अमरावती

विद्यापीठ से डॉ. रघुवंशी को एक करोड वेतन देने का प्रयास!

जनरल फंड से अदा की जा सकती है रकम

  • व्यवस्थापन परिषद की बैठक में होगा निर्णय

  • डॉ. रघुवंशी की अधिष्ठाता पद पर नियुक्ती है विवादों के घेरे में

अमरावती/प्रतिनिधि दि.९ – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा विगत 20 मई 2019 को अधिष्ठाता पद पर सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. एफ. सी. रघुवंशी की नियुक्ति की गई थी. जो नियमबाह्य रहने की बात कालांतर में सामने आयी और इस विवादास्पद नियुक्ती को लेकर विद्यापीठ में काफी हडकंप भी मचा. वहीं अब इस विवादास्पद नियुक्ति एवं नियमबाह्य पद के लिए विद्यापीठ द्वारा करीब 1 करोड रूपये वेतन अदा करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके बारे में शुक्रवार को होनेवाली व्यवस्थापन परिषद की बैठक में जनरल फंड से वेतन अदा करने का निर्णय लिया जा सकता है, ऐसी जानकारी है.
पता चला है कि, व्यवस्थापन परिषद में विषय क्रमांक 60 के तहत प्राचार्य पद का सेवाखंड क्षमापित कर और वेतन संरक्षित कर नियुक्ती की दिनांक से वेतन अदा करने के संदर्भ में निर्णय लेने के लिए प्रस्ताव रखा गया है. विद्यापीठ द्वारा विज्ञान व तंत्रज्ञान विद्याशाखा के अधिष्ठाता पद पर सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. एफ. सी. रघुवंशी की नियुक्ति की गई थी. किंतु अधिष्ठाता पद पर नियुक्ती करते समय संबंधित व्यक्ति का किसी महाविद्यालय के प्राचार्य पद पर रहना अनिवार्य है. किंतु डॉ. रघुवंशी की नियुक्ती उनकी प्राचार्य पद से सेवानिवृत्ती के बाद की गई. हालांकि अधिष्ठाता पद हेतु डॉ. रघुवंशी द्वारा साक्षात्कार दिये जाते समय अमरावती के तत्कालीन उच्च शिक्षा सहसंचालक संजय जगताप ने इस पर आपत्ति जतायी थी. किंतु अमरावती विद्यापीठ में चलनेवाले ‘पारिवारिक माहौल’ के सामने संजय जगताप की आपत्ति बेअसर रही और डॉ. रघुवंशी अधिष्ठाता पद पर नियुक्त होने में सफल रहे. पश्चात विद्यापीठ ने अधिष्ठाता डॉ. रघुवंशी के वेतन का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा. जिसे सरकार द्वारा नामंजूर किया गया. ऐसे में अब विद्यापीठ प्रशासन ने अधिष्ठाता रघुवंशी का वेतन अपने जनरल फंड से अदा करने का प्रयास करना शुरू किया है.
बता दें कि, जनरल फंड में विद्यार्थी शुल्क व परीक्षा शुल्क आदि के जरिये पैसा जमा होता है, जिसे विद्यार्थी विकास के लिए खर्च किया जाना चाहिए और विद्यापीठ द्वारा इस फंड से नियमबाह्य नियुक्तीवाले व्यक्ति को 1 करोड रूपये का वेतन देने हेतु प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में शुक्रवार को होनेवाली व्यवस्थापन परिषद की बैठक में अधिष्ठाता डॉ. रघुवंशी के वेतन को लेकर क्या निर्णय होता है, इसकी ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है. इस संदर्भ में प्रतिक्रिया हेतु संपर्क का प्रयास करने पर कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर व कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख से संपर्क नहीं हो पाया.

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