घरोटे के मार्गदर्श में की.

इन गोलियों के है दुष्परिणाम
हृदय रोगी ने यह गोलियों का सेवन किया तो, उस व्यक्ति का रक्तदाब तेजी से कम होकर उसे तत्काल हृदय रोग का तीव्र झटका आ सकता है. इसी तरह यह गोली किसी व्यक्ति ने एक, दोबार सेवन की तो इस गोली की लत लग जाने की अधिक संभावना है, ऐसा औषध निरीक्षक मनिष गोतमारे ने बताया.

कुछ दवा विक्रेताओं को भी होलसेल दाम में बेची!
सागर साहू के पास बेचने के लिए उपलब्ध कामोत्तेजक दवा की स्ट्रीप (4 गोलियां) 20 रुपए में होलसेल भाव में मिल रही थी. सागर साहू को यह गोलियों की स्ट्रीप 15 रुपए में मिलती थी. इस दौरान कुछ अधिकृत दवा विक्रेता उसके पास से 20 रुपए स्ट्रीप के हिसाब से खरीदते थे. इस स्ट्रीप पर एमआरपी 127 रुपए है. इसके कारण संभवत: 20 रुपए कीमत की इस स्ट्रीप को एमआरपी के अनुसार बेचे जाने की संभावना नकारी नहीं जा सकती. एफडीए व्दारा भेजे गए डमी ग्राहक ने 400 रुपए देकर सागर साहू से 2 स्ट्रीप खरीदी थी, ऐसा दवा निरीक्षक मनिष गोतमारे ने बताया

दवा कहा से ली, इसकी जानकारी ले रहे है
सागर साहू के स्टॉल पर छापा मारकर बरामद की गई कामोत्तेजक दवा का स्टॉक कहा से लाया, अब तक किस किस को बेचा व अन्य जानकारी हम ले रहे है. मगर सामान्य जनता गैर रास्ते से दवा न खरीदे, डॉक्टर की सलाह लेकर दवा ले और लाइसेंसधारी विक्रेता से बिल लेकर दवा खरीदे.
– मनिष गोतमारे,
दवा निरीक्षक एफडीए

शिकायत पर अपराध दर्ज
इस मामले में एफडीए के अधिकारी ने दी शिकायत के आधार पर अवैध तरीके से दवा बेचने वाले सागर साहू के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई शुरु की है.
– निलिमा आरज,
थानेदार, सिटी कोतवाली

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