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मंडी समितियों की मतदाता सूची को अपडेट करने का काम शुरू

7 दिसंबर को प्रकाशित होगी अंतिम मतदाता सूची

* जिले की 12 मंडियों का जनवरी 2023 में होगा चुनाव
अमरावती/दि.12- आगामी जनवरी 2023 में जिले की 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों का चुनाव करवाया जाना है. इस बात के मद्देनजर सभी फसल मंडियों की संभावित मतदाता सूची और निर्वाचन चुनाव संबंधी कामकाज को लेकर गतिविधियां और गहमागहमी तेज हो गये है. उल्लेखनीय है कि, इन सभी फसल मंडियों के संचालक मंडल का कार्यकाल काफी पहले ही खत्म हो चुका है. परंतु कोविड एवं लॉकडाउन की वजह से फसल मंडियों का चुनाव आगे टलता रहा. वहीं अब सहकार निर्वाचन प्राधिकरण द्वारा चुनाव करवाये जाने को हरी झंडी दिखाये जाते ही करीब दो वर्ष के बाद फसल मंडियों में चुनावी धामधूम दिखाई देने लगी है.
बता दें कि, सेवा सहकारी सोसायटी, ग्राम पंचायत, अडत व्यवसायी तथा व्यापारी व मापारी ऐसे चार निर्वाचन क्षेत्रों के जरिये पुरानी पध्दति से ही फसल मंडियों के चुनाव करवाये जाने है. जिसके लिए सहकार निर्वाचन प्राधिकरण के निर्देश पर विगत 27 सितंबर से मतदाता सूची पर काम करना शुरू कर दिया गया है और 3 अक्तूबर से मतदाता सूचियों को अपडेट करने की प्रक्रिया चलायी जा रही है, जो आगामी 31 अक्तूबर तक चलेगी. जिसके बाद 14 नवंबर को मतदाता सूची प्रकाशित होगी. जिन पर प्राप्त आपत्तियों व आक्षेपों पर सुनवाई करते हुए 7 दिसंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी और 23 दिसंबर को चुनावी अधिसूचना घोषित की जायेगी. जिसके उपरांत 23 से 29 दिसंबर के दौरान नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे. जिनकी 30 दिसंबर को जांच-पडताल की जायेगी. जिसके बाद 2 से 16 जनवरी के दौरान नामांकन वापिस लिये जा सकेंगे. पश्चात चुनाव लडनेवाले प्रत्याशियों के नामों की अंतिम सूची घोषित की जायेगी. इसके बाद 29 जनवरी को मतदान होगा और 30 जनवरी को मतगणना करते हुए चुनावी नतीजे घोषित किये जायेेंगे. हालांकि ऐन समय पर इस चुनावी समयसारणी में कुछ बदलाव भी हो सकता है.
बता दें कि, जिले की चांदूर बाजार, अमरावती, अंजनगांव सूर्जी, वरूड, धामणगांव रेल्वे, मोर्शी, अचलपुर, नांदगांव खंडेश्वर, धारणी, तिवसा, दर्यापुर व चांदूर रेल्वे इन 12 कृषि उत्पन्न बाजार समितियों के संचालक मंडल का कार्यकाल दो साल पहले ही समाप्त हो चुका है. किंतु उस समय कोविड संक्रमण एवं लॉकडाउन की वजह से चुनाव नहीं करवाये जा सके थे. ऐसे में इन सभी बाजार समितियों के संचालक मंडल को समयावृध्दि दी गई. वहीं विगत मार्च माह से इन सभी बाजार समितियों पर प्रशासक की नियुक्ति की गई है. चूंकि अब सेवा सहकारी सोसायटी के चुनाव खत्म हो चुके है. जिसके चलते बाजार समितियों के चुनाव का रास्ता खुल गया है. ऐसे में सहकारी प्राधिकरण ने राज्य की बाजार समितियों के लिए संभावित चुनावी कार्यक्रम घोषित कर दिया है. जिसके चलते इस समय सभी बाजार समितियों में अच्छी-खासी चुनावी धामधूम चल रही है.

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