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विद्यापीठीय व महाविद्यालयीन कर्मियों के बेमियादी आंदोलन से कामकाज प्रभावित

विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रख शासन व्दारा मांगे मंजूर करने की मांग

* आंदोलन से विद्यापीठ सहित बारहवीं की परीक्षा भी प्रभावित
अमरावती/दि.21- महाराष्ट्र राज्य विद्यापीठीय व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की विविध मांगो को लेकर सेवक संयुक्त कृति समिति के नेतृत्व में सोमवार 20 फरवरी से राज्यव्यापी बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु है. विद्यापीठ व महाविद्यालय के सभी कर्मचारी इस आंदोलन मेें शामिल हुए है. इस कारण कर्मचारी संगठना का आंदोलन शत प्रतिशत सफल हुआ है. दूसरी तरफ इस आंदोलन के कारण विद्यापीठ तथा बारहवीं की परीक्षा भी प्रभावित हुई है. इस कारण शासन व्दारा विद्यार्थियों के हित का विचार कर तत्काल मांगे मंजूर करने और राहत देने की मांग कृति समिति व्दारा की गई है.
कर्मचारी संगठना ने अपनी मांगों के लिए 2 फरवरी से विविध चरणों में आंदोलन शुरु किया है. इस आंदोलन में संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य के अकृषि विद्यापीठ तथा महाविद्यालयीन 47 हजार शिक्षकेत्तर कर्मचारी शामिल हुए है. आंदोलन के पहले चरण में 2 फरवरी को परीक्षा के कामकाज पर बहिष्कार, पश्चात 14 फरवरी को प्रदर्शन, 15 फरवरी को काली फीत लगाकर कामकाज और 16 फरवरी को एक दिवसीय राज्यस्तरीय सांकेतिक हडताल की गई. सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की मांग है कि सेवा अंतर्गत सुधारित आश्वासित प्रगति योजन विद्यापीठ व महाविद्यालयीन शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को पूर्ववत लागू किया जाए, सातवे वेतन आयोग के प्रावधान के मुताबिक 10.20.30 साल के बाद की लाभ की योजना लागू की जाए, विद्यापीठीय 1410 पदों को सातवां वेतन आयोग लागू किया जाए, 1 जनवरी 2016 से प्रत्यक्ष सातवां वेतन लागू होने की तिथि तक 28 माह का बकाया मंजूर किया जाए, विद्यापीठ व महाविद्यालयीन रिक्त रहे शिक्षकेत्तर पद भरने मंजूरी दी जाए, वर्ष 2005 के बाद सेवा में कार्यरत हुए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित विविध मांगों को लेकर 20 फरवरी से बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु किया गया है. इस आंदोलन का आज का दूसरा दिन है और आज ही से बारहवीं की परीक्षा शुरु होने के कारण इस आंदोलन का असर पर भी परीक्षा पर देखा गया. मांगे पूर्ण न होने तक यह आंदोलन शुरु रखने की भूमिका कृति समिति व्दारा ली गई है. आंदोलन स्थल पर संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय देशमुख, महासचिव नरेंद्र घाटोल, विद्यापीठ मगासवर्गीय कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष डॉ. नितिन कोली, श्रीकांत तायडे, विद्यापीठ ऑफीसर फोरम के अध्यक्ष शशिकांत रोडे, सचिव डॉ. विलास नांदूरकर समेत बडी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे.

* सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने दी भेंट
विद्यापीठीय व महाविद्यालयीन कर्मचारियों का बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु होने के बाद आज दूसरे दिन विद्यापीठ परिसर के आंदोलनस्थल पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने भेंट देकर मांगो की पूर्तता के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा करने और मांगो को पूर्ण करने बाबत पत्र देने का आश्वासन दिया.

* कांगे्रस ने दिया आंदोलन को समर्थन
विद्यापीठ व महाविद्यालयीन कर्मचारियों के इस आंदोलन को कांग्रेस पार्टी ने समर्थन देते हुए आज पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे, विलास इंगोले ने भी आंदोलन स्थल पर भेंट देकर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले से चर्चा की. इसी तरह महाविद्यालयीन शिक्षकों की प्रमुख संगठना नूटा ने भी इस आंदोलन को समर्थन दिया है तथा संगठन के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी ने प्रत्यक्ष आंदोलन स्थल पर उपस्थित रहकर मार्गदर्शन किया.

* संभाग की 403 कॉलेज के कर्मचारी आंदोलन में शामिल
अमरावती विभाग के पांचो जिलो में विद्यापीठ अंतर्गत आनेवाले कुल 403 महाविद्यालय है. इन सभी महाविद्यालय के कर्मचारियों ने आंदोलन में सहभाग लिया है. कर्मचारी आंदोलन पर रहने से महाविद्यालय का कामकाज काफी प्रभावित हुआ है.

* विद्याभारती कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारी भी हडताल पर
शहर के कैम्प रोड स्थित विद्याभारती महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी भी इस राज्यव्यापी बेमियादी आंदोलन में शामिल होने से महाविद्यालयीन कामकाज प्रभावित हुआ है. आंदोलन की सफलता के लिए कृति समिति व्दारा कडी भूमिका ली गई है. आंदोलन में शामिल विद्याभारती कॉलेज के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने कॉलेज के प्रवेशव्दार के पास बडी संख्या में इकट्ठा होकर शासन के विरोध में नारेबाजी की और महाविद्याल प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. इस आंदोलन में महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी बडी संख्या में शामिल हुए.

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