
* हनुमान अखाडे की लाल मिट्टी के पट्ठे
अमरावती/ दि. 28 – विश्व प्रसिध्द हनुमान अखाडे की लाल मिट्टी के निष्ठावान पट्ठे पहलवान मुजफ्फर मास्टर का रविवार शाम निधन हो गया. 78 वर्ष के वरिष्ठ पहलवान एक अध्ययनशील व्यक्ति थे. उन्होंने नांदुरा की शाला में मुख्याध्यापक के रूप में कार्य किया. सेवानिवृत्ति के बाद हनुमान अखाडे की सेवा जारी रखी. पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, विदर्भ केसरी रहे डॉ. संजय तीरथकर, हाजी रम्मू सेठ, हाजी मुश्ताक बिल्डर, हाजी करीम पहलवान और समस्त कुश्ती पटुओं ने मुजफ्फर मास्टर पहलवान के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है.
* नागपुर विवि में कुश्ती चैम्पियन
मुजफ्फर मास्टर अपने दौर के शानदार पहलवान थे. अचलपुर में जन्में मास्टर ने हव्याप्रम को अपनी कर्मभ्ाूमि बनाया. उन्होंने प्रभाकरराव वैद्य के साथ हेल्पलाइन स्थापना की. 5 जिलों में लगातार घूम कर हेल्प लाइन का संगठन किया. नागपुर विश्व विद्यालय में कुश्ती चैम्पियन रहे मास्टर ने अखाडे की लाल मिट्टी के प्रति सदैव निष्ठा रखी.
* भारत पाकिस्तान कुश्ती स्पर्धा
मुजफ्फर मास्टर ने भारत पाकिस्तान कुश्ती स्पर्धा मेें न केवल भाग लिया. अपितु स्पर्धा यशस्वी करने सहकार्य किया. उनके दोनों पुत्र मोहम्मद गाजी और मोहम्मद सोहेल विद्यापीठ कुश्ती चैम्पियन रहे है. मोहम्मद गाजी आज अंतर्राष्ट्रीय शायर के रूप में नाम कमा रहे हैं. वहीं मो. सोहेल अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं.