पर्यावरण व गौसेवा के श्रमकार्य से मातृछाया का पूजन
दर्यापुर/दि.14- जीवन में मां की अहमियत को शब्दों द्वारा बयां नहीं किया जा सकता. केवल विधायक कार्य की कृति से ही पूजन किया जा सकता है, इस आशय का भावपूर्ण कथन गाडगे बाबा गोरक्षण माहुली धांडे के अध्यक्ष तथा कृषि उपज बाजार समिति के संचालक, क्रीडा शिक्षक अनिल भारसाकले ने किया. बहुचर्चित आई महोत्सव कार्यक्रम के जनक प्रा.गजानन भारसाकले की माताश्री के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे. प्रा.गजानन भारसाकले ने विगत 21 वर्षों से विधायक कार्य निरंतर जारी रखा. उनकी माताश्री चंद्रकलाताई रामकृष्ण भारसाकले के 78 वें जन्मदिवस के अवसर पर गोरक्षण में संपन्न हुए मातृपूजन समारोह में प्रा.गजानन भारसाकले ने अपने पर्यावरण सेवा के पौधारोपण तथा गौ-सेवा में शारीरिक श्रमदान किया. तहसील के नरदोडा के संत बालकदास भजनी मंडल ने प्रस्तुत किए भजन के सुरों की मातृपूजन पर पुष्पवृष्टी हुई. इस अवसर पर शेंडगांव के साबले व जसापुर के भडांगे परिवार की उपस्थिति सत्कारमूर्ति के लिए सुखमय रही. कन्या लता टाले, स्नुषा सुहास भारसाकले ने चंद्रकलाताई भारसाकले का पूजन किया. इस समय गोरक्षण कार्यकारिणी उपसचिव उमेश इंगले, निलेश इंगले, श्रीकृष्ण पोटे, रघुनाथ भारसाकले, पवन वाकोडे, जीवन भोगे तथा संत बालकदास भजनी मंडल नरदोडा के संचालक राजू पाटील टाले, सुमंत सावरकर उपस्थित थे.