अमरावती

विश्व मानक दिवस

7 दशकों से शुध्दता की जांच

* उपभोक्ताओं को धोखे से बचाता है बीआईएस
अमरावती/दि.14– आयएसआय मार्क, हॉलमार्क, अ‍ॅगमार्क है यानी शुध्दता क गवाही, ऐसा समीकरण बना है. विगत सात दशकों से शुध्दता की यह जांच बीअयएस अर्थात ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टॅण्डर्ड द्बारा शुरू है. बीआयएस के कारण ग्राहकों की ठगी नहीं होती और उत्पादन की जांच होती है.

भारतीय राष्ट्रीय मानक संस्था शुरूआत में इंडियन स्टॅण्डर्डस (आयएस)इस नाम से पहचानी जाती है. इसकी स्थापना 1946 में हुई. 1860 के सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट में इसे पंजीबध्द किया गया. 1986 मेें उसे नया नाम दिया गया .केंद्र और राज्य सरकार द्बारा चुने गये 25 सदस्य बीआईएस मेे नामित है. गुणवत्ता, पर्यावरण, अनाज, स्वास्थ्य व सुरक्षा, दूध उत्पादन, सामाजिक कर्तव्य, आपत्ति निवारण, उर्जा संवर्धन पर अन्य क्षेत्र मेें उचित प्रबंध हेतु बीआईएस मार्गदर्शन करती है. आयात और निर्यात उत्पादन के लिए भी बीआईएस की गाइड लाइन है.
देश में बीआईएस की 8 प्रयोगशालाएं है. जहां नमूने संबंधित मानक के अनुसार जांचे जाते है. विविध प्रयेागशालाओं को श्रेणी प्रमाणपत्र भी संस्था देती है. जनवरी 2019 तक बीआईएस ने 20 हजार मापदंड तैयार किए.

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