डॉ. अनंत मराठे द्बारा लिखीत
भारताच्या आर्थिक स्वतंत्र्यलढ्याचे योद्धे’ पुस्तिका का विमोचन समारोह
प्राचार्य प.सी. काणे ने किया मार्गदर्शन
अमरावती -/दि.10 स्थानीय होटल ग्रेस इन में दै. हिंदूस्थान परिवार के मार्गदर्शक प्राचार्य डॉ. अनंत मराठे द्बारा लिखीत ‘भारताच्या आर्थिक स्वतंत्र्यलढ्याचे योद्धे’ पुस्तिका के विमोचन समारोह का आयोजन मंगलवार 9 अगस्त को मान्यवरोें की उपस्थिति में किया गया. समारोह की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध साहित्यिक व पूर्व प्राचार्य डॉ. प.सी. काणे ने की. इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के तौर पर पूर्व विधायक बी. टी. देशमुख, संगाबा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे, उमेश करंजीकर उपस्थित थे. विमोचन समारोह की शुरुआत मान्यवरों के हस्ते दीप प्रज्वलन कर व अतर्थियों के स्वागत से की गई. उसके पश्चात पुस्तिका का विमोचन किया गया. साथ ही पुस्तिका निर्मिति में सहकार्य करने वाले डॉ. जयश्री पाटणकर, पियुष जोशी, विनोद मराठे, मनीष विनोद मराठे का अतिथियों के हस्ते सत्कार किया गया.
इस अवसर पर प्राचार्य काणे ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि, स्वतंत्रता के पूर्व उद्योजकों ने संघर्ष कर देश के लिए धनसंपत्ति का निर्माण किया और देश का आर्थिक पाया मजबूत किया. जिसकी वजह से देश की स्वतंत्रता की लढाई में 1947 में सफलता प्राप्त हुई. स्वतंत्रता संग्राम में आर्थिक योगदान देने वाले ऐसे 21 उद्योगपतियों का योगदान है. इन 21 योद्धाओं की सविस्तर जानकारी पुस्तिका के माध्यम से दी गई है. जिसमें युवाओं को पे्ररणा मिलेगी, ऐसा विश्वास प्राचार्य काणे ने व्यक्त किया.
विमोचन समारोह में सौ. काणे, डॉ. अतुल आलसी, डॉ. जीवनलाल गांधी, संध्या मराठे, एड रविंद्र मराठे, स्वप्नजा पटवर्धन, ओमकार मराठे, वेदश्री मराठे, भाग्यश्री मराठे, विवेक मराठे, मिताली मराठे, मैथिली मराठे, गार्गी पाटनकर, डॉ. प्रमोद, स्वाती पाटील, प्रा. दिनेश सुर्यवंशी, डॉ. निशिकांत काले, विजयराव कुलकर्णी, अनिता कुलकर्णी, किशोर दातेराव, एड. किशोर देशपांडे, प्राचार्य एस. के. देशमुख, डॉ. नवीन हंतोडकर, सुरेश राजा, डॉ. के.एन. कुलकर्णी, प्रा. डॉ. सतेज केचे, प्रा. भालचंद्र रेवणे, डॉ. सुरेश सावदेकर, डॉ. ऋषिकेश सावदेकर, संजय अलाट, विलास नसले, प्रा. पडोले, प्राचार्य डॉ. डी.टी. इंगोले, डॉ. वाकडे, जयंत कद्रे, प्रा. गजानन भारसाकले, एड. रविंद्र पांडे, प्रा. जहागीरदार, प्रा. पी.एन. देशमुख, प्रा. डॉ. राजेश जयपुरकर, राजेश पिदडी, अविनाश क्षिरसागर, अलकनंदा तुलजापुरकर, अविनाश कानतुटे, सौ. सोनखासकर, प्रा. डॉ. कुमार बोबडे, प्रा. अनंत उताने, अनुपम भावे, शुभांगी देशमुख, प्रा. अमोल करमरकर, डॉ. विजय अग्रवाल, प्रा. संतोष बंदे, एड. नरेंद्र काले, प्राचार्य सपकाल, प्राचार्य डॉ. दिलीप काले, अतुल गायगोले, सुनिता फडके, मंगला फडके, प्रा. डॉ. मनोज पिंपले, संदीप वानखडे, विक्रम झंवर, गोपाल उताणे, मंजूषा उताणे, दिपक अग्रवाल उपस्थित थे.