अमरावती

विश्व नेत्रदान दिन 10 जून को

कोरोना लॉकडाउन नियमों का किया जाएगा पालन

  • विश्व नेत्रदान दिन मनाने समिति की ली गई सभा

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – आगामी 10 जून को विश्व नेत्रदान दिन मनाया जाता है. अमरावती में हरिना फाउंडेशन की ओर से नेत्रदान दिन मनाने के साथ ही जनजागृति की जाती है. लेकिन इस बार कोविड के मद्देनजर विश्व नेत्रदान दिन का आयोजन लॉकडाऊन के नियमोें का पालन करते हुए मनाने का नियोजन किया गया. इस संबंध में हाल ही में हरिना नेत्रदान समिति की सभा का आयोजन खापर्डे बगीचा स्थित मनपा अस्पताल में किया गया.
सभा में हरिना फाउंडेशन के अध्यक्ष मनोज राठी, उपाध्यक्ष रामप्रकाश गिल्डा, चंद्रकांत पोपट, अमित चांडक, कमलकिशोर मालाणी,राजेन्द्र वर्मा,शरद कासट,मनिष सावला,शरणपालसिंग अरोरा,पप्पू गगलानी,रश्मी नावंदर,मोनिका उमक,अशोक राठी आदि उपस्थित थे.
यहां बता दें कि अमरावती शहर अपनी विविधताओं के कारण राज्य में ही नहीं अपितु पूरे देश में प्रसिद्ध है. ऐतिहासिक परंपरा के साथ महाभारत कालखंड से जुड़े मां अंबा व एकविरा देवी का मंदिर हो या खेल जगत से जुड़े हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल का कार्य, भारतदेश को पहली महिला राष्ट्रपति देने का सम्मान हो या रक्तदान में प्रथम क्रमांक हो. व्यवसायीक सिनेमा प्रसारण के अलावा दिव्यांग सेवा संस्थानों में भी प्रमुख भूमिका निभाकर अमरावती ने अपना नाम सभी क्षेत्रों में अग्रसर रखा है. इसी कडी में विगत पंद्रह वर्षों से जरूरतमंदों के लिए नेत्रदान-अवयवदान-देहदान के सेवा कार्य को अपनाकर हरीना फाउंडेशन अमरावती निरंतर कार्यरत हैं. सामाजिक संरचना वह रुढ़िवादी सोच के मध्य नज़र देखा जाए तो नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए सरलता से नेत्र प्राप्त करना आज भी दुष्कर कार्य है. मानव जीवन को सुखकर बनाने वाले पांच इंद्रियों में से, किसी एक की कमी का, साधारण जीवन जीने वाले अहसास भी नहीं कर सकते. और यह दृष्टी ही होती है जो सृष्टि के दर्शन कराती है. लेकिन नेत्रहिन व्यक्ति के जीवन की इस कमी को किसी मृत व्यक्ति से प्राप्त नेत्रों से ही दूर किया जा सकता है. इसलिए हरीना फाउंडेशन ने नेत्रहीनो की इस पीड़ा को समझते हुए लगातार नेत्रदान का सिलसिला आरोग्य विभाग, आय सर्जंन्स व जन सहयोग से शुरू रखा. फाउंडेशन ने समय की सुविधा-असुविधा को छोड़कर, अथक परिश्रम से मृत्यु उपरांत नेत्रदान प्राप्त किए व कई व्यक्तियों को नेत्र प्रदान कर उनके जीवन से अंधेरा मिटाने का प्रयास किया है. विश्व स्तर पर नेत्र दान जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आज भी कार्य हो रहा है. इसलिए जनजागृति के तहत 10 जून को विश्व नेत्रदान दिन मनाया जाता है. एनजीओ के नाते देखा जाए तो पूरे भारतवर्ष में एकमात्र हरीना फाउंडेशन अमरावती द्वारा ही विश्व नेत्रदान दिन इतने बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. विगत वर्षों में मानव श्रृंखला,दिप प्रज्वलन, नेत्र दान पर राज्यस्तरीय रंगोली प्रतियोगिता आदि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जनसहयोग बढ़ाया जा रहा है. मृत्यु उपरांत नेत्रदान मिलाने में प्रशासकीय नियमों का अनुपालन करते हुए परिजनों से स्वीकृति प्राप्त करना भी अति महत्वपूर्ण कार्य होता है. हरीना के इस उदात्त कार्यों को देखकर ग्रामीण क्षेत्रों से भी प्रतिसाद मिल रहा है.

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