अपनों को साथ लेकर किया हुआ काम सफल होता ही है

जिलाधिकारी सौरभ कटियार का कथन

* तबादला होने पर सभी विभागों ने दी भावभीनी विदाई

अमरावती/दि.29-किसी भी काम को करते समय हमें कार्यशैली, नियोजन व कल्पकता पर ध्यान देना आवश्यक होता है. साथ ही यह काम करते समय अपने आसपास के लोगों का भी सहयोग जरुरी होेता है. अगर आप अपनों को साथ लेकर कोई काम करते हैं तो वह सफल होता ही है, इस आशय का कथन जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने किया. स्थानीय जिलाधीश कार्यालय के नियोजन भवन में बुधवार को जिलाधीश सौरभ कटियार के मुम्बई उपनगर के जिलाधीश के रुप में
तबादले के चलते राजस्व विभाग के साथ जिले के सभी विभागों द्वाराभावपूर्ण विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विदाई समारोह में जिलाधिकारी कटियार ने अपना मनोगत व्यक्त किया.
उन्होंने कहा कि, उक्त सोच के साथ मैंने जिलाधीश के रुप में 23 जुलाई 2023 को जब कामकाज संभाला तो यहां के अधिकारी व कर्मचारियों को अपने परिवार के सदस्य के रुप में देखते हुए उनकी हर कार्य में सहभागी हुआ, जिसके कारण आज सभी के साथ पारिवारिक सलोखा बना पाया है. यही सलोखा एक टीम बनकर मेरी अमरावती से वापसी की पूंजी बनी है. कार्यक्रम में जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीता मोहपात्रा, मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे, पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद, अपर जिलाधीश गोविंदा दाणेज, पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल, गणेश शिंदे, अनाथों के पिता पद्मश्री शंकरबाबा पापलकर, निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.
जिलाधीश सौरभ कटियार ने कहा कि ‘जिलाधीश’ का पद वैसे तो ‘ग्लैमरस’ होता है. मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे यहां उपस्थित सभी अधिकारी व कर्मचारियों की टीम के साथ काम करने का मौका मिला है. मैं यहां करीब 2 साल तक कार्यरत रहा. लेकिन यह दो साल मेरे लिये भी केवल 2 माह की तरह रहे हैं. विगत दो सालों में यहां काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों की जो टीम मुझे मिली, उनके साथ काम करते हुए समय कैसे बीत गया, पता ही नहीं चला. जिले में निवासी उपजिलाधीश का पद कई दिनों से प्रभारी है.
लेकिन अनिल भटकर जैसे लोग उसे जिस प्रकार जिम्मेदारी के साथ न्याय दे रहे हैं, उसके कारण मुझे कभी भी इस पद के लिए अधिकारी नियुक्त करने की सिफारिश की आवश्यकता नहीं पड़ी. किसी भी काम को संभालते हुए विभागों में यहां की मीडिया ने भी मुझे भरपूर सहयोग दिया है.
कार्यक्रम का संचालन क्षिप्रा मानकर तथा आभार खनिकर्म अधिकारी इमरान शेख ने माना. प्रस्तावना निवासी उपजिलाधीश अनिल भटकर ने रखी. कार्यक्रम में कोतवाल संगठन के विजय पेढेकर, पटवारी संगठन के जिला सचिव कमल गाठे, राजस्व कर्मचारी संगठन के सहायक राजस्व अधिकारी ब्रिजेश बस्तानी, नगर विकास विभाग के डॉ. विकास खंडारे, तहसीलदार संगठन के विजय लोखंडे, उपजिलाधीश संगठन के उपजिलाधीश (भूसंपादन) प्रसन्नजीत चव्हाण, उपजिलाधीश (रोगायो) ज्ञानेश्वर घ्यार, कौशल विकास विभाग की सहायक आयुक्त प्रांजली बारस्कर, जिला परिषद उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी बायस, पूर्व महिला व बाल विकास अधिकारी कैलाश घोडके समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम पश्चात जिलाधीश कार्यालय, पुलिस विभाग, नगरपालिका प्रशासन के सहायक आयुक्त सुमेध अलोने व टीम, विदर्भमंडल अधिकारी संघ नागपुर जिला शाखा, महाऊर्जा के विभागीय महाव्यवस्थापक प्रफुल्ल तायडे व कर्मचारी, विदर्भ पटवारी संघ जिला शाखा के कमल गाडे व अन्य, राजस्व सेवक संगठन, जिला कोषागार अधिकारी शिल्पा पवार व कोषागार कर्मचारी संगठन, जिला लघुलेखन संगठन, जिला पशुधन अधिकारी डॉ. सोलंके, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कैलास घोडके, तहसीलदार संगठन, जिला सूचना अधिकारी गजानन कोटुरवार, कार्यकारी अभियंता दिनेश गायकवाड समेत विविध विभागों के अधिकारी व कर्मचारियों ने जिलाधीश सौरभ कटियार को भेंटवस्तुएं देकर उज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.

सीएम के हाथों सम्मान एक यादगार पल
यहां आने के बाद मेरे कार्यकाल में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का लोकार्पण, मेलघाट की समस्याओं का कुछ हद तक निराकरण, बेलोरा हवाई अड्डे का न केवल उद्घाटन बल्कि यहां से नियमित फ्लाइट की उड़ान, मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान यह मेरे जीवन के यादगार पल हैं, जिसे में कभी भी भूला नहीं सकता. इन पलों की पोटली लेकर मैं आगे भले ही मुम्बई रवाना हो रहा हूं. लेकिन जब भी मेरी अमरावती जिले तथा जिलावासियों को आवश्यकता होगी, मैं हमेशा तैयार रहूंगा.

परिवार की सदस्य की तरह मिला सहयोग
जिप सीईओ संजीता मोहपात्रा ने कहा कि, जिलाधीश सौरभ कटियार के साथ मेरा संपर्क डहाणु से है. उनके साथ काम करने के बाद मेरा तबादला जब अमरावती जिप में हुआ तो मैं कुछ घबराई हुई थी, क्योंकि मैंने कभी भी विदर्भ में काम नहीं किया था.मैं केवल कोंकण विभाग में कार्यरत रही.यहां की समस्या और अन्य विषयों को किस प्रकार हैंडल कर पाऊंगी, यह सोचकर चिंता में पड़ गई थी.लेकिन जिलाधीश ने हमेशा ही मुझे परिवार के सदस्य की तरह सहयोग दिया. विशेषकर उनकी पत्नी मोनिका कटियार मेरे लिए एक अच्छी दोस्त बनीं, जिनके साथ रहते हुए मुझे यहां अपने परिवार की उतनी याद नहीं आई और ना ही अकेलापन महसूस किया.

पारिवारिक रिश्ता बना
पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने कहा कि, सौरभ कटियार जिलाधीश होने के साथ ही एक अच्छे दोस्त भी हैं. उनके साथ मेरा पारिवारिक रिश्ता बना था. जिसके कारण मेरा सौरभ कटियार के साथ अपनापन रहा है. अब वे मुम्बई उपनगर में एक बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रहे है. अब बारिश का मौसम शुरु हो चुका है, जो उनके लिए चुनौतियों से भरा होगा. इसे वे अच्छे से पूरा कर समस्याओं का निराकरण करते हुए आगे बढ़ेंगे, ऐसा विश्वास उन्होंने व्यक्त किया.

बडे सम्मान का हकदार बन पाया
पद्मश्री शंकरबाबा पापडकर ने कहा कि, सौरभ कटियार ऐसे जिलाधीश हैं, जो बिना किसी संकोच के हर व्यक्ति को अपना बनाते हैं. उनके कारण ही आज मैं इतने बड़े सम्मान का हकदार बन पाया. हम चाहते हैं कि भले ही वे मुम्बई जा रहे हैं, लेकिन यहां अनाथ बच्चों को 18 वर्ष आयु के पश्चात संभालने की जिम्मेदारी संबंधित संस्था को प्राप्त हो, यह शासन आदेश उनके सहयोग से निकले, इस कार्य में सहयोग देने की गुजारिश की.

मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे ने कहा कि, 23 जुलाई 2023 को सौरभ कटियार ने जिलाधीश के रुप में पदभार संभाला. लेकिन उनका और मेरा संपर्क अकोला के साथ अमरावती में भी आया. विधानसभा चुनाव में साथ काम करते हुए मैंने शांत, संयम और सूझबूझ के साथ समस्याओं का समाधान किस प्रकार किया जा सकता है, उनसे सीखा है. जिसके कारण हमें भी अब शांति के साथ समस्याओं का झटपट निराकरण करना, लोगों की सुनना और उन्हें समझने के लिए क्या करना चाहिए, इसकी सीख मिली है. इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल व गणेश शिंदे ने भी समयोचित विचार व्यक्त कर एक अच्छे पारिवारिक माहौल के साथ अपनी सेवा को आगे बढ़ाने तथा शांत स्वभाव के साथ लोगों को समझने की सीख देने की बात कही.

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