गुरुव्दारा गुरु सिंघ सभा में महान दिवस का उत्साह
अमरावती/दि.29- श्री गुरु गोविंद सिंघजी का 356वां प्रकाश पूरब यहां गुरुव्दारा श्री गुरुसिंह सभा बूटी प्लॉट में मान और सत्कार के साथ मनाया जा रहा है. इसी के तहत विशेष रुप से पंजाब से पधारे हजूरी रागी जत्था के भाई गुरबचन सिंघ जी और साथियों ने कीर्तन प्रस्तुत किए. सवेरे से ही गुरुव्दारा में दर्शनार्थियों का रेला उमडा. उनमें सिख समाज, पंजाबी समाज, सिंधी समाज और सभी श्रद्धालुओं का समावेश रहा. उल्लेखनीय है कि, श्री गुरु गोविंदसिंघ जी ने धर्म के लिए समस्त परिवार का बलिदान किया था. जिससे उन्हें सरबंसदानी (सर्ववंशदानी) भी कहा जाता है. उसी प्रकार उनके उपनाम कलगीधर, दशमेश पिता, बाजांवाले, आमृत के दाते आदि हैं. ऐसे धन धन गुरु के प्रकाश उत्सव की बूटी प्लॉट गुरुव्दारा में अनूठी छटा रही. सुबह 8 बजे श्री सुखमणी साहिबजी का पाठ हुआ. उपरांत पहले अमरावती के भाई भूपिंदरसिंघ जी ने कीर्तन प्रस्तुत किए. फिर अमृतसर के भाई गुरबचन सिंहजी के दोपहर में कीर्तन हुए.
प्रकाश पूरब में उत्साह से सहभाग
सर्वश्री गुरविंदर सिंह बेदी,राजेंद्र सिंह सलूजा, डॉ निक्कू खालसा,अमरजोत सिंह जग्गी, दिलीप सिंह बग्गा, रविंद्र सिंह सलूजा, सतपाल सिंह बग्गा, हिमिंद्रसिंह पोपली,नरेंद्र पाल सिंह अरोरा, अजिंदर सिंह मोंगा, राज सिंह छाबड़ा, रविंद्रपाल सिंह अरोरा, राजेंद्र सिंह अरोरा, भूपिंदर सिंह सलूजा, तेजिंदर सिंह उपवेजा, गुरविंदर सिंघ मोंगा, कुलजीत सिंग मोंगा, हरविंदर सिंग राजपूत, शरणपाल सिंह अरोरा, हरबक्ष सिंह उबवेजा ,जगविंदरसिंह सलूजा, मोहिंदर सिंह जग्गी, नरेंद्र पल ओबेराइ, सरबजीत सिंह सलूजा,
हरदीप सिंह सलूजा, कुलबीर सिंह अरोरा ,हरभजन सिंह सलूजा, शोलक हुडा, गोपाल कोचर, राजू बग्गा, सिमर सिंग बग्गा ,अजीत सिंह बग्गा, अजीत सिंह मोंगा, वकील सिंह, अमित सलूजा, गिरीश सवाल, राजा परवानी, विवेक जाजू, मोहन खत्री, प्रवीण नथानी, सुमित सिंह, माता शानी पोपली ,माता खालसा जी, माता विमल बग्गा, रमी कौर बेदी, सुरजीत कौर सलूजा, अनीता कौर ओवेजा, मिनी कौर अरोरा, दीपी बग्गा, पुष्पाल बग्गा, निक्की अरोरा, रानी सलूजा, स्वीटी सलूजा, लड़ी सलूजा, कमल कौर मोंगा , अमृत कौर जुनेजा, मनप्रीत कौर सलूजा, मनजीत नंदा, रणजीत कौर बग्गा, गगन कौर खालसा, पिंकी रहल, आशा चावला, गुंजन कौर छाबड़ा, रीतू बग्गा, शीना कौर, अंजू कौर मोंगा, खत्री परिवार, रोमा चेलानी, बत्रा परिवार, हरवानी परिवार सहित बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे. सभी ने गुरुव्दारा में मत्था टेका. विशेष अरदास की. उसी प्रकार अमृतसर से पधारे श्री दरबारसाहिब के हजूरी रागी जत्था ने शबद कीर्तन से सभी को आनंदित कर दिया. रात 8 बजे से कीर्तन भाई भुपिंदर सिंघ जी प्रस्तुत करेंगे और उपरांत भाई गुरुबचन सिंघ जी के कीर्तन होंगे.