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151 करोड रुपए के काम को प्रशासकीय मंजूरी की प्रतीक्षा

जिला नियोजन समिति की बैठक कब

अमरावती /दि. 27– गत वर्ष जिले के लिए 474 करोड रुपए का विकास प्रारुप मंजूर हुआ है. इसमें से 151 करोड रुपए के विकास काम को प्रशासकीय मंजूरी अब तक नहीं मिली है. इस प्रारुप के अंतिम दो माह शेष रहने से और पालकमंत्री द्वारा बैठक ही न लिए जाने से प्रतीक्षा कायम है. जिले को नए मिले पालकमंत्री आगामी शुक्रवार 31 जनवरी को आ रहे है. उस समय जिला नियोजन समिति की बैठक होगी और मंजूरी मिलेगी क्या, इस ओर प्रशासकीय यंत्रणा सहित राजनीतिक दलों का ध्यान केंद्रीत है.
जिले के शासकीय व अर्धशासकीय यंत्रणा की तरफ से विकासात्मक काम के लिए जिला नियोजन समिति के पास निधि की मांग की जाती है. इन सभी यंत्रणा की तरफ से आई हुई मांग एकत्रित करने के बाद प्रारुप तैयार किया जाता है. इस प्रारुप को पालकमंत्री मंजूरी देते है. जिलाधिकारी इस समिति के सदस्य सचिव रहते है. गत वर्ष के नियोजन के मुताबिक 474 करोड रुपए का प्रारुप तैयार किया गया था. इसमें के 323 करोड रुपए के काम को प्रशासकीय मंजूरी दी गई है. कुल प्रारुप का यह औसतन 70 प्रतिशत है. इस प्रारुप के 151 करोड के काम को अब तक प्रशासकीय मंजूरी नहीं मिली है. इसमें स्थानीय स्वराज्य संस्था सहित स्वास्थ, प्रादेशिक परिवहन, महिला व बाल विकास, जलसंपदा व लोकनिर्माण विभाग के काम का समावेश है. अगस्त माह में हुई बैठक के बाद जिला नियोजन समिति की बैठक नहीं हो पाई. विधानसभा चुनाव की आचारसंहिता के कारण और स्था स्थापन के बाद पालकमंत्री नियुक्ति में हुए विलंब के कारण यह मंजूरी नहीं मिल पाई. इस कारण इस निधि के काम भी नहीं हो सके. अब राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की अमरावती जिले के पालकमंत्री के रुप में नियुक्ति हुई है. उनके पास नागपुर जिले का भी पालकमंत्री पद है. दोनों जिले का कामकाज संभालते समय उनकी भागदौड होनेवाली है. अमरावती जिले के लिए वे कितना समय देते है, यह काफी महत्वपूर्ण रहेगा.

* शुक्रवार को पालकमंत्री अमरावती में
नए पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले शुक्रवार 31 जनवरी को अमरावती दौरे पर है. विभागीय आयुक्तालय में उनकी बैठक होनेवाली है. इस दौरान जिला नियोजन समिति की भी बैठक होगी. उश बैठक में शेष 151 करोड रुपए के काम को प्रशासकीय मंजूरी मिलने की संभावना है, एसा जिला नियोजन अधिकारी अिभिजीत मस्के ने कहा.

 

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