जेसीआय अमरावती द्बारा ‘यूनिटी इज रियल इम्युनिटी ’पे कार्यशाला
राष्ट्रीय प्रशिक्षक जेसी प्रशांत चौधरी द्बारा आयोजित
अमरावती/ दि. 19-जेसीआय अमरावती मध्य भारत का सबसे प्राचीनतम अध्याय जो कि विगत 65 वर्षो से अपने किए गये उल्लेखनीय कार्यो के कारण जाना जाता है. सालभर अपने सदस्य के लिए एक से बढकर एक ट्रेनिंग प्रोग्राम लेते रहता है. इसी श्रृंखला को बरकरार रखते हुए अध्याय की चौदाहावी सर्वसाधारण सभा मेें राष्ट्रीय प्रशिक्षक जेसी प्रशांत चौधरी का ‘यूनिटी इज रियल इम्युनिटी’ इस विषय पर शानदार ट्रेनिंग का आयोजन किया गया था. प्रशिक्षक का अल्पा परिचय अध्याय अध्यक्ष जेसी जयेश पनपालिया द्बारा सभा के समक्ष रखा गया एवं ट्रेनिंग हेतु मंच प्रशांतजी चौधरी इन्हें सोपा गया. ट्रेनिंग की शुरूआत सदस्यों को ऍक्टिव्हिटी के द्बारा की गई. ऍक्टिीविटी के पहले चरण में पाच सदस्यों को बुलाया गया और एक-एक करके सीमित टाइम में वह ऍक्टिीविटी एक-एक करने के लिए कहा गया.
बाद में दूसरे चरण में सदस्य के पांच ग्रुप बनाये गये और उपरोक्त एक्टिीविटी को उनको भी सीमित टाइम में ग्रुप द्बारा करने के लिए कहा गया. बाद में ट्रेनर द्बारा सबको पूछा गया कि जब आप अकेले एक्टिी विटी कर रहे थे तब और जब ग्रुप में कर रहे तब आपको दोनों में क्या अंतर दिखाई दिया. सदस्य द्बारा बताया गया कि जब हमने अकेले एक्टिीविटी की तो वह समय पर पूर्ण नहीं हो पाई और वही एक्टिीविटी जब हमने ग्रुप में की तो सीमित समय में हमने कार्य पूर्ण करके दिखाया. ट्रेनर द्बारा कहा गया कि जब भी हम समाज में हमारे कार्यक्षेत्र में संगठना में या और कही संगठित होकर कार्य करते है तो हमारी युनिटी कैसे इम्युनिटी बन जाती हे. वह उन्होंने उपरोक्त एक्टिीविटी के माध्यम से सदस्य को बताया. सभी सदस्य ने एक्टिविटी में बढचढ कर हिस्सा लिया.
उपरोक्त ट्रेनिंग सेशन में अध्याय के भूतपूर्व अध्यक्ष विजय काकानी, राजेंद्र हेडा, महेंद्रजी चांडक, गोपालजी लदा, नयजी काकानी, गोपालजी बजाज, संतोष बेहरे, संतोष मालानी, निवृत्तमान अध्यक्ष रविंद्र निंबालकर, महिला समूह सभापति सीमाभाभी बेहरे, जयश्रीभाभी शाहकार, संदेश झंवर, संतीश कडू, दीपक लोखंडे, सिध्दार्थ श्रॉफ, अतुूल लवंगे, धनंजय शिंदे, अमोल झंवर, अमन साहू, मोहक बरसैया, निखिल टावरी, प्रशांत ठाकरे, सचिनभाई राठी, आकाश आसरे, नागराज पाटिल, जय जोतंगीया, गौरव जाजोदिया आदि उपस्थित थे.