8 थानों का काम चल रहा बिना लॉकअप् के
पकडे गये आरोपियों को कस्टडी में रखने का काम चल रहा उधारी पर
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केवल राजापेठ व सिटी कोतवाली में है लॉकअप् की सुविधा
अमरावती/दि.21 – शहर पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत कुल 10 पुलिस थाने है. किंतु इसमें से केवल राजापेठ व सिटी कोतवाली पुलिस थाने में ही लॉकअप् की सुविधा उपलब्ध है. ऐसे में शेष 8 पुलिस थानों को अपने द्वारा पकडे गये आरोपी रखने के लिए इन्हीं 2 पुलिस थानों के लॉकअप् को उधारी पर लेना पडता है. ऐसे में राजापेठ व कोतवाली थानों के लॉकअप् में कई बार आरोपियों की भीडभाड बढ जाती है.
इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप् में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या कर ली गई थी. जिसके बाद इस लॉकअप् को कई दिनों तक बंद रखा गया था. ऐसे में काम का पूरा बोझ सिटी कोतवाली पुलिस थाने के लॉकअप् पर पड गया था. जहां पर शहर के सभी 9 पुलिस थानों के आरोपियों को लाकर रखा जा रहा था. साथ ही साथ खुद कोतवाली पुलिस द्वारा पकडे जानेवाले आरोपियों को भी इसी लॉकअप् में रखा जाता था. यानी इस समय कुल 10 पुलिस थानों द्वारा पकडे गये आरोपियों को रखने हेतु केवल 1 पुलिस थाने में ही लॉकअप् की सुविधा थी. बाद में सीआयडी द्वारा अपनी जांच पूरी करने के बाद अनुमति दिये जाने पर राजापेठ थाने के लॉकअप् को दोबारा खोला गया.
शहर पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थाने
– राजापेठ उपविभाग
सिटी कोतवाली, राजापेठ, खोलापुरी गेट, भातकुली
– गाडगेनगर उपविभाग
गाडगेनगर, वलगांव, फ्रेजरपुरा, नागपुरी गेट, नांदगांव पेठ
यात्रा खर्च के साथ ही जिम्मेदारी भी अधिक
– शहर पुलिस आयुक्तालय के बडनेरा, नांदगांव पेठ तथा वलगांव ये तीन पुलिस स्टेशन शहर से करीब 10 से 11 किमी की दूरी पर स्थित है.
-इन तीन पुलिस थानों द्वारा पकडे गये आरोपियों को शहर के बीचोंबीच स्थित राजापेठ पुलिस थाने के लॉकअप् में लाकर रखा जाता है और बाद में उन्हें संबंधित पुलिस थानों में वापिस ले जाया जाता है. जिससे आने-जाने का खर्च बढने के साथ-साथ पुलिस की जिम्मेदारी भी काफी अधिक बढ जाती है.
– यदि आने-जाने के दौरान आरोपी ने कुछ कम-ज्यादा कर लिया, या फिर वह पुलिस के कब्जे से भाग निकला, तो उसे लाने-ले जाने के काम हेतु नियुक्त पुलिस कर्मचारी का निलंबन तय ही होता है.
छह थानों के लॉकअप् प्रयोग में नहीं
शहर पुलिस आयुक्तालय के गाडगेनगर व भातकुली पुलिस थानों को छोडकर अन्य आठ पुलिस थानों में लॉकअप् की सुविधा है. किंतु राजापेठ व कोतवाली को छोडकर अन्य छह पुलिस थानों के लॉकअप् किसी न किसी वजह के चलते बंद है. इसमें से फे्रजरपुरा पुलिस थाने की नई इमारत में पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये आरोपियों को रखने हेतु बनाया गया नया लॉकअप् आरोपियों को रखने योग्य नहीं रहने की जानकारी सामने आयी है. वहीं कुछ अन्य पुलिस थानों के लॉकअप् में डेथ इन कस्टडी के मामले हो जाने के चलते वहां पर आरोपियों को नहीं रखा जाता.
इस समय राजापेठ व सिटी कोतवाली थाने में लॉकअप् की सुविधा है. जहां पर अन्य पुलिस थानों के आरोपी भी लाकर रखे जाते है. बहुत जल्द खोलापुरी गेट व नागपुरी गेट में उपलब्ध लॉकअप् को प्रयोग में लाये जाने का विचार किया जा रहा है
एमसीआर लेने पर विशेष जोर
विगत दिनों राजापेठ व वलगांव पुलिस थाने में दो आरोपियों द्वारा पुलिस हिरासत में रहने के दौरान आत्महत्या कर लिये जाने के चलते इन दिनों पुलिस द्वारा आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद पीसीआर की बजाय एमसीआर लेने पर विशेष जोर दिया जाने लगा है.