राजनीतिक मतभेद को भुलाकर एक साथ मिलकर करे काम
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भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने कहाकोविड अस्पताल में उत्पन्न समस्याओं को लेकर डॉ. बोंडे ने पालकमंत्री पर
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लगाया आरोप
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पत्र परिषद में दी जानकारी
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भाजपा जिला ग्रामीण के सेवाकार्यो की ई-पुस्तिका का विमोचन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ -अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना की भयावह स्थिति बनी हुई है. इस विपदा के दौर में सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने अपने आपसी मतभेदों को भुलाकर जनता के स्वास्थ्य के लिए मिलजुलकर काम करना चाहिए. जनता को स्वस्थ रखना ही हम सभी का एकमात्र उद्देश्य है. इस आशय के विचार अमरावती भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता दिघडे चौधरी ने व्यक्त किए. वे स्थानीय श्रमिक पत्रकार भवन में आयोजित पत्रवार्ता में बोल रही थी. इस दौरान लॉकडाऊन के दौर में अमरावती भाजपा जिला ग्रामीण की ओर से किए गये सेवा कार्यो की ई पुस्तिका का विमोचन किया गया. पत्रवार्ता में ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता चौधरी ने कहा कि कोरोना विपदा के चलते देश में लॉकडाऊन घोषित किया गया. इस दौर में श्रमिको,बेसहारा,निराधार, प्रवासी मजदूरों सहित सभी को मुश्किलों को सामना करना पड़ा. इस दौर में भाजपा ग्रामीण के कार्यकर्ताओं ने हर संभव जिले भर में जरूरतमंद लोगों को आवश्यक मदद पहुंचाने का कार्य किया. यहीं नहीं तो नांदगांव पेठ,धामणगांव रेल्वे जैसे इलाको में पैदल अपने गांव और शहर की दिशा में जानेवाले प्रवासी मजदूरों को भी व्यवस्था की. मोर्शी, वरूड, दर्यापुर,धामणगांव रेल्वे के क्वारेंटाइन सेंटर में किचन सेंटर शुरू कर क्वारेंटाईन में रहनेवाले मरीजों के लिए भोजन का प्रबंध कराने का बीड़ा भी उठाया. इस लॉकडाऊन के दौर में भाजपा ग्रामीण की ओर से किए गये सामाजिक कार्यो की एक ई-पुस्तिका तैयार की गई है. जनसेवा ही ईश्वर सेवा होने का लक्ष्य रखते हुए यह ई-पुस्तिका तैयार की गई है. उसके लिए राज्य के विपक्ष नेता देवेन्द्र फडणवीस,प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल सहित अन्य भाजपा के वरिष्ठों का मार्गदर्शन मिला है. निवेदिता चौधरी ने कहा कि आज अमरावती में ऑक्सीजन सिलेंंडर की कमी महसूस की जा रही है जिससे मरीजों की जान को खतरा निर्माण हो रहा है. ऐसे में सभी जनप्रतिनिधियों ने मिलकर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी भरकर निकालने के लिए उपाय योजनाएं करनी चाहिए. पूर्व कृषि मंत्री एवं किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने सबसे पहले ई-पुस्तिका के विमोचन की शुभकामनाएं दी और कहा कि यह पुस्तिका निकट भविष्य में हर पीढ़ी के लिए करागर साबित होगी. इसके बाद डॉ.बोंडे ने कोविड अस्पताल में स्वास्थ्य की जो कमिया है उसके बारे में बताया कि शहर के कोविड अस्पताल में हाल की घड़ी में २५० मरीज उपचार ले रहे है. अस्पताल में सेवा देनेवाले डॉ. रवि भूषण और उनकी टीम कोरोना मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे है. बावजूद इसके अस्पताल में स्वास्थ्य से संबंधित कमियां सामने आ रही है. अस्पताल में जहां ५०० रेमेडेसिविर औषधी की आवश्यकता है. लेकिन अस्पताल को केवल १२ रेमेडेसिविर दवाईयां मिल पायी है. इस हालात में अन्य उपचार ले रहे मरीजों की जान भी खतरें में आ गई है. निजी अस्पतालों में रेमेडेसिविर दवाईयां भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. लेकिन सरकारी कोविड अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. यह खेद वाली बात है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का बयान है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की कहीं पर भी कमी नहीं है. लेकिन अमरावती में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी महसूस की जा रही है. क्या इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी नहीं है.कोविड अस्पताल की समस्याओं को लेकर डॉ. बोंडे ने पालकमंत्री को भी आडे हाथ लिया. उन्होंने कहा कि पालकमंत्री कोविड अस्पताल के कार्यो को लेकर पूरी तरह से दुर्लक्ष कर रही है. उनका इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है. कोविड अस्पताल में स्वीपर (सफाई कर्मचारी) की भी कमी महसूस की जारही है. सारी के मरीजों को रखने के लिए बेड की भी व्यवस्था पूरी तरह से नहीं की गई है. सारी के मरीजों पर भी नजरअंदाज किया जा रहा है. कोविड अस्पतालों में औषधियों, स्टॉप की कमी को पूरा करने के लिए जिला नियोजन की निधि का उपयोग करना चाहिए और कोविड अस्पताल में जितनी भी समस्याएं निर्माण हो रही है उनको दूर करना चाहिए. कोविड अस्पताल के कोविड वार्डो का जायजा लेने के लिए कल १६ सितंबर को भी वे पहुंचेंगे. पत्र परिषद में भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष निवेदिता दिघडे, किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.अनिल बोंडे, विधायक प्रताप अडसड, प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी,महामंत्री सुमित पवार, महामंत्री राजेश पाठक, प्रशांत शेगोकार,अनिकेत शेगोकार, सुधीर रोहणकर मौजूद थे.