अमरावती

आश्चर्य : मास्टर माईंड अनिल खडसे ने बदला ग्रामपंचायत का ब्यौरा!

दोनों आरोपी फरार, अमरावती में अपराध दर्ज

* सरपंच, सचिव के डीएससी का दुरुपयोग
अमरावती/ दि. 5- सरपंच सचिव के डिजिटल साइन (डीएससी) का दुरुपयोग कर धारणी तहसील के 6 ग्रामपंचायत को करीब 98 लाख रुपए का चुना लगाने के मामले में राज एम्प्राटेक के संचालक अनिल खडसे व सिध्दार्थ मनोहरे के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस थाने में धोखाधडी का अपराध दर्ज किया गया है. इस तहकीकात में अनिल खडसे ने सीधे 6 ग्रामपंचायत के विकास का ब्यौरा ही बदल डाला, यह आश्चर्यजनक बात उजागर हुई है. इसके कारण खडसे की कंपनी व्दारा और कितनी ग्रामपंचायत के साथ आर्थिक धोखाधडी की गई, इस दिशा में तहकीकात की जा रही है. इस घोटाले में बडा पर्दाफाश होने की संभावना पुलिस व्दारा व्यक्त की गई है.
फिलहाल टिटंबा, घुटी, काकरमल इन तीन ग्रामपंचायत के साथ धोखाधडी की तीन और बिजुधावडी, चौराकुंड और मांगिया इन तीन ग्रामपंचायत में धोखाधडी के बारे में एक ऐसे कुल 4 एफआईआर अमरावती में दर्ज की गई. इस धोखाधडी में 64 लाख 9 हजार 735 रुपए और चौराकुंड, बिजुधावडी व मांगिया इन तीन ग्रामपंचायत के धारणी स्थित सेंट्रल बैंक के खाते से भी 33 लाख 74 हजार 154 रुपए खडसे के खाते में ट्रान्सफर की जाने की शिकायत की है. कार्य आरंभ आदेश के अनुसार सामग्री की आपूर्ति न करते हुए अनिल खडसे की कंपनी ने धोखे से ग्रामपंचायत के खाते से रकम अपने खाते में ट्रान्सफर कराई है.

ऐसा बदला ब्यौरा
15वें वित्त आयोग ने ग्रामपंचायत को हर वर्ष प्राप्त होने वाले निधि अंतर्गत 50 प्रतिशत बंधित स्वरुप और 50 प्रतिशत अबंधित स्वरुप के काम कराना बंधनकारक है. इसके अनुसार ग्रापंचायत ने विकास ब्यौरे ेतैयार किये. उसे तहसील स्तर पर तकनीकी छानबीन समिति ने मंजूरी दी. उसके अनुसार ग्रामपंचायत ने सामग्री आपूर्ति के लिए निविदाए आमंत्रित की. अनिल खडसे की कंपनी के साथ ग्रामपंचायत ने करारनामा किया. विकास ब्यौरे के अनुसार उन कामों के लिए निश्चित निधि तय की गई. उस ब्यौरे में बदलाव करने का अधिकार केवल जिला परिषद सीईओ को होने के बाद भी अनिल खडसे की कंपनी ने सरपंच, सचिव को अंधरे में रखकर वह ब्यौरा बदल दिया. कार्यशाला, ई-लर्निंग, कम्प्यूटर प्रशिक्षक, हैंडवॉश व सामग्री के लिए विकास ब्यौरे में अलग अलग रकम व अनिल खडसे ने बदले ब्योैरे में अलग रकम दर्शाई गई. इसके कारण उसने ऐसृे कितने ग्रामपंचायत का ब्योैरा बदलकर हेराफेरी की, इसकी भी तहकीकात की जाएगी.

ग्रामपंचायत के अधिकार पर खडसे ने किया हाथसाफ
ग्रामपंचायत विकास ब्यौरा गांव के नागरिकों के संपूर्ण विकास के लिए है. नागरिकों को जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में ग्रामपंचायत स्तर पर कार्यरत प्रशासन के सभी अधिकारी, कर्मचारी की सहायता से ब्यौरा तैयार करना पडता है. काम का चयन करने और वर्ष निहाय उसकी प्रधानता क्रम निश्चित करने यह पूरी तरह से ग्रामपंचायत का अधिकार है. केंद्र से आयी निधि पर खडसे ने हाथ साफ किया है.

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