अमरावती/ दि.27 – भारती महाविद्यालय अमरावती अंतर्गत मराठी विभाग और समाजशास्त्र विभाग व्दारा ‘लिंगभाव समानता समय की जरुरत’ इस विषय पर 19 व 20 मई को दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ली गई.
कार्यशाला की उद्घाटक व अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. आराधना वैद्य थी. इस समय कार्यशाला के प्रथम पुष्प में मुंबई अस्पताल में कार्यरत लेक सावित्रीची व जीवन गौरव पुरस्कार प्राप्त डॉ. नेहा पटेल मुले ने रजोनिवृत्त व स्त्री के स्वास्थ्य विषय पर मार्गदर्शन किया. दूसरे पुष्प में मानसोपचार तज्ञ व स्वानंद समूपदेशन केंद्र की संचालक डॉ. मोहना कुलकर्णी ने स्त्रीयों व पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य विषय पर मार्गदर्शन किया, तिसरे पुष्प में डॉ. भगवान फालके ने सौंदर्य की राजनीति विषय पर प्रकाश डाला. चतुर्थ पुष्प में स्त्रीवादी अभ्यासक रजिया सुलताना ने लिंगभाव समानता आज की हकीकत इस विषय पर मार्गदर्शन किया. प्राचार्य डॉ. आरधना वैद्य ने अध्यक्षीय भाषण में लिंगभाव समानता यह आज के वक्त की जरुरत है, इस बारे में सामाजिक हकीकत काफी भीषण है, आने वाली पीढी में इसकी जनजागृति के लिए हम किस तरह के कदम उठा सकते है, इस बारे में सोचना चाहिए. इस राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रास्ताविक डॉ.अलका गायकवाड ने किया. दूसरे दिन डॉ. दया पांडे ने कार्यशाला का महत्व बताया. मंच संचालन प्रा. डॉ. निता कांबले ने किया. नॅक कॉर्डिनेटर डॉ. विजय भांगे, डॉ.विनोद कल्यमवार, डॉ.सुमेध वरघट, वृषभ डहाके, शुभम पाटील ने कार्यशाला का तकनीकी काम संभालकर बहुमूल्य सहयोग किया.