अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – कोरोना प्रकोप के चलते विगत डेढ़ वर्षों से स्कूल बंद है.इस दौरान बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर न पड़े, इसके लिये शिक्षकों की संकल्पना से राज्यस्तरीय विद्यार्थी गुणवत्ता विकास मंच की स्थापना की गई है. इस मंच के माध्यम से स्कूल बंद रहने के बावजूद भी तकनीकी के माध्यम से छात्रों के गुणवत्ता विकास को साधने का प्रयास किया जा रहा है. हाल की घड़ी मेंं राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद पुणे की ओर से छात्रों के लिए 1 जुलाई से कक्षा 2 रीं से 10 वीं के छात्रों के लिए सेतु पाठ्यक्रम स्कूलों के माध्यम से चलाया जा रहा है. इस दृष्टि से छात्र गुणवत्ता विकास मंच व पंचायत समिति दारव्हा के संयुक्त तत्वावधान में विद्यार्थी गुणवत्ता विकास मंच के अमरावती जिला प्रमुख निलेशकुमार इंगोले, संयोजिका योगिता भुमर, वैशाला वैराले व्दारा सेतु पाठ्यक्रम चलाते हुए शिक्षकों की भूमिका विषय पर गुगलमिट व यूट्युब लाइव के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता दारव्हा पंचायत समिति के गुट शिक्षाधिकारी विलास जाधव ने की. इस अवसर पर विद्यार्थी गुणवत्ता विकास मंच के देवराव चव्हाण, महादेव निमकर, शीतल दुधे, निलेशकुमार इंगोले उपस्थित थे. कार्यशाला में प्रमुख मार्गदर्शक अतुल पडोले ने सेतु पाठ्यक्रम चलाने के संदर्भ में शिक्षकों की भूमिका समझाई. कार्यशाला में शिक्षकों के सेतु पाठ्यक्रम को लेकर निर्माण हुए संदेह को दूर किया गया. सेतु पाठ्यक्रम चलाने में शिक्षकों की भूमिका भी स्पष्ट की गई. संचालन वैशाली वैराले ने, आभार प्रदर्शन योगिता भुंबर ने किया.